जौनपुर। मुंगराबादशाहपुर उपकेंद्र के कैपेसिटर बैंक दिलाएंगे लो-वोल्टेज से निजात

मुंगराबादशाहपुर,जौनपुर। अब नहीं सताएगा कम वोल्टेज की समस्या,कम और ज्यादा वोल्टेज (लो और हाई) की समस्या को दूर रखने के लिए मुंगराबादशाहपुर 33/11 केवी विद्युत उपकेन्द्र के दस-दस एमबीए ट्रांसफार्मरों के स्विच यार्ड पर स्थापित उपकरण दो कपैसिटर बैंक्स को आज से पुनः चालू कर दिया गए हैं। 

यह जानकारी अवर अभियंता आशीष पटेल ने दी,उपकेंद्र स्विच यार्ड में कई वर्ष पूर्व कैपेसिटर बैंक लगाए गए थे, लेकिन ज्यादातर समय खराब ही रहा है,जिससे इसका समुचित लाभ मिला नहीं।
मुंगराबादशाहपुर के उकनी गांव में 132/33 केवी विद्युत उपकेंद्र के स्विच यार्ड में स्थापित कैपेसिटर बैंक जो पिछले कई महीने से खराब है,कल शाम तक उसे भी चालू कर दिया जाएगा। मुंगराबादशाहपुर में लगातार बिजली की मांग बढ़ने से लोड भी बढ़ रहा है। हालांकि, मांग के हिसाब से ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि के साथ नये ट्रांसफार्मर भी लगे, लेकिन इसके बाद भी कई इलाकों में लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। वोल्टेज के कम और ज्यादा होने पर फ्लक्चुएशन होने लगता है। चूंकि, लोगों ने अपने घरों में एसी, कूलर, फ्रिज समेत तमाम उपकरण लगा रखे हैं, ऐसे में उनको बचाने के लिए स्टेबलाइजर लगाना पड़ता है। बिजली विभाग ने लो वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए सबस्टेशन के दस-दस एमबीए दोनों लगभग कई वर्ष पूर्व दो ट्रांसफार्मरों पर कपैसिटर बैंक्स स्थापित किया गया था यह लगभग खराब ही चल रहा था भी हो गए था स्पेयर पार्ट्स आते ही आज पुनः चालू कर दिया गया है। उपखंड अधिकारी मुंगरा आलोक उपाध्याय व अधिशासी अभियंता मछलीशहर रामानन्द मिश्रा ने बताया कि कपैसिटर बैंक लो वोल्टेज की समस्या को दूर करता है। इसके चालू होने से उपकेन्द्र पर फीडरों के एचटी वोल्टेज का स्तर बना रहेगा। कपैसिटर बैंक्स चालू होने से ट्रांसफार्मरों के वोल्टेज में सुधार होता है। इससे लो वोल्टेज की समस्या नहीं रहती है तथा फॉल्ट भी पहले से कम होंगे पहले से बेहतर बिजली मिलेंगी।

क्या है कैपेसिटर बैंक 

कैपेसिटर बैंक एक स्टेबलाइजर की तरह होता है। इसे उपकेंद्र के स्विच यार्ड में लगाया जाता है। यह पावर फैक्टर बढ़ाता है और फीडर के लोड को कम करता है। बिजली सप्लाई अच्छी होती है। ये पावर फैक्टर को सुधारते हैं। कपैसिटर बैंक्स को हिंदी में संधारित्र कहते हैं। इसे कंडेंसर भी कहते हैं। यह एनर्जी स्टोर करने के उपकरण होते हैं। पावर सेवर उपकरण कपैसिटर बैंक्स ही होते हैं। कपैसिटर लोड प्रदान करते हैं। इससे न सिर्फ बिजली की बचत होती है बल्कि, वोल्टेज भी ठीक हो जाता है। जब उपकेंद्रों का वोल्टेज अच्छा होगा तो घरों के लो-वोल्टेज की समस्या स्वत: खत्म हो जाएगी।

कैपेसिटर बैंक के फायदे

स्विच गियर, ट्रांसफॉर्मर खराब नहीं होंगे। घरों में वोल्टेज का उतार-चढ़ाव नहीं होगा। वोल्टेज बढ़ेगा तो लाइन की हानि कम होगी।

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