जौनपुर। 30 हजार पौधों का दो महीने में होगा रोपड़
जौनपुर। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा की अध्यक्षता में निष्पादन समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में क्षेत्रीय अधिकारी, उ०प्र० प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड डॉ० एस०सी० शुक्ला ने अवगत कराया कि एनजीटी द्वारा पारित आदेश के अनुपालन में गंगा नदी की सहायक नदी वरूणा नदी की बहाली एवं कायाकल्प किया जाना है। जनपद जौनपुर से होकर बहने वाली बसुही नदी वरूणा नदी में मिलती है। सिंचाई विभाग द्वारा बताया गया कि बसुही नदी की कुल लम्बाई लगभग 85.00 कि०मी० है, जिसमें से लगभग 39.8 कि०मी० की डि-सिल्टिंग का कार्य भीलमपुर से बंधवा बाजार तक का सिंचाई विभाग द्वारा किया गया है।
बैठक में उपायुक्त, मनरेगा ने बताया कि बसुही नदी के शेष भाग के डि-सिल्टिंग का कार्य मनरेगा के अन्तर्गत कराया गया है। नदी के बंध पर पौधरोपड़ वन विभाग द्वारा कराया जायेगा। प्रभागीय वनाधिकारी प्रवीन खरे ने बताया कि माह जुलाई, अगस्त में लगभग 30 हजार पौधों का रोपड़ कराया जायेगा। बसुही नदी एवं वरूणा नदी के संगम स्थल से 100 मीटर पूर्व कंस्ट्रक्टेड वेट लैण्ड का कार्य किया जायेगा, जिसे सिचाई विभाग द्वारा कराया जायेगा। स्थल के सर्वेक्षण का कार्य सी०ई०एम०डी०ई० द्वारा किया जा चुका है।जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि एन०जी०टी० द्वारा पारित आदेश का शीघ्र पालन किया जाए तथा बसुही नदी पर पौधरोपड़ का कार्य जुलाई में वन विभाग द्वारा पूर्ण कर लिया जाये तथा सम्बंधित विभागों द्वारा प्रगति रिपोर्ट फोटोग्राफ सहित प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को उपलब्ध करा दिया जाये। उक्त कार्य में कोई शिथिलता न बरती जाये।
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