मुख्यमंत्री ने एस0जी0पी0जी0आई0 एवं डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के लिए 10-10, उ0प्र0 आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय
सैफई इटावा तथा राजकीय मेडिकल कॉलेजों के लिए 5-5 नवचयनित नर्सिंग ऑफिसर्स को नियुक्ति पत्र वितरित किए
आरोग्यता प्रदान करने में चिकित्सकों के साथ-साथ नर्सिंग एवं
पैरामेडिक्स स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान : मुख्यमंत्री
किसी भी सभ्य समाज के लिए जहां अच्छी शिक्षा आवश्यक, वहीं उत्तम
स्वास्थ्य के लिए अच्छी चिकित्सा व्यवस्था भी उतनी ही महत्वपूर्ण
नर्सिंग स्टाफ का व्यवहार बहुत ही सौहार्दपूर्ण एवं अपनत्व भरा
होना चाहिए, उनमें भावनात्मकता झलकनी चाहिए, इससे मरीज
की नर्सिंग स्टाफ के प्रति विश्वसनीयता सदैव बनी रहेगी
प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप प्रदेश में ‘एक जनपद,
एक मेडिकल कॉलेज’ के सपने को साकार किया जा रहा
वर्ष 2017 से वर्ष 2022 के बीच प्रदेश के 63 जनपदों
में मेडिकल कॉलेज या तो बन चुके या निर्माणाधीन
राज्य सरकार ने सभी सरकारी व निजी नर्सिंग कॉलेजों का
क्वालिटी काउन्सिल ऑफ इण्डिया से गुणवत्ता का परीक्षण कराया,
इनकी गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए निरन्तर प्रयास किए जा रहे
‘मिशन निरामयाः’ के अन्तर्गत उ0प्र0 में प्रारम्भ किए गए
कार्यक्रमों को भारत सरकार पूरे देश में लागू कर रही
विगत 06 वर्षों में 06 लाख नौजवान सरकारी नौकरियों में नियोजित,
प्रत्येक वर्ष 01 लाख लोगों को सरकारी नौकरियां तथा निजी क्षेत्र में
12 से 15 लाख नौकरियां उपलब्ध कराने का कार्य किया जाएगा
निवेशक टेली कंसल्टेशन, स्मार्ट क्लास, ग्रामीण
अवस्थापना विकास आदि क्षेत्रों में निवेश के लिए तत्पर
चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा 55 से 60 हजार नई नियुक्तियों की प्रक्रिया को
आगे बढ़ाने के लिए नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा रही
नवचयनित नर्सिंग ऑफिसर्स बी0एस0सी0 नर्सिंग तक ही सीमित न रहें, बल्कि एम0एस0सी नर्सिंग के लिए भी आगे बढ़ें,
चिकित्सा शिक्षा विभाग को एम0एस0सी0 नर्सिंग के लिए अलग से सायंकालीन क्लासेज की व्यवस्था करने के निर्देश
मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में पारदर्शी एवं निष्पक्ष चयन प्रक्रिया के
माध्यम से नर्सिंग ऑफिसर्स का चयन हुआ : उप मुख्यमंत्री, श्री ब्रजेश पाठक
लखनऊ : 10 जून, 2023
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि नर्सिंग एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। किसी भी सभ्य समाज के लिए जहां अच्छी शिक्षा आवश्यक है, वहीं उत्तम स्वास्थ्य के लिए अच्छी चिकित्सा व्यवस्था भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। आरोग्यता प्रदान करने में चिकित्सकों के साथ-साथ नर्सिंग एवं पैरामेडिक्स स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान है। चिकित्सकों के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में नर्सिंग स्टाफ मरीज के साथ अपने सद्व्यवहार एवं सेवा के माध्यम से आरोग्यता के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां एस0जी0पी0जी0आई0 में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अन्तर्गत नवचयनित नर्सिंग ऑफिसर के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर एस0जी0पी0जी0आई0 एवं डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के लिए 10-10, उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई इटावा तथा राजकीय मेडिकल कॉलेजों के लिए 5-5 नवचयनित नर्सिंग ऑफिसर्स को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उन्हें प्रदेश व उत्तर भारत के सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान एस0जी0पी0जी0आई0 में नर्सिंग ऑफिसर्स के नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के साथ जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले नर्सिंग ऑफिसर्स को बधाई तथा एस0जी0पी0जी0आई0 को इस नियुक्ति की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पैरामेडिकल और नर्सिंग एक पवित्र क्षेत्र एवं सेवा का उत्तम उदाहरण है। पैरामेडिकल तथा नर्सिंग स्टाफ के सद्व्यवहार से ही मरीज का आधा उपचार हो जाता है। नर्सिंग स्टाफ का व्यवहार बहुत ही सौहार्दपूर्ण एवं अपनत्व भरा होना चाहिए, उनमें भावनात्मकता झलकनी चाहिए। इससे मरीज की नर्सिंग स्टाफ के प्रति विश्वसनीयता सदैव बनी रहेगी। गरीब परिवारों के लिए बीमारी एक अतिरिक्त आर्थिक बोझ है। राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता आदि के माध्यम से व्यापक स्तर पर इसे कम करने में सहयोग कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उनके लिए यह अत्यन्त महत्वपूर्ण दिन है। कल उन्होंने 7,000 से अधिक ए0एन0एम0 को नियुक्ति पत्र वितरित किए थे। आज प्रातःकालीन सत्र में गन्ना विकास से जुड़े अभिनव कार्यक्रम में गन्ना किसानों द्वारा किए गए नवाचारों को देखने-समझने का अवसर मिला कि प्रदेश के किसान अपने परिश्रम से राज्य की अर्थव्यवस्था को किस प्रकार मजबूती प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जिन चिकित्सा संस्थानों में नवचयनित नर्सिंग ऑफिसर्स को ड्यूटी मिलेगी, वहां वे पूरी तन्मयता और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करते हुए प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर करने के साथ-साथ भारत की आरोग्यता के लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान देंगे। इस लक्ष्य को देश की सर्वाधिक आबादी वाले राज्य को सबसे पहले प्राप्त करना है। देश की 17-18 फीसदी आबादी उत्तर प्रदेश में निवास करती है। यह आबादी विभिन्न मानकों को तय करती है। आपको अपने चिकित्सा संस्थान की छवि को ध्यान में रखते हुए उन मानकों पर स्वयं को तैयार करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 06 वर्षों में प्रदेश में बिना भेदभाव के शासन द्वारा संचालित कार्यक्रमों से हुए परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। वर्ष 2017 तक पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा अलग-अलग समय में कुल 12 मेडिकल कॉलेज बनवाए गए थे। वर्ष 2017 से वर्ष 2022 के बीच प्रदेश के 63 जनपदों में मेडिकल कॉलेज या तो बन चुके हैं या निर्माणाधीन हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन के अनुरूप प्रदेश में ‘एक जनपद, एक मेडिकल कॉलेज’ के सपने को साकार किया जा रहा है। इन मेडिकल कॉलेजों का निर्माण राज्य सरकार द्वारा या पी0पी0पी0 मोड पर कराया जा रहा है। मेडिकल कॉलेज अपने आप में विशेषज्ञ चिकित्सा सेवा का उत्तम माध्यम होता है। राज्य में मेधा की कमी नहीं है, केवल उन्हें मार्गदर्शन की आवश्यकता है। आज प्रदेश के प्रत्येक जनपद में मेडिकल कॉलेज के साथ-साथ नर्सिंग कॉलेज की स्थापना की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा सभी सरकारी व निजी नर्सिंग कॉलेजों का क्वालिटी काउन्सिल ऑफ इण्डिया (क्यू0सी0आई0) के माध्यम से गुणवत्ता का परीक्षण कराया गया। इनकी गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए निरन्तर प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में नई चिकित्सा विधाओं को आगे बढ़ाने की कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘मिशन निरामयाः’ के अन्तर्गत अक्टूबर, 2022 में उत्तर प्रदेश में प्रारम्भ किए गए कार्यक्रमों को वर्तमान में भारत सरकार पूरे देश में लागू कर रही है। यह नियुक्ति पत्र वितरण प्रधानमंत्री जी के मिशन रोजगार कार्यक्रम से भी जुड़ा है। वर्ष 2017 में बेरोजगारी दर 19 प्रतिशत थी, वर्तमान में यह दर 3 से 4 प्रतिशत के बीच में है। विगत 06 वर्षों में 06 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरियों में नियोजित किया गया है।
प्रदेश के पुलिस विभाग में 01 लाख 64 हजार से अधिक, बेसिक शिक्षा विभाग में 01 लाख 26 हजार, माध्यमिक शिक्षा विभाग में 40 हजार से अधिक भर्तियां हुई हैं। निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से सम्पन्न इन चयन पर कोई प्रश्नचिन्ह् नहीं लगा सकता। राज्य सरकार द्वारा तय किया गया है कि प्रत्येक वर्ष 01 लाख लोगों को सरकारी नौकरियां तथा निजी क्षेत्र में 12 से 15 लाख नौकरियां उपलब्ध कराने का कार्य किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में रोजगार की सम्भावनाएं बढ़ी हैं। वर्तमान राज्य सरकार द्वारा स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में पूरी निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ बिना किसी भेदभाव के युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियोजित करने का कार्य किया गया है। किसी भी प्रतिभा का जाति, मत, मजहब के आधार पर भेदभाव करना, समाज के साथ भेदभाव है। यह समाज के विकास को बाधित करता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम लकीर के फकीर नहीं बन सकते, हमें समाज की आवश्यकता के अनुरूप व्यवस्थाएं देनी पड़ेंगी। कोरोना कालखण्ड में एस0जी0पी0जी0आई0, के0जी0एम0यू0, डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान को टेली कंसल्टेशन से जोड़कर चिकित्सा सेवाएं प्रदान की गईं। एस0जी0पी0जी0आई0 ने अपना एक स्टैण्डर्ड तय किया है। प्रदेश के सभी चिकित्सा संस्थान भी यदि उसी स्टैण्डर्ड को अपनाकर कार्य करेंगे, तो जनविश्वास के प्रतीक बनेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के आयोजन हेतु प्रदेश के मंत्रियों की टीम दुनिया के अलग-अलग देशों में निवेश आमंत्रित करने गई थी। इनमें से एक टीम यू0एस0 भी गई थी। यू0एस0 से एस0जी0पी0जी0आई0 हेतु 500 करोड़ रुपये का सहयोग करने का प्रस्ताव मिला है। अब निवेशकों का उत्तर प्रदेश में विश्वास बना है। वे प्रदेश में सहयोग के लिए आ रहे हैं। निवेशक टेली कंसल्टेशन, स्मार्ट क्लास, ग्रामीण अवस्थापना विकास आदि क्षेत्रों में निवेश के लिए तत्पर हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ में 15 से 16 वर्षों के बाद भर्ती की प्रक्रिया सम्पन्न हुई है। पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा इस संस्थान को भुला दिया गया था। वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा यहां पर भर्ती प्रक्रिया को सकुशल आगे बढ़ाने का कार्य किया गया है। एस0जी0पी0जी0आई0 लखनऊ, उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई इटावा तथा राजकीय मेडिकल कॉलेजों में नियुक्ति प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। प्रदेश में ढेर सारी नियुक्तियां होने जा रही हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा 55 से 60 हजार नई नियुक्तियों की प्रक्रिया को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने के लिए नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि नवचयनित नर्सिंग ऑफिसर्स बी0एस0सी0 नर्सिंग तक ही सीमित न रहें, बल्कि एम0एस0सी नर्सिंग के लिए भी आगे बढ़ें। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि एम0एस0सी0 नर्सिंग के लिए अलग से सायंकालीन क्लासेज की व्यवस्था की जाए। दक्षिण के विद्यार्थी बी0एस0सी0 नर्सिंग के बाद अलग-अलग क्षेत्र में सर्विस करते हैं। वहीं पर रहकर एम0एस0सी0, पी0एच0डी0 आदि करते हुए अपने कैरियर को आगे बढ़ा लेते हैं। नर्सिंग स्टाफ को अपने विषय के सम्बन्ध में मजबूत पकड़ रखनी होगी। साथ ही, तकनीक का बेहतर उपयोग करते हुए अपने आपको तैयार करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वे जनता दर्शन में 300 से 400 लोगों से मिलते हैं और उनकी समस्या सुनते हैं। फिर मेरिट के आधार पर समयबद्ध ढंग से उनकी समस्या का निस्तारण किया जाता है। इसी प्रकार आपको मरीज की पीड़ा को समझना होगा। इससे मरीज आरोग्यता को प्राप्त करने की ओर अग्रसर हो जाएगा। उन्होंने नवचयनित नर्सिंग ऑफिसर्स तथा उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए विश्वास व्यक्त किया कि जिस संस्थान में आपकी नियुक्ति हुई है, उसकी गुणवत्ता को बनाए रखने में अपना योगदान देंगे।
उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश वर्तमान में बदलता हुआ राज्य है। विगत 06 वर्षों में वर्तमान सरकार ने 06 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियों में नियोजित किया है। नवचयनित नर्सिंग ऑफिसर्स की नियुक्ति टर्शियरी केयर सेण्टर में हो रही है, जहां उन्हें बेहतर ढंग से कार्य करना है, जिससे मरीज को अन्य चिकित्सा संस्थान में न जाना पड़े। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में पारदर्शी एवं निष्पक्ष चयन प्रक्रिया के माध्यम से आपका चयन हुआ है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, सलाहकार मुख्यमंत्री श्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री आलोक कुमार, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा श्रीमती किंजल सिंह, एस0जी0पी0जी0आई0 लखनऊ के निदेशक डॉ0 राधाकृष्ण धीमन व संस्थान के फैकल्टी मेम्बर, डॉ0 राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की निदेशक डॉ0 सोनिया नित्यानन्द सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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