जौनपुर। विधायक और राज्यसभा सांसद द्वारा जर्जर तार बदलने का वादा हवा हवाई
पिछले साल विधायक व राज्यसभा सांसद ने बीस लाख देने की बात कही
लेकिन हवा हवाई साबित हुआ जनता के सामने किया वादा
मुंगराबादशाहपुर,जौनपुर। जैसे ही गर्मी का मौसम नजदीक आने लगता है वैसे ही मुंगराबादशाहपुर नगर में अघोषित बिजली कटौती से जनता बेहाल हो जाती है लेकिन जनप्रतिनिधि एसी में आनंद लेते हुए जनता की समस्याओं को जानबूझकर नजरअंदाज करने का काम करते हैं। सबसे ज्यादा नन्हे मुन्ने बच्चे और घर में मौजूद महिलाओं को झेलना पड़ता है जिससे उनका हाल बेहाल हो जाता है।
क्षेत्र में तापमान आसमान को छूता जा रहा है। तेज धूप के साथ झुलसा रहे गर्म हवाओं के साथ थपेड़ों से जनजीवन प्रभावित हो गया है। भीषण गर्मी से गांव लेकर नगर तक लोग बेहाल हो गए हैं। सुबह से ही चिलचिलाती धूप के साथ लू के चलते घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। शाम छः बजे तक गर्म हवाएं चल रही है और गर्मी उमस व अघोषित बिजली कटौती की वजह से घरों में भी राहत नहीं है। पारा सामान्य से ऊपर चला गया है शाम के बाद लोगों को धूप से तो हल्की राहत मिलती है लेकिन गर्म हवाएं चलने और तपिश बकरार रहने से लोग पसीना पोंछते रहते हैं। दिन रात अंधाधुंध बिजली कटौती की कारण लोगों की नींद उड़ गई है, जिसका सीधा असर सेहत पर पड़ रहा है। वहीं पिछले साल क्षेत्रीय विधायक पंकज पटेल व राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने नगर में जर्जर तारों के कारण हो रहे बिजली कटौती के लिए केबल बदलने के लिए बीस बीस लाख रुपए देने की बात कही और जनता से इसका वादा भी किया। लेकिन नगर के चमचों की चमचागिरी केवल जनप्रतिनिधियों के साथ फोटो खिंचाने के लिए रही थी। जिसके बाद से आज तक न तो जर्जर तार बदले गए और न ही अब तक इस संबंध में कोई ठोस कदम उठाए गए। जनता भी धीरे धीरे इन सब बातों को भूल गए और जब फिर भीषण गर्मी में अघोषित बिजली कटौती होने लगी तो फिर से जनता जनप्रतिनिधियों को कोसती नजर आई,लेकिन जनता जनप्रतिनिधियों से जर्जर तार बदलने के लिए बोले गए बीस लाख रुपए के सम्बंध में जानकारी हासिल करने में नाकामयाब रही है। जिसके कारण फिर से लोगों को झुलसा देने वाली गर्मी में मजबूरन गुजारना पड़ रहा है। क्या विधायक और राज्यसभा सांसद ने जो बीस लाख रुपए देने की बात कही थी वह जनता को गुमराह करने के लिए थी?या हवा हवाई वादे करने में कामयाब रहे जनप्रतिनिधि?या फिर हवा में ही जर्जर तार बदल दिया गया। भीषण गर्मी में क्या बच्चे,बुजुर्ग व महिलाएं त्रस्त हो गई हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है मजबूरन उन्हें गर्मी में रातभर छतों पर घूम घूम कर गुजारना पड़ रहा है और सबसे ज्यादा नन्हे मुन्ने बच्चों व घरों में मौजूद कामकाजी महिलाओं को झेलना पड़ रहा है लेकिन करें भी तो क्या करें? फिलहाल विधायक और राज्यसभा सांसद एसी में मस्त हैं और जनता गर्मी में बिजली कटौती से त्रस्त है और उनकी नींद उड़ गई है जिससे लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
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