महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं और कथनों को अपने जीवन में उतार कर सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त कर सकते हैं:- आशीष कुमार मौर्य


बहराइच। प्रगतिशील विश्व मौर्य परिषद अखंड भारत के तत्वाधान में मोगलहा, निज़ामपुर व जिला कार्यालय गजपतिपुर में विश्व को शान्ति एवं अहिंसा,भाईचारे, प्रेम व ज्ञान का सन्देश देने वाले, करुणा व दया के सागर तथागत भगवान गौतम बुद्ध के अवतरण एवं महापरिनिर्वाण दिवस जिलाध्यक्ष आशीष कुमार मौर्य की अध्यक्षता में गया मनाया।
इस अवसर पर प्रदेश महासचिव संतोष कुमार मौर्य ने कहा कि वैशाख महीने की पूर्णिमा को गौतम बुद्ध का जन्म कपिलवस्तु के निकट लुम्बिनी में हुआ था। उनको 'एशिया के ज्योति पुंज' के तौर पर भी जाना जाता है। भगवान बुद्ध की शिक्षाएँ, विचार और बौध धर्म से जुड़ी प्रमुख बातों पर अध्ययन करते हैं जिनसे जीवन में काफी बदलाव लाया जा सकता है।बुद्ध पूर्णिमा जिसे बुद्ध जयन्ती के रूप में भी जाना जाता है। 


प्रदेश प्रवक्ता अजय कुमार मौर्य ने कहा कि महात्मा बुद्ध अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में हिरण्यवती नदी के तट पर कुशिनारा पहुँचे। जहाँ पर 80 वर्ष की अवस्था में इनकी मृत्यु हो गई। इसे बुद्ध परम्परा में महापरिनिर्वाण के नाम से जाना जाता है। मृत्यु से पहले उन्होंने अपना अंतिम उपदेश कुशिनारा के परिव्राजक सुभच्छ को दिया महापरिनिर्वाण के बाद बुद्ध के अवशेषों को आठ भागों में विभाजित किया गया। जिलाध्यक्ष आशीष कुमार मौर्य ने कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि महात्मा बुद्ध की शिक्षाओं और कथनों को अपने जीवन में उतार कर सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त कर सकते हैं। और जीवन की कई समस्याओं से बच सकते हैं। इस मौके पर मनीष कुमार मौर्य, जिला मंत्री प्रेम कुमार मौर्य, विशेश्वरगंज ब्लॉक अध्यक्ष कृष्ण कुमार मौर्य, दीपक कुमार मौर्य संत कुमार मौर्य,राम निहल मौर्य, शिवम् मौर्य, प्रशांत मौर्य, शशांक मौर्य, राजेंद्र प्रसाद राजपूत, शैलैश कुमार मौर्य,जैकेश कुमार मौर्य, एडवोकेट योगेंद्र कुमार मौर्य,अशोक कुमार मौर्य,रामू आर्या,चांद बाबू खान,विजय कुमार दिनकर, बंसीलाल लाल मौर्य आदि लोग मौजूद रहे।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने