भदोही : मुख्यमंत्री ने विकास में अव्वल महजूदा को दिया 11 लाख का पुरस्कार
ग्रामप्रधान राजमणि पांडेय को गांव के विकास के लिए 11 लाख का पुरस्कार
भदोही की पांच गांव पंचायत महजूदा, बीसापुर, सरायरुद्री, दयालपुर और गजधरा को मिला पुरस्कार
भदोही,26 मार्च । उत्तर प्रदेश के ग्रामीण विकास में पंचायती राज व्यवस्था की अहम् भूमिका है। ग्रामीण विकास को लेकर योगी सरकार बेहतर काम कर रही है।
विकास की योजनाओं को अभिनय तरीके से क्रियान्वित किया जा रहा है। भदोही जिलाधिकारी गौरांग राठी की पहल इसमें सराहनीय है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद भदोही की पांच पंचायतों को मुख्य्मंत्री ग्राम पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना से सम्मानित किया है। जिसमें सुरियावां विकासखंड की महजूदा गांव पंचायत को सर्वश्रेष्ठ 11 लाख रुपए का पुरस्कार मिला है।
राज्य की योगी सरकार गांव पंचायतों के सर्वांगीण विकास के रूप में विकसित करना चाहती हैं। जिसमें स्कूल, तालाब, खेलकूद के मैदान, गौशाला, संकुल भवन, पंचायत भवन, ग्राम सचिवालय, ग्रामीण सड़कें, खड़ंजा पुस्तकालय जैसी अनेक योजनाएं। प्रदेश के जिन गांव पंचायतों में विकास में अच्छा काम किया है उन्हें सम्मानित किया है। इसके लिए पांच स्तरीय पुरस्कार की घोषणा की गयी है। प्रदेश की 370 गांव पंचायतों को चयनित किया गया है। प्रथम पुरस्कार ₹11 लाख दूसरा पुरस्कार 09 लाख, तीसरा 06 लाख, चौथा 04 लाख और पांचवा दो लाख रुपए की घोषणा की गयी है। पुरस्कार के रुप में मिलने वाला पैसा सीधे गांव पंचायत के खाते में आएगा और उस धन का विकास में उपयोग होगा।
भदोही के युवा जिलाधिकारी गौरांग राठी की अनूठी पहल की वजह से मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना में भदोही की पांच गांव को चुना गया है। सुरियावा ब्लॉक के मौजूदा गांव को प्रथम पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। ग्राम पंचायत के युवा ग्रामप्रधान और पत्रकार राजमार्ग पांडेय ने गांव में बेहतर विकास किया है। संभवत उत्तर प्रदेश का महजूदा पहला ऐसा गांव है जहां पब्लिक एड्रेस सिस्टम स्थापित किया गया है। पंचायत भवन, ग्राम सचिवालय, प्राथमिक विद्यालय, वाचनालय, खड़ंजा और तमाम विकास कार्यों को उन्होंने अंजाम दिया। गांव समाज की कई बीघे जमीन जिलाधिकारी गौरांग राठी के प्रयास से खाली करवा वनिकरण के लिए दिया है। जिलाधिकारी विकास कार्यों में काफी रूचि दिखाई है। राजमणि पांडेय को उन्होंने अच्छे विकास कार्य के लिए सम्मानित भी किया है। जिलाधिकारी ने महाजूदा के विकास कार्यों को देख यह भी कहा है कि दूसरी पंचायत प्रतिनिधियों को उनसे सबक लेना चाहिए।
भदोही ब्लाक के बीसापुर ग्राम पंचायत को दूसरा पुरस्कार ₹9 लाख का प्रदान किया गया है। जबकि अभोली विकासखंड के सरायरुद्री गांव को तीसरे पुरस्कार के रूप में ₹6 लाख और दयालपुर गांव को ₹4 लाख का पुरस्कार दिया गया है। जबकि ज्ञानपुर विकासखंड की गांव पंचायत गजधरा पांचवें पुरस्कार के रुप में ₹2 लाख का पुरस्कार दिया गया है।
भदोही जनपद में मुख्यमंत्री पंचायत पुरस्कार के प्रथम पुरस्कार पाने वाले पत्रकार और युवा ग्रामप्रधान राजमणि पांडेय ने कहा है कि इसके लिए हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिलाधिकारी को गौरांग राठी के आभारी हैं जिन्होंने मेरे विकास की उपलब्धियों को लेकर सरकार यह सम्मान मुझे दिया है। यह सुरियावां और मेरे गांव महजूदा के लिए गौरव की बात। जिला पंचयात अध्यक्ष अनिरुद्ध तिवारी ने भी हमारे गांव पंचायत के विकास में अपना योगदान दिया है। उन्होंने कई विकास कार्य का कराए हैं और प्रस्ताव दिया है। इस पुरस्कार से हमारे जनपद, विकासखंड और गाँव की गरिमा और गौरव बढ़ा है। मुख्यमंत्री की तरफ से मिले इस पुरस्कार उपयोग का उपयोग हम गांव पंचायत के विकास के लिए करेंगे।
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