गरीब परिवार की कन्या हेतु विवाह मे सहयोग के लिए संगठन आया आगे-



आजकल अक्सर लूटमार पैसे के लिए कत्ल कर देना और शादी के लिए बैंक से पैसे निकाल कर घर आरे पिता से लूटे पैसे जैसी खबरे आए दिन पढ़ने को मिलती है लेकिन इसी बीच एक खबर ये पढ़िए की एक गरीब परिवार के बेटी के विवाह के लिए इक्कीस हजार की सहायता ब्राह्मण संगठन बलरामपुर ने की है।
हलाकी यह संगठन विगत दस सालों से समाजसेवा जनजागरुकता और गरीबों की मदद के लिए कार्य कर रहा है।जिसे कोई आर्थिक सहायता नही मिलती न ही किसी एनजीओ या सरकारी मदद ही मिलती है बस कुछ जागरूक लोगों के आगे आने से ऐसा पुनीत कार्य लगातार किया जा रहा है।
समाज में लोगों की जागरूकता और आपसी सहयोग की यह एक बेहतर मिशाल देखी जा सकती है 
हालाकि ऐसी चर्चा पहले के समय में दिखाई पड़ जाती थी लेकिन अब बहुत कम ही मौके मिलते हैं कि किसी गरीब की मदद कोई निःस्वार्थ करे।


बात करेंगे जनपद के एक ऐसे संगठन की जो लगातार गरीब बालिका विवाह में आगे आते हुए मदद के लिए पूरा प्रयास करता है। आज
अखिल भारतीय ब्राह्मण जन समिति ईकाई बलरामपुर द्वारा बलरामपुर जिले के एक गरीब परिवार की कन्या के विवाह हेतु कन्या की माता जी को संगठन की तरफ से  21000/रुपए की आर्थिक सहयोग प्रदान किया गया।
इस अवसर पर संगठन के जिलाध्यक्ष पंडित राम नरेश त्रिपाठी, संरक्षक पंडित सेतु बंधु त्रिपाठी, प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित सौरभ त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष डॉ तुलशीश दुबे, जिला मंत्री अम्बरीष शुक्ल, सभासद प्रतिनिधि अक्षय शुक्ल आदि उपस्थित रहे।
बेटी के विवाह के अवसर पर बिना बताए ऐसा सहयोग राशि पाकर महिला रोने लगी ।
महिला ने रोते हुए संगठन के पदाधिकारियों और सभी सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा है की ये संगठन नही मेरे लिए पिता तुल्य है।मैं सभी का आजीवन आभारी रहूंगी।

इस सहयोग के लिए जिलाध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी और प्रदेश पदाधिकारी सौरभ त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से बताया की ये अकेले का काम नहीं है यह एक छोटा सा सामूहिक प्रयास से संभव हुआ है हालाकि यह कोई पहला परिवार नही है जिसकी हमारे संगठन के लोगों ने सहयोग की है हम प्रयास करते हैं की समाज में गरीब असहाय और जरूरतमंद की ज्यादा से ज्यादा मदद की जा सके।
हमारे संगठन में सेतु बाबा जी और तुलशीश दुबे ,अंबरीश ,जी जैसे कई सक्रिय कार्यकर्ता है जो अपने परिवार की तरह हर गरीब की मदद के लिए आगे आते हैं और एक मुहिम चलाकर सहयोग प्रदान करने का प्रयास करते हैं।
सौ की लाठी एक का बोझ वाली बात है समाज से जायदा से ज्यादा लोगों को इस पुनीत कार्य में आगे आना चाहिए इससे बेहतर कार्य शायद कोई नही की आप किसी परेशान ,मजबूर इंसान को खुशी दे सकें।
 

उमेश चंद्र तिवारी
 हिंदी संवाद न्यूज
 बलरामपुर 

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