मुख्यमंत्री ने वाराणसी में एकीकृत पैक हाउस से निर्यात किए
जाने वाले आम और हरी सब्जियों के कंटेनर्स को फ्लैग ऑफ किया

प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उ0प्र0 खाद्यान्न सहित
सब्जी, फल और अन्य कृषि उत्पादों के क्षेत्र में विश्व की आपूर्ति
श्रृंखला को आगे बढ़ाने में मदद करेगा : मुख्यमंत्री

विगत 03-04 वर्षों में प्रदेश से खाद्यान्न, सब्जी
व फलों के एक्सपोर्ट में 400 गुना की वृद्धि हुई

आज उ0प्र0 19 हजार करोड़ रु0 के कृषि उत्पादों का निर्यात कर रहा
 
आने वाले समय में कृषि उत्पादों के निर्यात को
दोगुना करने के लक्ष्य के साथ प्रदेश सरकार कार्य कर रही

अन्नदाता किसान द्वारा उपजाए खाद्यान्न, सब्जी, फल इत्यादि को स्थानीय मार्केट के साथ अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में बेचने की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रदेश में पैक हाउस विकसित किए जा रहे, कंटेनर व कार्गो की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही

कृषि उत्पादों के निर्यात हेतु प्रदेश सरकार द्वारा
15 रु0 प्रति किलो की सब्सिडी प्रदान की जा रही

मुख्यमंत्री ने प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया

कृषि उत्पादों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया

 
लखनऊ : 26 जून, 2023

     उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि अन्नदाता किसान समृद्ध होगा तो भारत भी समृद्ध होगा। उत्तर प्रदेश उर्वरा भूमि व प्रचुर जल संसाधन का प्रदेश है। देश के 20 फीसदी खाद्यान्न को उत्तर प्रदेश का किसान उपजाता है। उत्तर प्रदेश दुनिया का पेट भरने की सामर्थ्य रखता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश न केवल खाद्यान्न के क्षेत्र में, बल्कि सब्जी, फल और अन्य कृषि उत्पादों के क्षेत्र में भी विश्व की आपूर्ति श्रृंखला को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद वाराणसी में एकीकृत पैक हाउस से निर्यात किए जाने वाले आम और हरी सब्जियों के कंटेनर्स के फ्लैग ऑफ कार्यक्रम के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके पश्चात मुख्यमंत्री जी ने इण्टीग्रेटेड पैक हाउस से आम, ताजी सब्जी व हरी मिर्च के 03 कंटेनर को झण्डी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने पैक हाउस के प्राइमरी प्रोसेसिंग एरिया, फ्रूट प्रोसेसिंग एरिया एवं वेजिटेबल प्रोसेसिंग एरिया का निरीक्षण किया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि अन्नदाता किसान द्वारा उपजाए खाद्यान्न, सब्जी, फल इत्यादि को स्थानीय मार्केट के साथ अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में बेचने की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रदेश में पैक हाउस विकसित किए जा रहे हैं। कंटेनर व कार्गो की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। भारत सरकार के सहयोग से जनपद वाराणसी सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसान वर्ष 2020 से कार्गो की सुविधा का लाभ कम दाम में प्राप्त कर रहे हैं। कृषि उत्पादों के निर्यात हेतु प्रदेश सरकार द्वारा 15 रुपये प्रति किलो की सब्सिडी प्रदान की जा रही है। एपीडा और प्रदेश सरकार के प्रयासों से आज हमारे कृषि उत्पाद वैश्विक बाजार में स्थान प्राप्त कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इनलैण्ड वॉटर-वे का उपयोग खाद्य पदार्थों के निर्यात में किया जा रहा है। विगत 03-04 वर्षों में प्रदेश से खाद्यान्न, सब्जी व फलों के एक्सपोर्ट में 400 गुना की वृद्धि हुई है। आज उत्तर प्रदेश 19 हजार करोड़ रुपये के कृषि उत्पादों का निर्यात कर रहा है। आने वाले समय में कृषि उत्पादों के निर्यात को दोगुना करने के लक्ष्य के साथ प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। जनपद वाराणसी के एकीकृत पैक हाउस से निर्यात किए जाने वाले कृषि उत्पादों का यह कार्यक्रम इसी श्रृंखला की कड़ी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मार्च, 2023 में प्रधानमंत्री जी ने वाराणसी के औद्योगिक क्षेत्र करखियावं में मैंगो एवं वेजीटेबल इण्टीग्रेटेड पैक हाउस का लोकार्पण किया था। आज इस पैक हाउस से 03 कंटेनर में 30 टन ताजी सब्जी, फल व हरी मिर्च वैश्विक बाजार को भेजी जा रही है। यह हमारे अन्नदाता किसानों व बागवानों की आमदनी को प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप कई गुना बढ़ाने के अभियान का हिस्सा है। वाराणसी से यू0ए0ई0 के लिए हरी मिर्च की एक खेप, लखनऊ, रामपुर व मेरठ से आम की तीन खेप, आगरा व फर्रुखाबाद से आलू की 02 खेप यहां से पहले ही भेजी जा चुकी हैं।
उत्तर प्रदेश से वर्ष 2020 से ही ताजी सब्जी का निर्यात नई दिल्ली के रास्ते वाराणसी से लंदन तक हुआ है। बनारसी लंगड़ा आम का निर्यात लंदन व दुबई को हो रहा है। चंदौली के काला नमक चावल का निर्यात ऑस्ट्रेलिया को तथा वाराणसी के क्षेत्रीय चावल का निर्यात कतर को किया जा रहा है। भदोही, मिर्जापुर, बलिया, प्रयागराज व लखनऊ से सब्जी का तथा अमरोहा, मेरठ, आजमगढ़, बलरामपुर, सहारनपुर से आम का निर्यात किया जा रहा है।
फर्रुखाबाद व आगरा से आलू का, बागपत से शहद का निर्यात किया जा रहा है। कानपुर क्षेत्र से जामुन का निर्यात लंदन व दुबई को हो रहा है। लखनऊ व लखीमपुर खीरी से केला ईरान को भेजा जा रहा है। हाथरस से भैंस के दूध का मक्खन न्यूजीलैण्ड को निर्यात किया जा रहा है। सिद्धार्थनगर से काला नमक चावल, बिजनौर से गुड़, कानपुर से मूंगफली का निर्यात लगातार बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप उनके नेतृत्व में देश दिन-प्रतिदिन नई ऊंचाइयां छू रहा है। विगत 09 वर्षों में अन्नदता किसानों की आय दोगुनी से अधिक हुई है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में मृदा स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना संचालित की जा रही हैं। वन ड्रॉप-मोर क्रॉप अभियान द्वारा अधिक से अधिक भूमि को सिंचाई योग्य बनाया जा रहा है। किसानों को फसल की लागत का डेढ़ गुना एम0एस0पी0 प्राप्त हो रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ देश के 12 करोड़ किसान प्राप्त कर रहे हैं। इसके अन्तर्गत अन्नदाता किसानों के बैंक खाते में डी0बी0टी0 के माध्यम से 06 हजार रुपये हर साल अंतरित किए जा रहे हैं। डबल इंजन सरकार ने किसानों की समृद्धि के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप देश की अर्थव्यवस्था को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में उत्तर प्रदेश अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहा है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने मण्डी निदेशक श्री अंजनी कुमार सिंह को प्रमाण पत्र प्रदान किया तथा प्रगतिशील किसानों को अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। उन्होंने कृषि उत्पादों पर आधारित एक प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
      कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि गत वर्ष 550 मीट्रिक टन से अधिक आम और सब्जियों को वाराणसी से विदेशों को भेजा गया। इस वर्ष अब तक 300 मीट्रिक टन कृषि उत्पाद निर्यात किए जा चुके हैं। इस पैक हाउस से 10 हजार किसानों को लाभ पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि खाड़ी देशों के अलावा यूरोप व अमेरिका तक हमारे कृषि उत्पाद पहुंचे, यह लक्ष्य रखा गया है। इसे शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात के मामले में देश में पांचवें स्थान पर है। मिर्जापुर में शीघ्र ही पैक हाउस बनना शुरू हो जाएगा। प्राकृतिक खेती के लिए क्लस्टर बनाए गए हैं। उन्होंने अन्नदाता किसानों से प्राकृतिक खेती को अपनाने और मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने की बात कही।
कार्यक्रम को उद्यान, कृषि विपणन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह और अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी ने सम्बोधित किया।
इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री श्री अनिल राजभर, स्टाम्प तथा न्यायालय एवं पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि करखियांव औद्योगिक क्षेत्र में प्रदेश का तीसरा और पूर्वान्चल का पहला पैक हाउस बनकर तैयार है। इस पैक हाउस ने पूरी क्षमता के साथ कार्य करना शुरू कर दिया है। पहली बार पैक हाउस से जी0आई0 टैग मिलने के बाद फलों का राजा बनारसी लंगड़ा आम दुबई भेजा गया। इसके साथ ही, हरी मिर्च व अन्य सब्जियों को भी भेजा गया है। पैक हाउस में बनारसी लंगड़ा आम को वेपर हीट और हीट वॉटर ट्रीटमेंट प्रक्रिया से गुजारा जाएगा। मानक के तहत एक साइज के आम को मशीन से अलग कर उसकी पैकेजिंग की गयी है, जबकि हरी मिर्च की छंटाई, ग्रेडिंग समेत अन्य प्रक्रियाओं से गुजार कर पैकिंग की गयी हैं।
प्रत्येक पैकेट में 3.5 किलो हरी मिर्च रखी गयी है। पैक हाउस से फल-सब्जियों को अंतर्राष्ट्रीय मानक का पालन करते हुए अलग-अलग देशों की मांग के अनुरूप पैक कर भेजने की प्रक्रिया की जाती है। एक दर्जन से अधिक एफ0पी0ओ0 ए0पी0डा0 से जुड़कर अपने उत्पादों को दुबई समेत अन्य देशों में भेज रहे हैं। जल्द और एफ0पी0ओ0 जुड़ेंगे और पैक हाउस की सुविधा का लाभ लेंगे। इस व्यवस्था से किसानों की आमदनी बढ़ेगी व बिचौलियों का हस्तक्षेप समाप्त होगा।
       बाबतपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, वाराणसी से 10 कि0मी0 दूर करखियांव में बना पैक हाउस किसानों के उत्पाद को विदेशों में भेजने के अलावा ट्रेनिंग भी देगा, ताकि किसान अंतर्राष्ट्रीय मानक के तहत अपने उत्पादों को तैयार कर सकें। कुल 4,461 वर्ग फीट में निर्मित इस पैक हाउस पर कुल 15.78 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। वर्तमान में 500 से अधिक किसान एफ0पी0ओ0 के जरिए पैक हाउस से जुड़े हैं। अभी तक वाराणसी से शारजाह जाने वाले विमान से प्रतिदिन सब्जियां जैसे हरी मिर्च, भिण्डी, मुजफ्फरपुर की लीची, बिहार का जरदालू आम समेत अन्य फल, सब्जियां भेजी जा रही हैं। अब इन सभी को पैक हाउस से भेजा जाएगा। पहली बार आम व मिर्च भेजी गयी हैं।
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