शहर में वाहनों की संख्या में भी आशातित बढ़ोतरी हो रही है। इसके समानांतर पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण रोजाना जाम की समस्या उत्पन्न होती है।
इसके साथ ही यात्रि वाहनों के लिए भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। शहर में वर्तमान में सैंकड़ो ई-रिक्शा संचालित हैं। लेकिन इनका कोई निश्चित ठिकाना अबतक निर्धारित नहीं हो पाया है। इसके साथ ही बाजारों में आमलोगों निजी वाहन भी यत्र-तत्र खड़े मिल जाते हैं।
नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत पार्किंग की समस्या लगातार विकराल रूप धारण करती जा रही है। इसके कारण मुख्य बाजार क्षेत्रों की स्थिति दिन-प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है। सुबह से ही सड़कों पर जाम लगना आम बात हो चली है। इसके कारण लोगों का अतिरिक्त समय लगना भी आम बात हो गई है। जाम के कारण लोगों को नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। शहर का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही गांवों के भी लोग पलायन कर शहर की तरफ रुख कर रहे है। इसपर नौकरी की कमी का असर भी दिख रहा है। जनसंख्या की बढ़त के साथ ही लोगों की आवाजाही के लिए वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी का दौर जारी है। शहर में पार्किंग के लिए कोई भी जगह चिह्नित नहीं होने से वाहन चालक मनमानी तरीके से वाहनों को पार्क कर जाम की स्थिति उत्पन्न करने से बाज नहीं आते। वहीं सड़कों पर अतिक्रमण के कारण भी सड़के लगातार सिकुड़ती जा रही हैं।
इसके कारण राहगीरों को कई बार दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है। वाहन चालक अपनी मर्जी से शहर में कहीं भी पार्किंग कर लोगों के सामने समस्या उत्पन्न कर रहे हैं।
असगर अली
उतरौला
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