मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में 22 करोड़ रु0 की कुल लागत से निर्मित थाना गोरखनाथ एवं थाना एम्स के प्रशासनिक भवनों का लोकार्पण किया

हाइटेक सिटी के लिए हाईटेक थाना और हाईटेक थाने के लिए हाईटेक पुलिस आवश्यक, प्रधानमंत्री जी की स्मार्ट सिटी की संकल्पना को स्मार्ट पुलिसिंग के माध्यम से पूरा किया जा सकता है : मुख्यमंत्री

विगत 06 वर्षों में राज्य के बारे में धारणा को बदलने में प्रदेश पुलिस ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया

प्रदेश में सुरक्षा के माहौल से विकास की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ी

राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति का परिणाम आज सबके सामने, कानून का राज ही हमारे जीवन में परिवर्तन लाने का माध्यम बनेगा

रूल आफ लॉ सुशासन की पहली शर्त, आज उ0प्र0 में सभी पर्व और त्योहार शान्तिपूर्ण तरीके से मनाए जाते हैं

उ0प्र0 पुलिस दुनिया में सबसे बड़ा सिविल पुलिस बल, विगत 06 वर्षों में हमारी सरकार ने पारदर्शी तरीके से 1.65 लाख पुलिस कर्मियों की भर्ती की, इसमें अनिवार्य रूप से 20 प्रतिशत महिला कार्मिकों की भर्ती को सुनिश्चित किया गया

पुलिसिंग व्यवस्था को बेहतरीन बनाने के लिए पुलिस की ट्रेनिंग क्षमता को तीन गुना किया

चुनाव की ड्यूटी या कानून-व्यवस्था की समस्या कहीं पर आती है, तो उ0प्र0 पुलिस या पी0ए0सी0 की मांग की जाती है

थानों में महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था, किसी भी पीड़ित महिला की सबसे पहले सुनवाई थाने में महिला हेल्प डेस्क पर होती है

उ0प्र0 पुलिस के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में 18 रेंज में साइबर थानों की स्थापना हो चुकी, आने वाले समय में हर जिले में साइबर थाने बनाए जाएंगे

यू0पी0 इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज के निर्माण का कार्य लगभग पूरा, इसी सत्र से इसे प्रारम्भ किया जाएगा

वर्तमान में हर थाने, पुलिस लाइन में पर्याप्त संख्या में आवास की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही


लखनऊ : 03 जुलाई, 2023


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में 22 करोड़ रुपये की कुल लागत से निर्मित थाना गोरखनाथ एवं थाना एम्स के प्रशासनिक भवनों का लोकार्पण किया। लोकार्पण के पश्चात् मुख्यमंत्री जी ने गोरखनाथ थाना भवन का सघन निरीक्षण भी किया।
गोरखनाथ थाने में आयोजित दोनों थानों के लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हाइटेक सिटी के लिए हाईटेक थाना और हाईटेक थाने के लिए हाईटेक पुलिस आवश्यक है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की स्मार्ट सिटी की संकल्पना को स्मार्ट पुलिसिंग के माध्यम से पूरा किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 06 वर्षों में राज्य के बारे में धारणा को बदलने में प्रदेश पुलिस ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है। पूर्व के समय में जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं थी, तो व्यापारी और आम नागरिकों की बात ही क्या थी। 06 वर्ष पूर्व प्रदेश में अराजकता व गुण्डागर्दी चरम पर थी। व्यक्ति, बालिका, व्यापार, व्यापारी कोई भी सुरक्षित नहीं था। पर्व और त्योहार भय व आतंक का संदेश लेकर आते थे। विगत 06 वर्षों में पुलिसिंग के क्षेत्र में हुए निरन्तर कार्य से आज प्रदेश के प्रति लोगों की धारणा बदल चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में सुरक्षा का माहौल है। इस माहौल से विकास की प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ी है। रूल आफ लॉ सुशासन की पहली शर्त है। आज उत्तर प्रदेश में सभी पर्व और त्योहार शान्तिपूर्ण तरीके से मनाए जाते हैं। यहां किसी भी प्रकार की अराजकता के लिए कोई भी जगह नहीं है। प्रदेश में बकरीद, रामनवमी व ईद का त्योहार शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ है। कहीं कोई उपद्रव नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति का परिणाम आज सबके सामने है। हर व्यक्ति इस बात को मानता है कि कानून का राज ही हमारे जीवन में परिवर्तन लाने का माध्यम बनेगा। इसी का परिणाम है कि प्रदेश निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में आगे बढ़ा है। प्रदेश को 36 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन प्रस्तावों के जमीनी धरातल पर उतरने से 01 करोड़ से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। सुरक्षा के बेहतरीन माहौल तथा पुलिस, प्रशासन, शासन तथा नागरिकों की सहभागिता से प्रदेश आगे बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस दुनिया में सबसे बड़ा सिविल पुलिस बल है। इसके बावजूद यह बल कार्मिकों की कमी से जूझ रहा था। विगत 06 वर्षों में हमारी सरकार ने पारदर्शी तरीके से 1.65 लाख पुलिस कर्मियों की भर्ती की है। इसमें अनिवार्य रूप से 20 प्रतिशत महिला कार्मिकों की भर्ती को सुनिश्चित किया गया है। पुलिसिंग व्यवस्था को बेहतरीन बनाने के लिए पुलिस की ट्रेनिंग क्षमता को तीन गुना किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछली सरकार में समाप्त कर दी गई पी0ए0सी0 की 54 कम्पनियों को हमारी सरकार ने बहाल किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस बल को देश के बेहतरीन पुलिस बल के रूप में जाना जाता है। स्मार्ट पुलिसिंग और किसी भी अराजकता पर लगाम कसने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस का नाम सम्मान के साथ लिया जाता है। चुनाव की ड्यूटी या कानून-व्यवस्था की समस्या कहीं पर आती है, तो उत्तर प्रदेश पुलिस या पी0ए0सी0 की मांग की जाती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि थानों में महिला हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई है। किसी भी पीड़ित महिला की सबसे पहले सुनवाई थाने में महिला हेल्प डेस्क पर होती है। महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन के लिए प्रदेश पुलिस द्वारा ‘मिशन शक्ति’ का विशेष अभियान शुरू किया गया है। इसमें विभिन्न विभाग सहयोग कर रहे हैं। महिला पुलिस कर्मी पंचायत स्तर तक जाकर महिलाओं की समस्याएं सुन रही हैं। उनकी काउंसलिंग तथा समस्याओं का समाधान कर रही हैं। इसके बेहतरीन परिणाम प्राप्त हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में 18 रेंज में साइबर थानों की स्थापना हो चुकी है। पूर्व में यह संख्या मात्र 02 थी। आने वाले समय में हर जिले में साइबर थाने बनाए जाएंगे। इसके साथ ही, रेंज स्तर पर फॉरेंसिक लैब बनाए जा रहे हैं। यू0पी0 इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज के निर्माण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इसी सत्र से इसे प्रारम्भ किया जाएगा। प्रदेश में जी0आर0पी0 थानों को मिलाकर सभी 1,585 थानों में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाए जाने की कार्यवाही की जा रही है। पी0आर0वी0-112 के आधुनिकीकरण की कार्यवाही भी चल रही है। प्रदेश में एस0डी0आर0एफ0 की 03 बटालियन आपदा में पूरी तन्मयता से कार्य कर रही हैं। स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स मेट्रो, एयरपोर्ट व अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण सेवा दे रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में हर थाने, पुलिस लाइन में पर्याप्त संख्या में आवास की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। स्मार्ट पुलिसिंग के लिए पुलिस कर्मियों का कार्य स्थल पर होना जरूरी है। एक ही स्थान पर सभी सुविधाओं वाला गोरखनाथ थाने जैसा मॉडल अन्य जगहों पर भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। पहले श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के समय बारिश में काफी दिक्कत होती थी। गोरखनाथ थाना भवन जैसे मॉडल भवनों से इस पर्व के आयोजन में कोई परेशानी नहीं होगी।
कार्यक्रम को सांसद श्री रविकिशन शुक्ल ने भी सम्बोधित किया। प्रमुख सचिव गृह श्री संजय प्रसाद ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस थाने के हर कोने को मुख्यमंत्री जी के विजन के अनुरूप बनाया गया है। पुलिस विभाग में 01 लाख 65 हजार पुलिस कर्मियों की भर्ती निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से पूर्ण करायी गई है। पुलिस में तेजी के साथ रिफॉर्म किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में 07 प्रमुख शहरों में कमिश्नरेट प्रणाली लागू की गई है। इसके बेहतरीन परिणाम आ रहे हैं।
प्रमुख सचिव गृह ने कहा कि पुलिस आधुनिकीकरण के लिए हर मण्डल में फॉरेंसिक लैब, हर जिले में साइबर थाना, पी0एस0सी0 में नई बटालियन, महिला बटालियन, एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के गठन की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। विगत 06 वर्षों में पुलिस बल में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़कर ढाई गुना हो गई है। आज पुलिस विभाग में 40 हजार महिला पुलिस कर्मी हैं। प्रदेश में 250 नए थानों और 196 पुलिस चौकियों की स्वीकृति मिली है। पुलिस विभाग का बजट दोगुना हो गया है। सभी थाने सी0सी0टी0वी0 कैमरों से लैस हो रहे हैं। सभी तहसीलों में फायर स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं। नई पुलिस लाइन व बैरकों का निर्माण हो रहा है। धर्मांतरण, संगठित अपराध व गोवध रोकने के कानूनों को सख्त बनाया गया है। अभियोजन व अपराधियों को सजा दिलाने के मामले में उत्तर प्रदेश पूरे देश में पहले स्थान पर है।
इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर डॉ0 मंगलेश श्रीवास्तव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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