उतरौला( बलरामपुर )
उतरौला नगर निकाय चुनाव में इस बार मुस्लिमों पर सभी का फोकस है। कांग्रेस और बसपा के अलावा इस बार भाजपा भी मुस्लिमों पर फोकस कर रही है। सभी दल व निर्दल प्रत्याशी चुनाव जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे है, तो वहीं बागीयों ने भी सियासी बिसात पर चालें चलनी शुरू कर दी है। सपा प्रत्याशी डॉ हिना कौसर का पर्चा निरस्त होने के बाद सपाई खुलकर किसी के साथ नहीं आ रहे हैं। लेकिन कई सपा नेता अंदर ही अंदर कांग्रेस प्रत्याशी मंजूर कुरेशी को चुनावी मैदान में मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं। इसे बदलती राजनीति का आगाज कहा जाए या सियासी तानाबाना। विधानसभा और लोकसभा में एक भी मुस्लिम को टिकट न देने वाली भाजपा जहां इस बार मुस्लिमों पर फोकस कर रही है तो वहीं कांग्रेस, बसपा और निर्दलीयों के बीच भी रस्साकसी तेज हो गई है। फोकस मुस्लिम वोटरों पर है। नगर निकाय चुनाव में इस बार भी मुस्लिम वोटरों को अपने पाले में करने के लिए सभी जोर लगा रहे हैं। क्योंकि उतरौला नगर पालिका में लगभग 20% मत मुस्लिमों का अधिक बताया जा रहा है।
समीकरण बनाने के लिए दल अपनी नीतियों में बदलाव तक करने को तैयार हैं। सपा का पर्चा खारिज होने के बाद सवाल यह है कि मुस्लिम किस ओर जाएगा। क्या मुस्लिम कांग्रेस में भरोसा जताएंगे। या बसपा, भाजपा की तरफ रुख करेंगे।
असगर अली
उतरौला
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