कोल्हुई बाजार-समाज के निर्बल तबकों के बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा देना है मेरा मकसद- मौलाना अब्दुल वाजिद फैजी
सीमावर्ती क्षेत्र में एग्रीकल्चर की शिक्षा भारत नेपाल के बच्चों के लिए साबित हो रही बड़ी उपलब्धि
गरीब यतीम विकलांग बच्चों से नहीं ली जाती फीस!
महराजगंज-समाज के दबे, पिछड़े,निरीह,यतीम एवं विकलांग बच्चों के जीवन स्तर को ऊंचा करना मेरा मकसद है। इसी ध्येय को लेकर भारत नेपाल सीमा पर इकरा इण्टर मीडिएट कालेज की नीव रखी गई। जहां भारत ही नहीं वरन नेपाल के अधिकांश बच्चे शिक्षा ग्रहण कर अपना जीवन स्तर ऊंचा उठाने में कामयाब हो रहे हैं।उक्त बातें इकरा इण्टर मीडिएट कालेज बभनी ,आजाद नगर कोल्हुई के प्रबंधक मौलाना अब्दुल वाजिद फैजी साहब ने एक भेंट वार्ता में कही। उन्हों ने कहा इस दूर दराज सीमावर्ती क्षेत्र में गरीबों मजलूमों ,निराश्रितों एवं विकलांग बच्चों को देश की मुख्य धारा से जोड़ कर उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने की ललक से सन् 1992 ई०में मात्र 10 छात्रों से किराए की बिल्डिंग में शिक्षण कार्य शुरू किया गया।पूरी लगन और तत्परता से शिक्षण कार्य में लगे रहने और निरीह बच्चों के जीवन स्तर ऊंचा करने की धुन में व्यस्त विद्यालय को संवारने में तन ,मन, धन को समर्पित करते आ रहे है।।
संवाददात-आकाश चौधरी का खास रिपोर्ट
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