इज्ज़त व गौरव सिर्फ अल्लाह की जात के लिए है वही जिसको चाहता है अता कर देता है जिसे चाहता है निम्न बना देता है:- सैयद महमूद असअद मदनी
सादुल्लाह नगर /बलरामपुर
इज्ज़त व गौरव सिर्फ अल्लाह की जात के लिए है वही जिसको चाहता है अता कर देता है जिसे चाहता है निम्न बना देता है उक्त बाते जमीयत उल्मा हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद महमूद असअद मदनी ने सादुल्लाह नगर के दतलुपुर स्थित मदरसा फैजानुल उलूम में आयोजित कार्यक्रम इस्लाहे मुआसरा व दस्तारबंदी को सम्बोधित करते हुए कही
उन्होंने कहा कि इंसान जिश्म व रूह का संग्रह है अगर जिश्म से रूह अलग हो जाए तो जिश्म इंसान की हैसियत खो देती है
फिर इंसान की गणना मैयत (मृतक) के रूप में होती है
जिसे खाक में मिलाने के लिए लोग बेचैन रहते हैं
जिश्म को कोई बीमारी लग जाए तो इलाज हेतु डाक्टर के पास जाते हैं बीमारी दूर करने के लिए अपना सब कुछ दाँव पर लगा देते हैं
क्या हमने कभी सोचा है कि हमारी रूह भी बीमार होती है ?
मदनी ने कहा कि जब रूह बीमार होती है तो पहले अहंकार आता है ईर्ष्या व लालच पैदा होता है
इसे पूरा करने के लिए झूठ, फरेब, धोखा न जाने कितनी बीमारियों में शामिल हो जाता है
जिसका अंततः ईमान भी छीन लेती है
जब ईमान छिन जाता है तो संसार में चाहे जितना मान सम्मान गौरव हासिल कर ले खातमे के साथ होता है अंततः उसका बेड़ा गर्क ही होना है
इस लिए हमें चाहिए कि अपनी रूह की बीमारियों के इलाज के लिए ध्यान दें
उन्होंने उपस्थित युवाओं का आह्वान किया कि रूहानी बीमारियों लालच, हसद, झूठ, तकब्बूर, अहंकार से दूर रहे
सम्बोधन के बाद महमूद असअद मदनी ने पवित्र कुरान का हाफिजा पूरा करने वाले छात्रों के सर पर दस्तार बाँधी
जलसे को मौलाना मुहम्मद इरफान कासमी ,मौलाना सैयद मुहम्मद सलमान मंसूरपुरी, मौलाना कुतबुददीन ने भी सम्बोधित किया
इस अवसर पर परवेज उमर, मौलाना अब्दुल हमीद, मौलाना अब्दुल बशीर, रेहान उमर, शफीक सिददीकी, तुफैल सिददीकी, कुतबुददीन कासमी,डाक्टर रिजवान अहमद, डाक्टर जमीर, मोहतशिम ,हाशिर, फैजान खान, बरकतुल्लाह, मजीबुल्लाह सिददीकी,डाक्टर परवेज अहमद, जुनैद अहमद, अब्दुल मुकीम साबिर अली, सईद रायनी ,अतहर अली, डाक्टर परवेज अशरफ, आदि हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
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