राजकुमार गुप्ता _________________________________________हज्जन बिस्मिल्लाह मंसूरी के पौतें नौशाद अली मंसूरी और अदीब अली मंसूरी ने अपने जीवन में आज जुमाअ को पहली बार रोजा रखा । ये कैथून कोटा के रहने वाले हैं लेकिन अभी जयपुर में चार दरवाज़ा में निवास करते हैं । इन्होंने अलसुबाह सहरी के वक्त अपनी दादी हज्जन बिस्मिल्लाह मंसूरी के साथ सहरी करके रोजे की नियत की और फिर फजर की नमाज़ अदा की । ये दिन भर बिना कुछ खाए और पीए रहें । फिर शाम के समय मगरिब की अज़ान होने पर अपनी दादी हज्जन बिस्मिल्लाह के साथ भारत देश के लिए अमन चैन की दुआ मांग कर इफ्तारी की और मगरिब की नमाज़ अदा की । अल्लाह से यही दुआ है कि भारत देश में शान्ति और प्यार मोहब्बत बना रहें । अल्लाह से इन दोनों पौतों के लिए दुआएं हैं कि दोनों चिकित्सक बने और देश की सेवा करें ।
हज्जन बिस्मिल्लाह मंसूरी के पौते बने जीवन के पहले रोजेदार
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