जिला महिला अस्पताल सहित सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ एंड वेलनेस् सेंटर पर बुधवार को खुशहाल परिवार दिवस आयोजित हुआ | जिला महिला अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. रोहिताश ने कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए उपस्थित लाभार्थियों से कहा कि पात्र लाभार्थी परिवार नियोजन के साधन अवश्य अपनाएं क्योंकि इससे महिला और बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर होता है | साथ ही दंपति सुखी वैवाहिक जीवन भी व्यतीत कर सकते हैं | मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतर अवश्य रखें और पहले बच्चे की योजना विवाह के दो साल बाद ही बनाएं | इससे महिला शरीरिक और मानसिक रूप से गर्भ धारण करने के लिए तैयार हो जाती है | पहले और दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतर अवश्य रखें | इससे माँ का स्वास्थ्य तो बेहतर होता ही है बल्कि बच्चों का पालन पोषण भी अच्छे से होता है |
डा. रोहिताश ने कहा कि परिवार नियोजन में पुरुषों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए यह केवल महिला की जिम्मेदारी नहीं है |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी इन्द्रभूषण सिंह ने बताया कि जिला महिला अस्पताल में चार महिलाओं ने आईयूसीडी और 15 महिलाओं ने त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा लगवाया | इसके अलावा साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया के 15 पैकेट्स, माला एन के 24 पैकेट्स, आकस्मिक गर्भनिरोधक गोली 16 और कुल 1000 कंडोम का वितरण निःशुल्क किया गया |
इस मौके पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुजीत कुमार, एफपीएलएमआईएस मैनेजर किन्दरलाल, अस्पताल का स्टाफ और लाभार्थी मौजूद रहे |
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