राजकुमार गुप्ता
यूपी।। लखनऊ में आज उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। लखनऊ में 10 से 12 फरवरी तक चलने वाले इस कार्यक्रम में देश-विदेश से निवेशक पहुंचे हैं। उन्होंने यूपी में निवेश के बढ़ते अवसरों की चर्चा की और योगी सरकार की पीठ थपथपाई। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और इन्वेस्टर्स शामिल हुए।
आगरा स्मार्ट सिटी,भारत सरकार के सलाहकार सदस्य,भारतीय नमो संघ के जिलाअध्यक्ष, उ.प्र.अपराध निरोधक समिति लखनऊ के आगरा मंडल कमेटी के उपाध्यक्ष व हिन्दू जागरण मंच, ब्रज प्रान्त उ.प्र.के प्रदेश संयोजक तथा आत्मनिर्भर एक प्रयास के चेयरमैन एवं लोकप्रिय व् सुप्रशिद्ध समाजसेवक राजेश खुराना ने इस सन्दर्भ में बताया कि उत्तर प्रदेश के निर्माण में यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिये योगी जी को बहुत बहुत बधाई। उत्तर प्रदेश के यह तीन दिन तीन वर्षों के लिए फलदाई होंगे और युवाओं को रोजगार के अवसर देगे।आज इस निवेश के महाकुंभ के माध्यम से यूपी को 33 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जिससे 92 लाख लोगों को रोज़गार मिलेगा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश में विकास की नई धारा चलाने का निर्णय लिया है। इससे यूपी में निवेश के लिए माहौल बन रहा है। यूपी सरकार की ओर से निवेश का माहौल बनाए जाने को लेकर मोदी जी ने योगी सरकार की पीठ थपथपाई और देश-विदेश से आए अतिथियों का स्वागत किया। भारत आज दुनिया के लिए ब्राइट स्पॉट है,तो देश में उत्तम प्रदेश ड्राइविंग सीट पर है। आज का दिन उत्तर प्रदेश के लिए अभूतपूर्व है। हमें बहुत खुशी है कि हमें ये दिन देखने को मिल रहा है। ये 5 ट्रिलियन इकोनॉमी की तरफ बढ़ने में एक मजबूत कदम होगा। आज उत्तर प्रदेश के इतिहास में बहुत बड़ा दिन है। 6 सालों में उत्तर प्रदेश निवेश का हब बनकर उभरा है। जानकारी के अनुसार आज 27 लाख करोड़ के निवेश के एमओयू साइन हो रहे हैं, जो उत्तर प्रदेश के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया भारत को उम्मीदों की नजर से देखती है। यूपी में निवेश के माहौल में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश इस समय निवेश के लिए सबसे अनुकूल हैं, सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास विजन भी है। सभी एमएसएमई हौसला रखकर आगे बढ़ रहे हैं। यही समय है आगे बढ़ने का, देश के विकास में भागीदार बनने का यही समय है। एक समय था जब यूपी इंवेस्टर्स समिट दिल्ली में होती थी, क्योंकि निवेशक उत्तर प्रदेश आना नहीं चाहते थे। आज देश-विदेश से निवेशक भी लखनऊ आए हैं और लाखों करोड़ रुपये का निवेश भी हुआ है। उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने का मतलब है, देश के विकास को गति देना। यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में आए निवेश से भारत के विकास में मदद मिलेगी। आज उत्तर प्रदेश का इंफ्रास्ट्रक्चर और यहां की कानून-व्यवस्था पूरे देश में एक मिसाल की तरह है। छद्म समाजवाद ने भारत के औद्योगीकरण को नुकसान पहुंचाया है। आज देश को प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा होने के कारण ही नए भारत का नया उत्तर प्रदेश आकार ले रहा है। कुछ लोग कहते थे कि यूपी का विकास नहीं हो सकता है। यह पिछड़ा राज्य है। यहां विकास हो नहीं सकता है। लेकिन, पिछले 6-7 वर्षों में स्थिति बदली है। बेहतर कानून व्यवस्था, शांति, सुशासन और स्थिरता के लिए इस प्रदेश को जाना जाने लगा है। यहां पर वेल्थ क्रिएटर्स के लिए हर रोज नए अवसर बन रहे हैं। पिछले कुछ सालों में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष पहल हो रही है। उसके परिणाम सामने आने लगे हैं।
श्री खुराना ने कहा कि पिछले वर्षों में उत्तर प्रदेश में निवेशकों का विश्वास बढ़ता है। यूपी में बहुत बदलाव आया है। पुराने गैरजरूरी कानूनों को हटाया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से उत्तर प्रदेश को लोग सबसे अच्छा मानते हैं। अच्छे काम के बल पर योगी सरकार दोबारा सत्ता में आई, लोगों का विश्वास बढ़ा है और ये उसी का उदाहरण है कि आज यहां निवेश करने के लिए लोग उत्सुक हैं। नए भारत के लिए उत्तर प्रदेश आशा का केंद्र बन गया है। नोएडा से गोरखपुर तक, लोगों में जोश और उत्साह दिख रहा है। हम सब साथ मिलकर भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य को भारत के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक में बदल देंगे। वहीं,देश की सबसे बड़ी कंपनी के मालिक ने अगले चाल वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश में 75 हजार करोड़ रु के निवेश की घोषणा की है। इस निवेश से करीब 1 लाख नए रोजगार पैदा होने का अनुमान है।रिलायंस उत्तर प्रदेश में 10 GW की रिन्यूबल एनर्जी क्षमता को स्थापित करेगा। यह उत्तर प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा परियोजना होगी। कंपनी ने यूपी में बायो-गैस एनर्जी बिजनेस में उतरने की घोषणा भी की। बायो-गैस से पर्यावरण में सुधार तो होगा ही किसानों को भी बड़ा लाभ होगा। हमारे किसान अन्न दाता तो हैं ही,अब ऊर्जा दाता भी बनेंगे। राज्य के गांवों और छोटे शहरों में किफायती शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के लिए रिलायंस ने जियो प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से दो पायलट प्रोजेक्ट्स जियो-स्कूल और जियो-एआई-डॉक्टर की भी घोषणा की। इसके साथ ही यूपी के कृषि और गैर-कृषि उत्पादों की सोर्सिंग को कई गुना बढ़ाने का इरादा भी मुकेश अंबानी ने जताया। इससे किसानों, स्थानीय कारीगरों, शिल्पकारों और छोटे व मझौले उद्योगों को फायदा मिलेगा साथ ही मुकेश अंबानी ने 2023 के अंत तक यूपी के सभी शहरों में 5जी रोलआउट करने की बात भी कही। जैसा कि आप जानते हैं कि पिछली सरकार में लखनऊ में निवेशक आने को तैयार नहीं थे। इस वजह से दिल्ली में इन्वेस्टर्स समिट की गई थी। एमएसएमई ही वो बीज है, जो भारत की सबसे बड़ी विकास की कारक होती है। आज की एमएसएमई में ही कल की सबसे बड़ी कंपनी इंडस्ट्री छिपी है। जो आत्मनिर्भर भारत बनाने में बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया भारत को उम्मीदों की नजर से देख रही है। इसलिये योगी उत्तम प्रदेश के लिए बहुत उपयोगी हैं। उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 5 ट्रिलियन इकोनॉमी की तरफ बढ़ने में एक मजबूत कदम होगा और देश के विकास में भागीदार बनकर आगे बढ़ने का यही सही समय हैं। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 उत्तर प्रदेश के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know