करही से निकली श्री खाटू श्याम की पैदल रथ यात्रा ओम्कारेश्वर आकर संपन्न हुई।
 

श्याम के प्रति विकट श्रद्धा और आस्था के वशीभूत होकर श्री श्याम वल्लभ सेवा समिति के तत्वावधान में 25 मई को निकली पदयात्रा मंगलवार 27 जून को  ओम्कारेश्वर आकर सम्पन्न हुई। गुरुदेव आशीष शर्मा पुजारी खाटू श्याम मंदिर मंदसौर के मार्गदर्शन में श्री श्याम वल्लभ सेवा समिति द्वारा यात्रा की शुरुआत की गई। मुख्य कार्यकर्ता निलेश गोस्वामी करही, गोपाला काले बड़वाह सहित 28 श्याम भक्त पद यात्रा में शामिल हुए जिसमे बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल थीं। पैरों में हवाई चप्पल हाथों में श्रद्धा का ध्वज निशान और जय श्री श्याम के जयकारे के साथ मई जून की भीषण गर्मी में आठ सौ किमी की पदयात्रा करते हुए, पदयात्री 24 जून को सीकर जिले के खाटू पहुचे और बाबा श्याम को ध्वज निशान अर्पित कर वापस ओम्कारेश्वर पहुँच कर यात्रा सम्पन की गई। पदयात्री नीलेश गोस्वामी ने बताया कि कोरोना काल मे हम श्याम भक्तों द्वारा यह संकल्प लिया  गया था कि करही, बड़वाह से यात्रा करते हुए खाटू श्याम दरबार मन्नत को पहुँचेगे। की कोरोना पूरी तरह समाप्त हो जाये।

लेकिन उस दौरान पदयात्रा सम्भव नही हो सकी, जिसके कारण अब 25 मई को रवाना हुए और एक महीने में श्याम दरबार मे हाजरी लगाई और यात्रा सम्पन्न हुई। बड़वाह से निकले युवा पदयात्री गोपाला काले ने बताया कि प्रतिदिन 30 से 40 किलोमीटर की यात्रा कर रात्रि में खाटू श्याम के भक्तों के द्वारा की गई व्यवस्था के अनुसार रात्रि विश्राम करते हुए यात्रा की गई थी। एक पालतू श्वान भी यात्रा में साथ चल रहा था। सभी पदयात्रीयो ने  खाटू शायम की झांकी और रथ यात्रा के साथ यात्रा सम्पन्न की गई। सफल और सुरक्षित यात्रा सम्पन्न होने पर परिवारजनों और इष्टजनो ने स्वागत किया और बधाई दी गयी।

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