अधिक नमी एवं कम प्रकाश के कारण ज्यादा विकसित होती है फफूंद: कृषि वैज्ञानिक


*कटहल में फफूँद व सड़न रोग से बचाव हेतु डॉ के एम सिंह ने दिया जानकारी* 



बहराइच ( ब्यूरो)आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र नानपारा   के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने बताया कि, एंथ्रेक्नोज बीमारी फफूंद के द्वारा पैदा होती है। अधिक नमी एवं कम प्रकाश के कारण यह फफूंद ज्यादा विकसित होती है। कटहल में फफूँद जनित फल सड़न रोग लगा है। इसके उपचार के लिए डॉ हाशिता ने बताया कि संक्रमित फलों को तोड़कर जमीन मे दवाकर नष्ट कर दें। कॉपर ऑक्सिक्लोराइड अथवा बोर्डो मिक्सर का प्रयोग करें। अथवा इसके उपचार के लिए मेंन्कोज़ेब 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी अथवा कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 2.50 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलकर 10 से 15 दिन के अंतराल पर 2 से 3 स्प्रे करें। इसमें रस चूसक कीट अथवा सुडी के प्रकोप होने की दशा में एसिटाम्प्रिड 2 ग्राम या थायमेटोक्साम को प्रति लीटर पानी घोल बनाकर स्प्रे करे। डॉ के एम सिंह ने बताया उपर्युक्त दवाओं के साथ घुलनशील एन पी के (0:52:34) 10 ग्राम एवं बोरान 1 ग्राम प्रति लीटर को मिलाकर स्प्रे करें कटहल में फफूँद जनित फल सड़न रोग से बचाया जा सकता है ।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने