गोरखपुर:- खजनी थाने में जहां 12 उपनिरीक्षक तैनात रहा करते थे अब वहीं मात्र 3 उपनिरीक्षक मौजूदा है।और समय में अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं।उप निरीक्षकों की कमी से नहीं हो पा रहे हैं जन शिकायतों का निस्तारण।
बताते चलें कि खजनी थाने में कुल चार हल्के हैं। एक इंस्पेक्टर व तीन उपनिरीक्षक कैसे समस्याओं का निस्तारण कर रहे हैं यह एक यक्ष प्रश्न है। खजनी थाने से उपनिरीक्षकों का स्थानांतरण होता गया और यहां से वह अपने नए तैनाती पर पहुंच गए लेकिन अब तक खजनी थाने पर उनकी जगह किसी भी अपनी रक्षा का आमद नहीं हुआ थाने पर उपनिरीक्षकों की संख्या मात्र तीन है। एक उपनिरीक्षक जनसुनवाई देखते हैं तो बचे दो से चार हलकों का कार्य संपादित कैसे होगा ऐसे भी जब भी थाने पर फरियादी अपनी शिकायती पत्रों को लेकर आता है तो उनके आवेदन पत्र तो ले लिए जाते हैं परंतु निस्तारण करने में काफी समय का इंतजार करना पड़ता है और बाध्य होकर फरियादी जनपद से लगाया मुख्यमंत्री दरबार तक अपनी हाजिरी लगाते हैं। ऐसे मैं जनपद के आला अफसर यदि ध्यान नहीं देंगे तो यहां के फरियादियों के शिकायती पत्र का निस्तारण धीमी गति से होती रहेगी और फरियादियों को न्याय के लिए बार-बार थाने का चक्कर लगाना पड़ेगा।
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