बलरामपुर के आवर पेगापुर प्राचीन समय माता मंदिर परिसर में चल रही संगीतमय श्री राम कथा एवं मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह के द्वितीय दिवस में अयोध्या धाम से पधारे प्रेम मूर्ति युवा संत सर्वेश जी महाराज ने कहा कि एक बार त्रेता युग में शिवजी दक्षिण भारत कुंभज ऋषि के आश्रम देवी सती को साथ लेकर भगवान की मंगलमय कथा सुनने के लिए गए वहां जाने के बाद महात्मा ने अभिवादन किया पूछा आने का अभिप्राय क्या है शिव बाबा ने कहा आप मुझे भगवान राम की कथा सुनाइए भगवान राम की कथा जब महात्मा ने सुनाई तो केवल शिवजी ने सुनी सती जी ने नहीं सुनी बाबा तुलसी जी श्री रामचरितमानस में लिखते हैं कि रामकथा मुनि बरज बखानी सुनी महेश परम रुचि मानी शिव जी ने पूछा देवी सती से कि आपको कथा समझ में आई उन्होंने मना कर दिया कहा मुझे कथा समझ में नहीं आई और शिव बाबा ने कहा तुम्हें संदेह करने की जरूरत नहीं है अगर तुम्हें भगवान राम पर विश्वास नहीं है तो जा कर के तुम परीक्षा लो जब यह कहा तो परीक्षा के लिए देवी सतीश जी सीता के वेस में भगवान श्री राम जी के सम्मुख गए और जब उन्होंने देखा सीता के वेश में सती जी को राम जी ने देखा राम जी ने हाथ जोड़कर प्रणाम किया और कहा कि आप सती जी हैं ना कि आप सीता है सती हैं आप मेरी मां है और अकेली जंगल में क्यों फिर रही हैं बाबा भोले कहां है तब सती जी को आश्चर्य हुआ इसी बीच सती जी को चारो ओर राम जी सीता जी के साथ बैठे नजर आए।
उक्त उक्त अवसर पर योगी ज्ञानी नाथ,योगी अनिल नाथ,योगी धर्मेन्द्र नाथ,दद्दन मिश्रा जिला पंचायत अध्यक्ष श्रावस्ती,चेयरमैन डॉ.धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरु,अनूप गुप्ता अध्यक्ष प्रतिनिधि नगर पालिका उत्तरौला,व्लाक प्रमुख संघ अध्यक्ष प्रवीण सिंह विक्की,जन्मेजय सिंह,डीपी सिंह बैस,संजय शर्मा,कृष्ण गोपाल गुप्ता संजय शर्मा,अशोक पांडे,डॉ.अजय सिंह पिंकू,राजीव द्विवेदी,सुजीत शुक्ला,उमाशंकर त्रिपाठी,विजय सिंह,संजय शुक्ला,शुभेंद्र गौरव,शिवम मिश्रा सहित सैकड़ों की संख्या में गांववासी एवम् कार्यकर्ता बंधु उपस्थित रहे।
उमेश चंद्र तिवारी
9129813351
हिंदी संवाद न्यूज
बलरामपुर
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know