हरदोई-: प्यार का कोई पैमाना नहीं होता, इसी को साबित करते हुए एक महबूब अपनी शादीशुदा प्रेमिका से मिलने की चाहत लिए हुए वेलेंटाइन-डे वाले दिन हाथ में चाकू ले कर उसकी दहलीज़ पर पहुंच गया। पहले तो उसने साथ-साथ मरने की बात कही, लेकिन महबूबा ने उसकी हां में अपनी न जोड़ दी तो अलग-थलग पड़ चुके महबूब ने वहीं पर ज़हर खा लिया। पुलिस ने उसे सीएचसी में भर्ती कराया है।
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बताया गया है कि कोतवाली शहर के तत्यौरा गांव निवासी सुधीर पुत्र सुरेश पाल राजस्थान में काम करता था। वहीं काम करने वाली एक युवती से मुलाकात हुई। युवती शादीशुदा थी, लेकिन फिर भी दोनों के बीच प्यार हो गया। नतीजतन दोनों साथ-साथ जीने और साथ-साथ मरने की कसमें खाने लगे।
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युवती बिलग्राम इलाके के एक गांव आई हुई थी। सुधीर भी उसके पीछे-पीछे पहुंच गया। बात वेलेंटाइन-डे वाले दिन मंगलवार की है। सुधीर हाथ में चाकू ले कर अपनी महबूबा की दहलीज़ पर पहुंच गया। वहां उसने मिलने की अर्ज़ी लगाई और कहा कि दोनों एक साथ ज़हर खा कर प्यार की दुश्मन दुनिया से अलविदा कह देंगे। लेकिन महबूबा ने अपने महबूब की हां में हां नहीं बल्कि न जोड़ दी,बस फिर क्या था, महबूब ने वहीं पर ज़हर खा लिया। उसी बीच यूपी-112 की पीआरवी उधर से निकली। सुधीर को सड़क पर पड़ा देख उसे तुरंत सीएचसी पहुंचाया। वहां उसके पास से चाकू भी बरामद किया गया है। सीएचसी पर मौजूद अधीक्षक डा.राजेंद्र कुमार ने उसका इलाज किया। डा. कुमार के मुताबिक ज़हर खाने से सुधीर की हालत बिगड़ी, हालांकि उसका इलाज किया जा रहा है।
रिपोर्ट -: सचिन कश्यप
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