राजकुमार गुप्ता
आगरा।। होली का पर्व एक सामाजिक समरसता का पर्व है। इस पर्व को सभी व्यक्ति अपने पारस्परिक भेदभाव, शत्रुता, मत, पंत, जाति बुलाकर स्नेह के साथ होली का पर्व मनाते हैं। आने वाले दिनों में होली और शव ए बरात साथ - साथ हैं। इसलिए त्यौहार पर आपसी सौहार्द और शांति बनाएं रखें। होली के पर्व पर ऐसा कोई कार्य ना किया जाएं जिससे किसी की स्वतंत्रता को आघात ना किया जाएं। इसलिये जनपद के समाजसेवियों की सभी से अपील की हैं कि भाईचारा बढ़ाएं, आओं मिलकर शांतिपूर्ण व सौहार्द पूर्ण होली पर्व मनाएं। इस सन्दर्भ में हमारे संवाददाता क़लमकार संजय साग़र ने जनपद के समाजसेवियों से उनके विचार जाने हो इस प्रकार हैं -
इस सन्दर्भ में आगरा स्मार्ट सिटी,भारत सरकार के सलाहकार सदस्य,भारतीय नमो संघ के जिलाअध्यक्ष, उ.प्र.अपराध निरोधक समिति लखनऊ के आगरा मंडल कमेटी के उपाध्यक्ष व हिन्दू जागरण मंच, ब्रज प्रान्त उ.प्र.के प्रदेश संयोजक तथा आत्मनिर्भर एक प्रयास के चेयरमैन एवं लोकप्रिय व सुप्रशिद्ध समाजसेवक राजेश खुराना ने इस अवसर पर सभी जनपद वासियों को होली एवं शव - ए - बारात की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि होली एक धार्मिक त्योहार है जो पूरी दुनिया में हिंदुओं द्वारा मनाया जाता है। ब्रज क्षेत्रों में होली की रस्में - मथुरा, वृंदावन, गोवर्धन, गोकुल, नंदगाँव और बरसाना - सबसे प्रसिद्ध हैं। लट्ठमार होली - बरसाना की पारंपरिक होली विश्व प्रसिद्ध है। वहीं, आपसी सौहार्द एवं भाईचारे के लिए आगरा का इतिहास हमेशा से अच्छा रहा है। इस परंपरा और यहां की संस्कृति एवं गंगा जमुनी तहजीब को अछून्य बनाए रखना हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है। सभी लोग संयम, मानवता, संवेदनशीलता, शालीनता, प्रेम, भाईचारा और सौहार्द का पालन करते हुए धार्मिक भावनाओं को आहत किए बगैर तोहार को पूरे उत्साह के साथ मनाएं। सभी संभ्रांत लोगों से अपील हैं कि अपने आसपास के युवाओं के साथ बैठकर उन्हें नैतिक एवं मानवीय मूल्यों से परिचित कराएं की होली पर्व एवं शबे बरात के दृष्टिगत आयोजन होने वाले बाइक जुलूस व शोभा यात्राओं के दौरान किसी प्रकार के मादक पदार्थों का प्रयोग ना करें। होली का त्यौहार आपसी भाईचारे व सौहार्द का त्योहार है। इसे आपस में मिलजुल कर मनाएं। होलिका परंपरागत ढंग से जलाएं। बिना अनुमति के डीजे ना बजाएं तथा नशा करके वाहन ना चलाएं। कपड़ा फाड़ व कीचड़ से होली ना खेलें। बल्कि रंग व गुलाल से होली का त्यौहार मनाएं। ध्यान रहें जो होली ना खेले उसे जबरन रंग ना लगाएं। किसी भी प्रकार की अभद्रता व हुड़दंग ना करें। इसी विचार के साथ सभी देशवासियों को रंग भरी होली की हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई।
समाजसेवी एवं वरिष्ठ पत्रकार पंकज जैन ने इस अवसर पर सभी जनपद वासियों को होली एवं शव - ए - बारात की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए सभी से अपील की कि होली के त्यौहार को हम मिलजुलकर सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाएं। इसमें सर्व समाज की सहभागिता होनी ज़रूरी हैं। सभी स्वस्थ्य मन एवं भाईचारे के साथ त्यौहार का आनन्द उठाएं और कोई भी कार्य परम्परा से हट कर ना करें। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर आपस में ना उलझें, उसकी सुचना तत्काल पुलिस को दें। किसी समाज का त्यौहार हम सब के लिए एक हैं,चाहें वो किसी भी धर्म का हों। शबेरात और होली का पर्व एक साथ पड़ने की बजह से धार्मिक सद्भाव बनाएं रखना बहुत जरूरी हैं। आने वाले दिनों में होली और शव ए बरात साथ - साथ हैं इसलिए त्यौहार पर आपसी सौहार्द और शांति बनाएं रखें। होली के पर्व पर ऐसा कोई कार्य ना किया जाएं जिससे किसी की स्वतंत्रता को आघात ना किया जाएं। इसी विचार के साथ सभी देशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई।
वरिष्ठ समाजसेवी मुसरफ खान साहब ने इस अवसर पर सभी जनपद वासियों को होली एवं शव - ए - बारात की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए सभी से अपील की कि होली और शबे बरात के त्यौहार को भाईचारे के साथ मनाएं। हर्बल रंगों का प्रयोग करें और शांतिप्रिय तरीके से त्यौहार मनाएं। शबे बरात की रात को अभी इबादत करें और अल्लाह ताला से अपने गुनाहों की तौबा करें। इस रात में जो भी दुआ मांगी जाती है वह कबूल होती है। यह गुनाहों से तौबा करने की रात है। हमें होली के त्यौहार को भाईचारे के साथ बनाना चाहिए। एक दूसरे को गले मिलकर होली का त्योहार मनाए। होली पर कोई भी ऐसा रंग ना लगाएं, जिससे हमारे शरीर में कोई हानि हो। इसीलिए हमें गुलाल से होली खेलनी चाहिए और शांति पूर्वक अपने त्योहारों को मनाना चाहिए। त्योहारों पर ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे दूसरे लोगों को परेशानी हो। इसी विचार के साथ सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई।
वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. उमेश शर्मा ने इस अवसर पर सभी जनपद वासियों को होली एवं शव - ए - बारात की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए सभी से अपील की कि आगरा जनपद में सभी त्यौहार भाईचारे की भावना से मनाए जाते हैं। इसीलिए त्यौहार भाईचारे का प्रतिक हैं। आने वाले दिनों में होली और शव ए बरात साथ - साथ हैं। इसलिए त्यौहार पर आपसी सौहार्द और शांति बनाएं रखें। त्योहारों के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखें। हम सब में भाईचारे की भावना प्रगाढ़ में बृद्धि हो। शहर की फिजा किसी प्रकार से दूषित ना हो इन सभी बातों का विशेष ध्यान हम सभी त्योहारों के दौरान रहें तथा होली के लिए जबरन चंदा वसूली ना की जाएं। हमारा सभी से आग्रह हैं कि सोशल मीडिया पर भ्रामक व मतभेद उत्पन्न करने वाली पोस्ट ना डालें और नाहीं इस प्रकार की पोस्टों को लाइक एवं फॉरवर्ड ना करें। इसी विचार के साथ सभी देशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई।
वरिष्ठ समाजसेवी चन्द्रवीर सिंह फ़ौजदार
ने इस अवसर पर सभी जनपद वासियों को होली एवं शव - ए - बारात की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए सभी से अपील की कि होली का पर्व एक सामाजिक समरसता का पर्व है। इस पर्व को सभी व्यक्ति अपने पारस्परिक भेदभाव, शत्रुता, मत, पंत, जाति बुलाकर स्नेह के साथ होली का पर्व मनाते हैं। आने वाले दिनों में होली और शव ए बरात साथ - साथ हैं इसलिए त्यौहार पर आपसी सौहार्द और शांति बनाएं रखें। होली के पर्व पर ऐसा कोई कार्य ना किया जाएं जिससे किसी की स्वतंत्रता को आघात ना किया जाएं। सभी देशबासियों को होली की शुभकामनाएँ। होली सभी के जीवन में रंगों और प्रेम की बहार लेकर आये। सभी लोग त्योहार को शांति पूर्ण ढंग से मनाए। होली मे रंग डालते समय इतना ध्यान रखे, ऐसे व्यक्ति पर रंग न डाले जो परहेज करता हो। यदि शरारती तत्व नशे की हालत मे शरारत करें तो उसकी सूचना पुलिस को दे। त्योहार का आंनद ले, किसी को आपके व्यवहार से तकलीफ न पहुंचे इसका विशेष रुप से ध्यान रखे। इसी विचार के साथ सभी देशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई।
समाजसेवी विनोद इलाहवादी ने इस अवसर पर सभी जनपद वासियों को होली एवं शव - ए - बारात की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए सभी से अपील की कि होली एक धार्मिक त्यौहार हैं। इसे पूरी दुनियां में हिंदुओं द्वारा के साथ मनाया जाता हैं। एक दूसरे के गीले शिकवे को मिटाकर हम सभी को होली के पावन पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए। होली का पर्व का प्राकृतिक सौहार्द का त्योहार है। यह भेदभाव को भुलाकर स्नेह के रंग में रंगने का पर्व हैं। साथ ही ऐसे पर्व सामाजिक समरसता को बढ़ाने का काम भी करते हैं। होली के दिन आपस में मिलजुल कर होली खेले। एक दूसरे को गुलाल लगाये और गले मिले और जो होली ना खेले उसके साथ जबरदस्ती रंग ना लगाएं। शराब पीकर गाड़ी ना चलायें। आने वाले दिनों में होली और शव ए बरात साथ - साथ हैं इसलिए त्यौहार पर आपसी सौहार्द और शांति बनाएं रखें। इसी विचार के साथ सभी देशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई।
वरिष्ठ समाजसेवी एवं फिल्म निर्माता सावन चौहान ने इस अवसर पर सभी जनपद वासियों को होली एवं शव - ए - बारात की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए सभी से अपील की कि योगीजी ने त्योहारों में धार्मिक परंपराओं और आस्था को पूरा सम्मान दिया हैं, लेकिन अराजकता स्वीकार नहीं की।आने वाले होलिकोत्सव, शब-ए-बारात, रमजान, नवरोज़, चैत्र नवरात्र, राम नवमी आदि महत्वपूर्ण पर्व- त्योहारों के कारण अनेक स्थानों पर होली के कार्यक्रम आदि लगेंगे लेकिन उल्लास और उमंग के बीच कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। हम सभी को त्योहारों पर शरारती तत्वों से सतत सतर्क-सावधान रहना होगा। पिछले छह साल से प्रदेश में सभी धर्म-सम्प्रदाय के पर्व-त्योहारों के आयोजन शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुए हैं। इस क्रम को आगे भी बनाये रखना होगा। पर्व-त्योहार में शासन द्वारा सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। धार्मिक परंपरा/आस्था को सम्मान दिया जा रहा हैं। अश्लील/फूहड़ गीत कतई न बजाएं। धर्मस्थलों पर रंग न डाले। छोटी सी अफवाह माहौल को बिगाड़ सकती है। इसलिए होली के पर्व पर ऐसा कोई कार्य ना किया जाएं जिससे किसी की स्वतंत्रता को आघात ना किया जाएं। आने वाले दिनों में होली और शव ए बरात साथ - साथ हैं इसलिए त्यौहार पर आपसी सौहार्द और शांति बनाएं रखें। इसी विचार के साथ सभी देशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई।
वरिष्ठ समाजसेवी एवं कोंग्रेस के राष्ट्रिय नेता व सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता ठाकुर संजीव कुमार सिंह ने इस अवसर पर सभी जनपद वासियों को होली एवं शव - ए - बारात की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए सभी से अपील की कि आगामी दिनों में शबे बरात और होली का त्यौहार है। मुस्लिम समाज के लोग अपने रीति रिवाज के अनुसार होली मनाए। इसके साथ ही हिंदू समाज के लोग भी भाईचारे के प्रतीक होली का त्योहार संप्रदायिक सौहार्द के साथ मनाएं। परंपरागत स्थानों पर ही होली जलाएं। होली जलाने के स्थान पहले से ही चिन्हित हैं। जहां पर हर साल होलिका दहन का कार्यक्रम होता है। इसके अतिरिक्त किसी भी नए स्थान पर बिल्कुल भी होली ना जलाएं। सोशल मीडिया पर पुलिस की सीधी नजर है। इसलिए सोशल मीडिया पर कोई भी सांप्रदायिक और भड़काऊ पोस्ट को बिल्कुल भी शेयर या पोस्ट ना करें। किसी पोस्ट को शेयर करने से पहले उसकी सत्यता जरूर जांच लें। आगामी तोहार दोनों ही समुदाय के लोग आपस में शांति एवं सौहार्द के साथ मनाएं। होली के पर्व पर ऐसा कोई कार्य ना किया जाएं जिससे किसी की स्वतंत्रता को आघात ना किया जाएं। इसी विचार के साथ सभी देशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई।
वरिष्ठ समाजसेवी एवं बीजेपी के वरिष्ठ नेता व अनुसूचित मोर्चा के महामंत्री राकेश जाटव ने इस अवसर पर सभी जनपद वासियों को होली एवं शव - ए - बारात की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए सभी से अपील की कि आम जनमानस को संदेश दिया जाए कि त्योहारों के अवसर पर एक दूसरे की भावनाओं का आदर करते हुए संयम के साथ त्यौहार मनाए। जनपद में एक संदेश प्रसारित हो के त्योहारों के अवसर पर कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिल सके। योगीजी, शासन और प्रशासन की मंशा है कि शांति और सद्भाव के साथ बिना किसी भेदभाव के सभी लोग मिल जुलकर तोहार बनाएं ताकि शांति के माहौल में जनपद, प्रदेश और देश विकास के पथ पर अग्रसर रहें। जैसा कि हम सब जानते हैं कि होली पर घर-घर व्यंजन बनते हैं। बाजारों में भी तरह-तरह की गुझिया व मिठाइयां बनने का कार्य हप्तों पहले से शुरू हो जाता है। इसी में मिलावटखोर भी सक्रिय रहते हैं। ऐसे में खरीदारी के समय होशियार रहें। कहीं ऐसा न हो कि यह चमकदार गुझिया और मिठाई आपकी सेहत खराब कर दें और साथ ही होली खेलते समय विशेष ध्यान रखे केमिकल मिले रंगों से होली ना खेलें। आने वाले दिनों में होली और शव ए बरात साथ - साथ हैं इसलिए त्यौहार पर आपसी सौहार्द और शांति बनाएं रखें। इसी विचार के साथ सभी देशवासियों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई।
वरिष्ठ समाजसेवी सचिन शर्मा ने इस अवसर पर सभी जनपद वासियों को होली एवं शव - ए - बारात की अग्रिम शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि भारत त्योहारों का देश है, और हर त्यौहार हमें भाईचारा व एकता का संदेश देता है। इसलिए हर त्यौहार को सादगीं व भाईचारे के साथ मनाना चाहिए। आज के दौर में होली जैसे त्यौहार पर कुछ लोग शराब का नशा करके माहौल को खराब करते हैं। ऐसा करना गलत है। यह त्यौहार भाईचारे व एकता का संदेश देता है। इसलिए इसे मिलजुलकर मनाना चाहिए। होली का त्यौहार अत्यधिक धार्मिक दृष्टि से महत्व रखता है। पौराणिक कथाओं के आधार पर राधा और कृष्ण के प्रेम का जश्न मनाया जाता है। हिरण्यकश्यप की कहानी के बारे में हम सभी जानते हैं। यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रमाण देता है। अच्छाई की जीत सदैव हुई है और आगे भी होती रहेगी। सामाजिक तौर पर यह तो आज एकता और भाईचारे का और प्रेम का प्रतीक है। यह त्यौहार बोरियत की जंजीरों को उड़ता है। नए मौसम नई चुनौतियों के लिए व्यक्ति को तैयार करता है। शरीर में नई ऊर्जा का संचार करता है। सुस्त मन और शरीर को फिर से जीवित करता है। धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से हमें पुनः ऊर्जावान बनाता है। हंसी खुशी का यह त्योहार सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। होली के त्यौहार को सभी अच्छे से बनाएं। इस मौसम में स्वास्थ संबंधी समस्याओं की बाढ़ रहती है। इसलिए खान-पान का ध्यान भी रखें।वहीं,त्वचा की समस्याओं से बचने के लिए रंगों का प्रयोग भी कम करें। सभी स्वस्थ रहें। सभी खुश रहें। इसी कामना के साथ सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं।
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