उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की फार्मासिस्ट भर्ती, विज्ञापन संख्या 02-परीक्षा /2019( UPSSSC ) में चयनित होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों द्वारा



4 साल से लंबित फार्मासिस्ट भर्ती में नियुक्ति ना होने के संबंध में अपनी मांगों को लेकर इको गार्डन में अनवरत चलने वाले आमरण अनशन का आज तीसरा दिन है.

          आमरण अनशन के क्रम में आज सभी फार्मासिस्ट अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास, 5 कालिदास मार्ग पर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे, विरोध प्रदर्शन करता देख पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर सभी अभ्यर्थियों को खदेड़ने की कोशिश की, लेकिन मीडिया के पहुंचने पर पुलिस ने अपनी आक्रामकता कम की. विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस बल ने फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों को किसी भी मंत्री, उच्च अधिकारी से या किसी सक्षम अधिकारी से मिलने नहीं दिया। सभी अभ्यर्थी पुलिस अधिकारीयों से किसी मंत्री या अधिकारी से मिलवाने के लिए रोते-चिल्लाते रहे, अभ्यर्थियों के साथ है आयी महिलाएं भी पुलिस अधिकारियों से अपनी मांगों को लेकर  गुहार  लगाती  रही, लेकिन पुलिस अधिकारीयों ने  उनकी  एक  न सुनी तथा अभ्यर्थियों को दल बल के साथ जबरदस्ती पुलिस बस में बिठाकर इको गार्डन वापस भेज दिया. अभ्यर्थियों के साथ शासन और प्रशासन द्वारा हद से ज्यादा ज्यादिती की जा रही है।
                  अभ्यर्थियों का कहना है कि होम्योपैथिक फार्मासिस्ट भर्ती प्रक्रिया उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में माह फरवरी, 2019 से चल रही है। विज्ञापन जारी होने के लगभग 2 वर्ष 6 माह पश्चात आयोग ने उक्त भर्ती का अंतिम चयन परिणाम 02 नवंबर 2021 को जारी किया था। आयोग द्वारा जारी किए गए अंतिम चयन परिणाम में ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में चयन को लेकर असफल अभ्यर्थियों द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में वाद दायर किए गए।
                    फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों का आरोप है कि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की सुस्त कार्यप्रणाली एवं ईडब्ल्यूएस केस निस्तारण के लिए आयोग एवं शासन द्वारा नियुक्त महाधिवक्ता / अपर महाधिवक्ता एवं मुख्य अधिवक्ता द्वारा केस की सुनवाई के दौरान न्यायालय में उपस्थित ना होने की वजह से होम्योपैथिक फार्मासिस्ट भर्ती विगत 4 वर्षों से लंबित पड़ी है। आयोग लंबित वादों के निस्तारण एवं भर्ती प्रक्रिया को पूरी करने में कोई रूचि नहीं दिखा रहा है। भर्ती प्रक्रिया में हो रहे विलंब के चलते चयनित बेरोजगार होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थी एवं उनके परिजन सामाजिक, मानसिक, आर्थिक तथा शारीरिक रूप से प्रताड़ना झेल रहे हैं।

               होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों की मांग है कि आयोग एवं शासन द्वारा ईडब्ल्यूएस केस निस्तारण के लिए नियुक्त महाधिवक्ता / अपर महाधिवक्ता एवं मुख्य अधिवक्ता केस की सुनवाई के दौरान न्यायालय में उपस्थित होकर फार्मासिस्ट भर्ती को कोर्ट के समस्त वाद-विवादों से मुक्त कराते हुए नियुक्ति प्रक्रिया जल्द से जल्द अग्रेषित करें जिससे समस्त चयनित अभ्यर्थी अपने परिवार का उचित भरण पोषण कर सके।

                            दुष्यंत सिंह (चयनित फार्मासिस्ट अभ्यर्थी) - 6387847781
                           विवेक मिश्रा (चयनित फार्मासिस्ट अभ्यर्थी) - 9565154133

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने