उतरौला(बलरामपुर) नगर पालिका परिषद उतरौला के चुनाव में मतदाताओं ने कभी भी बसपा, कांग्रेस व निर्दलीय पर भरोसा नहीं जताया।
मतदाताओं ने राष्ट्रीय दल भाजपा व सपा प्रत्याशियों पर भरोसा करके कभी भाजपा प्रत्याशी को अध्यक्ष बनाया कभी सपा प्रत्याशी को अध्यक्ष बनाया। मतदाताओं ने बसपा, कांग्रेस व अन्य किसी राष्ट्रीय दल के प्रत्याशी को अध्यक्ष नहीं बनाया।
नगर पालिका परिषद उतरौला में वर्तमान समय में 28,653 मतदाता हैं जिनमें मुस्लिम मतदाताओं के मतदाता 15092 व हिन्दू मतदाता 13561 है। इस तरह इस बार मुस्लिम मतदाताओं की हिन्दू मतदाताओं से लगभग डेढ़ गुना मतदाता होने से वर्तमान चुनाव में मुस्लिम मतदाता अपनी निर्णायक भूमिका अदा करेंगे। नगर पालिका परिषद उतरौला घोषित होने पर पहले निर्वाचित अध्यक्ष विश्वनाथ गुप्ता भाजपा व उसके बाद अमर नाथ गुप्ता भाजपा से अध्यक्ष निर्वाचित हुए। उसके बाद सपा ने भाजपा से सीट छीनकर श्रीमती अफसर जहां और उसके बाद श्रीमती रोशन जहां निर्वाचित हुई।
उसके बाद भाजपा के अनूप चन्द्र गुप्ता ने उनसे सीट छीनकर अध्यक्ष बने। उसके बाद पिछले चुनाव में सपा के मोहम्मद इदरीस खा ने भाजपा के अनूप चन्द्र गुप्ता को 287 मतों से हराकर भाजपा से सीट छीन ली। लेकिन उनकी कार्यकाल के दौरान मृत्यु हो गई। इस तरह नगर पालिका परिषद उतरौला के अध्यक्ष पद पर भाजपा तीन बार और सपा के तीन बार अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। इस बार भी भाजपा व सपा के बीच सीधी टक्कर होने से भाजपा ने उतरौला नपाप अध्यक्ष के लिए जहां पुराने चेयर मैन अनूप चन्द गुप्त की पत्नी श्रीमती सविता गुप्ता पर भरोसा जताया है वहीं समाजवादी पार्टी ने नया चेहरा डा०हिना कौशर पर दांव लगाया है।
बसपा , कांग्रेस व कुछ निर्दलीय चुनाव मैदान में आकर अपना भाग्य आजमा रहे हैं। लेकिन अब गेंद जनता की पाले में है अब देखना है उन्हें रिझाने में कौन उम्मीदवार सफल होता है।
असगर अली
उतरौला
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