जौनपुर। युवाओं ने निःशुल्क गुरुकुल शिक्षण संस्थान की रखी नींव, सशक्त भारत है लक्ष्य

सूरज विश्वकर्मा के नेतृत्व में क्षेत्र के युवाओं ने की बैठक

युवाओं ने कहा युवा बदलेगा क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर

मुंगराबादशाहपुर,जौनपुर। कहते हैं अगर इंसान चाहे ले तो क्या कुछ नहीं कर सकता है और अगर समर्पण भाव है तो निश्चित ही सफलता प्राप्त होता है। अपने सपनों व महत्वाकांक्षी योजना को साकार करने के लिए मुंगराबादशाहपुर नगर के युवा सूरज विश्वकर्मा ने शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए युवाओं के नेतृत्व शुक्रवार को गुड़ाहाई में एक बैठक कर,सर्वसम्मति से निःशुल्क गुरुकुल शिक्षण संस्थान की नींव रखी है और सशक्त भारत की थीम रखा है। 

आपको बताते चलें कि सूरज विश्वकर्मा के मन में विगत कई वर्षों से शिक्षा के व्यवसायी करण और शिक्षा के घटते स्तर, गुडवत्ता व शिक्षा से वंचित बच्चों की पढ़ाई एवं मनमानी फीस को लेकर काफी चिंतित रहते थे और एक उन्होंने अपने संपर्क में रहने वाले युवाओं से इस बात को गंभीरता से चर्चा की और एक योजना तैयार किया। जिसके परिणामस्वरूप सूरज विश्वकर्मा ने अपने सपनों व महत्वाकांक्षी योजना को लेकर क्षेत्र के युवाओं के साथ मुंगराबादशाहपुर नगर के गुड़ाहाई मोहल्ले में स्थित मां काली चौरा माता मंदिर पर एक बैठक बुलाई। जिसमें सूरज विश्वकर्मा ने अपनी महत्वाकांक्षी योजना सबके सामने पेश किया। जिसमें विद्यार्थी प्रमुख शिवम दुबे, योर मुंगराबादशाहपुर इंस्टाग्राम पेज के एडमिन रितेश सिंह, माई मुंगराबादशाहपुर एडमिन, आनंद गुप्ता, दिव्यांश त्रिपाठी, आर्यन गुप्ता, सागर भारतीय, उमंग श्रीवास्तव, यश उमरवैश्य, सत्यम मोदनवाल के साथ सर्वसम्मति से निःशुल्क गुरुकुल शिक्षण संस्थान की नींव रखी और सशक्त भारत थीम रखा। वैठक को सम्बोधित करते हुए सूरज ने कहा कि निःशुल्क शिक्षा व्यवस्था कारागार बनाने में आप सब अपने विचार जरूर रखें। वहीं विद्यार्थी प्रमुख शिवम दुबे ने कहा कि हमें सर्वप्रथम आस पास के बच्चों और उनके माता पिता से संपर्क कर अपनी योजना के बारे में अवगत कराने के साथ ही सहयोग देने के लिए अपील करने को कहा। इसी क्रम में रितेश सिंह ने कहा कि हमें बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के साथ ही शारिरिक खेल को भी शामिल करना चाहिए, ताकि उनका मानसिक विकास बढ़े और वो कुशल छात्र भी बनेंगें। उमंग श्रीवास्तव, दिव्यांश त्रिपाठी,आनंद गुप्ता, दिव्यांश त्रिपाठी, आर्यन गुप्ता, सागर भारतीय, उमंग श्रीवास्तव, यश उमरवैश्य, सत्यम मोदनवाल ने भी विचारों को स्वतंत्रता पूर्वक पेश किया। बैठक के अंत में युवाओं ने अगले दिन शनिवार शाम पांच बजे से निःशुल्क शिक्षण गुरुकुल संस्थान का शुभारंभ करने का निर्णय लिया और उसकी तैयारी में तन मन से जुट गए हैं। 

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