दो दिवसीय किसान मेले का सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने किया उद्घाटन



*मोटे अनाज के उत्पादन से पूरे देश का होगा कल्याण* बृजभूषण शरण सिंह


बहराइच ( ब्यूरो) कृषि विज्ञान केन्द्र  प्रथम पर फसल अवशेष प्रबंधन परियोजनाअंतर्गत दो दिवसीय  लगने वाले किसान मेले  के दूसरे दिन उदघाटन के लिए  मुख्य अतिथि के रूप में  सांसद  बृजभूषण शरण सिंह , कैसरगंज रहे।  जिन्होंने  किसानो से अहवान किया की किसान पराली न जलाए। क्यों की पराली जलाने से लाभदायक जीव नष्ट हो जाते है।सभी जीवों का अपना महत्व है।  सांसद ने बताया कि आजकल सभी खाद्य पदार्थों में मिलावट हो रही है। रसायन और दवाओं के अंधाधुंध प्रयोग से लोगो में कैंसर बीमारी हो रही है। इसलिए कीटनाशकों का प्रयोग कम करे। अपने घर पर दूध, सब्जी पैदा करिए। ताकि आप और आपका परिवार स्वस्थ्य रहे। आप लोग अपना खान- पान सुधारे। जैसे अरब देश वाले खोज लिए की बालू के नीचे तेल है वैसे आप लोग मोटे अनाज का महत्व समझे और इसकी खेती अपनाए। 
सांसद के साथ विधायक पयागपुर  सुबास चंद्र त्रिपाठी , एमएलसी प्रज्ञा त्रिपाठी, ब्लाक प्रमुख हुजूरपुर  अजीत प्रताप सिंह रहे। सांसद  के साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसार निदेशक प्रो. डा. एपी. राव आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या थे जिन्होंने बताया कि केंद्र पर सरसो, गेंहू, की फसल बहुत अच्छी है। साथ ही उन्होंने बताया कि सरसो के तेल के जैसा कोई तेल नहीं है। क्यों की यह बहुत सुद्ध होता है। सरकार बहुत सारी योजनाएं चला रही है जिससे किसानों को सीधे फायदे हो रहे है। और सरकार नैनो यूरिया को भी बढ़ावा दे रही है और बताया कि बहुत जल्द केंद्र को ड्रोन मिलने वाला है जिससे केंद्र पर और किसानों के खेत में ड्रोन से दवाओं और खाद का छिड़काव होगा। 
 केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डी बीपी शाही ने केंद्र पर चल रही सभी योजनाओं और फसल  अवशेष प्रबंधन योजना की प्रगति के बारे जानकारी दी । वरिष्ठ वैज्ञानिक  एवं अध्यक्ष केवीके. नानपारा डा. केएम सिंह  ने रबी और जायद की खेती के बारे में विस्तार से बताया। केवी के श्रावस्ती के प्रभारी डा.विनय कुमार ने सब्जियों की खेती के बारे विस्तृत जानकारी दी।  डा. पी.के. सिंह ने मधुमक्खी पालन के बारे में किसानो को बताया कराया। डा. शैलेन्द्र सिंह ने पराली अवशेष प्रबन्धन के लिए पूसा डी कंपोजर के बारे में विस्तार से बताया। डा.उमेश बाबू ने गेंहू और जायद की फसलों की नई प्रजाति के बारे में जानकारी दी। केंद्र की  वैज्ञानिक  रेनू आर्य ने पोषण वाटिका द्वारा मूल्य संवर्द्धन की विस्तृत जानकारी दी।  डा.नन्दन सिंह ने प्राकृतिक खेती के बारे में जानकारी दी। डा.अरुण कुमार राजभर ने किसान उत्पादक संगठन के गठन और इसके फायदे के बारे में जानकारी दी। डा.नीरज सिंह  ने  किसानो को फसल अवशेष प्रबन्धन में प्रयोग होने वाली मसीनों और चलाते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया। दो दिवसीय किसान मेले में   26 से अधिक स्टाल लगे थे  सभी को  प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिसमे मुख्य रूप से  समन्वित कीट प्रबंधन संस्थान लखनऊ, हिन्दुस्तान उर्वरक   एवं रसायन लिमिटेड,  कृषि विभाग, इफको, उधान विभाग, गन्ना विभाग, पशुपालन विभाग समेत कुछ किसान उत्पादक संगठन के भी स्टाल लगे थे जिसमे एकता महिला किसान सेवा मंडल, उदमी महिला प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, हुजूरपुर नेचुरल फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी थे। प्राइवेट कंपनियो के भी स्टाल थे जिसमे मुख्य रूप से रासी सीड, बायर, धनुका,  खेतान, टी. सी. एल., आई. टी. सी., दयाल कंपनी, धरनी  सीड्स और यूएस एग्री सीड्स थी। जो  किसानों को बहुत  लुभा रहे थे। मेले के समापन के दिन 600 से अधिक किसानों ने   मेले में प्रतिभाग किया।  केंद्र के सभी वैज्ञानिको और कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया। बहराइच जिले के गौरैया संरक्षण के मसीहा एवं वरिष्ठ पत्रकार  मिथिलेश जायसवाल को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया और साथ ही  कुल 25 कृषकों को  उनके द्वारा कृषि में  उत्कृष्ठ कार्य के लिए सम्मानित  भी किया गया जिसमे रिजवान अली, पंकज  चौरसिया, राजेश चौरसिया, बरसाती लाल चौरसिया, अशोक कुमार, बदलू राम यादव,  जगन्नाथ मौर्य, राना चेतन सिंह, रामनरेश,  माया देवी, जियाउल्हक,  अंबरिश मौर्या, गिरजेश प्रताप सिंह, दिनेश मौर्या, राहुल शर्मा, अनिल कुमार, मनोज सिंह, आनंद वर्मा, अनिरुद्ध यादव, हरिसरण सिंह, मुहीद  खान,  दीपनारायण मौर्य,  लिलावती, साधना अवस्थी और अशोक मौर्य थे। किसान मेले के दूसरे दिन उपस्थित सभी  वैज्ञानिक  और अधिकारी जिसमे  डा. अरुण कुमार के. वी.के. नानपारा,  जिला सुरक्षा अधिकारी श्रीमती प्रिया नन्दा, जिला कृषि अधिकारी श्री सतीश पांडेय, मत्स्य अधिकारी डा. जितेंद्र शुक्ला और पूर्व अध्यक्ष के. वी.के. मनकापुर डा. मिथलेश पांडेय आदि लोग उपस्थित थे। कृषि विज्ञान केंद्र  प्रथम के सभी कर्मचारी अनिल पांडेय,  ई. राजीव कुमार, यंग प्रोफैशनल कुसाग्र सिंह, फार्मर चेंज एजेंट मो.राहीश खान, अनिल पांडेय,  संजय पांडे, सिराज, चंद्रप्रकाश और बगेसवारी आदि लोग उपास्थि थे।

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