उर्द, मूंग और रागी बीजों के निःशुल्क मिनीकिट बांटेगी सरकार
1.5 लाख किसान होंगे लाभान्वित, 7.43 करोड़ आएगी लागत
लखनऊः 24 मार्च, 2023
प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के दृष्टिगत जायद में मडुआ (रागी) के क्षेत्राच्छादन में वृद्धि हेतु बीज मिनीकिट वितरण कर इसकी खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा। जायद 2023 में कृषकों को उर्द एवं मूंग के 4-4 किग्रा बीज प्रति मिनीकिट तथा मडुआ (रागी) के 3-3 किग्रा बीज प्रति मिनीकिट कृषकों को राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क वितरण कराया जाएगा। प्रदेश में कृषि विभाग के निर्धारित राजकीय कृषि बीज भण्डारों से बीज मिनीकिट कृषकों को निःशुल्क वितरित किया जायेगा निःशुल्क बीज मिनीकिट से प्रदेश में 1.5 लाख कृषक लाभान्वित होंगे एवं जनसामान्य के आहार में दलहन एवं मिलेट्स के उपभोग को बढ़ावा मिलेगा। वित्तीय वर्ष 2022-23 में जायद में उर्द, मूंग तथा मडुआ (रागी) के निःशुल्क मिनीकिट वितरण कार्यक्रम पर रू०-7.4365 करोड़ का व्यय किया जाएगा।
प्रदेश की सतत् बढ़ती जनसंख्या के पोषण हेतु दलहनी फसलों एवं मोटे अनाज (श्री अन्न के उत्पादन/उत्पादकता में निरन्तर बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। पोषण के दृष्टि से दलहनी फसलों में उर्द व मूंग से प्रोटीन तथा मोटे अनाजों में मडुआ (रागी-फिंगर मिलेट) से पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, फाइबर, मिनरल प्राप्त होता है। प्रदेश में जायद में लगभग 45 हजार हे० में उर्द और लगभग 47 हजार हे0 में मूंग का आच्छादन है तथा रागी का आच्छादन नगण्य है।
1.5 लाख किसान होंगे लाभान्वित, 7.43 करोड़ आएगी लागत
लखनऊः 24 मार्च, 2023
प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के दृष्टिगत जायद में मडुआ (रागी) के क्षेत्राच्छादन में वृद्धि हेतु बीज मिनीकिट वितरण कर इसकी खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा। जायद 2023 में कृषकों को उर्द एवं मूंग के 4-4 किग्रा बीज प्रति मिनीकिट तथा मडुआ (रागी) के 3-3 किग्रा बीज प्रति मिनीकिट कृषकों को राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क वितरण कराया जाएगा। प्रदेश में कृषि विभाग के निर्धारित राजकीय कृषि बीज भण्डारों से बीज मिनीकिट कृषकों को निःशुल्क वितरित किया जायेगा निःशुल्क बीज मिनीकिट से प्रदेश में 1.5 लाख कृषक लाभान्वित होंगे एवं जनसामान्य के आहार में दलहन एवं मिलेट्स के उपभोग को बढ़ावा मिलेगा। वित्तीय वर्ष 2022-23 में जायद में उर्द, मूंग तथा मडुआ (रागी) के निःशुल्क मिनीकिट वितरण कार्यक्रम पर रू०-7.4365 करोड़ का व्यय किया जाएगा।
प्रदेश की सतत् बढ़ती जनसंख्या के पोषण हेतु दलहनी फसलों एवं मोटे अनाज (श्री अन्न के उत्पादन/उत्पादकता में निरन्तर बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। पोषण के दृष्टि से दलहनी फसलों में उर्द व मूंग से प्रोटीन तथा मोटे अनाजों में मडुआ (रागी-फिंगर मिलेट) से पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम, फाइबर, मिनरल प्राप्त होता है। प्रदेश में जायद में लगभग 45 हजार हे० में उर्द और लगभग 47 हजार हे0 में मूंग का आच्छादन है तथा रागी का आच्छादन नगण्य है।
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