जौनपुर। सीएमओ ने फाइलेरिया सर्वजन दवा वितरण अभियान का लिया जायजा
सीएचसी सोंधी के महरौड़ा गांव का किया निरीक्षण
आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से लोगों के हाथों में लगाए गए निशान भी देखा
गृहभ्रमण कर नियमित टीकाकरण के बारे में भी ली जानकारी
जौनपुर। मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) सोंधी अंतर्गत महरौड़ा गांव में सर्वजन दवा वितरण (एमडीए) के तहत फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाए जाने की धरातल पर स्थिति के बारे में जानकारी ली।
बड़ी संख्या में लोगों से पूछा कि आपने दवा खाई है या नहीं? ज्यादातर लोगों ने बताया कि वह दवा खा चुके हैं। सीएमओ ने दवा खाए लोगों के हाथ में आशा कार्यकर्ता के माध्यम से लगे निशान भी देखा। मात्र तीन महिलाओं ने दवा नहीं खाई थी। उन्होंने बताया कि वह दूसरे रोग के लिए दवा खा रहीं हैं। नुकसान कर देने के डर से दवा नहीं खाया है। सीएमओ ने बताया कि यह दवा नुकसान नहीं करेगी। यह दवा फाइलेरिया से बचाव में उपयोगी साबित होगी। उनके समझाने पर तीनों महिलाओं ने दवा खाई। इसके बाद वह लगभग आठ घरों में भी गईं। उन्होंने एक-एक घर में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत खिलाई जाने वाली दवा के बारे में तथा ब्लाक मोबलाइजेशन समन्वयक (बीएमसी) अवधेश त्रिपाठी से नियमित टीकाकरण के तहत बच्चों को लगने वाले टीकों के बारे में पूछा। जिन बच्चों को टीका लग गया है उन परिवार के लोगों से मिलकर बच्चों का टीका कार्ड भी देखा। उनसे पूछा कि आप टीका लगवा रहे हैं कि नहीं? एक परिवार के बच्चों को इस महीने टीका लग जाना चाहिए था लेकिन नहीं लगा होने पर उसे अतिशीघ्र लगवा लेने की सलाह दी। उन्होंने डॉ मसूद अहमद तथा स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी (एचईओ) अजय सिंह से फाइलेरिया रोधी दवा तथा नियमित टीकाकरण से इनकार करने वाले परिवारों के बारे में पूछा। उन्होंने गुरैनी, मानीकला, मजडीहा, खेतासराय आदि गांवों में ऐसी ही स्थिति होने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने ऐसे गांवों का खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) के साथ निरीक्षण कर उन्हें दवा खिलाने तथा टीका लगवाने का निर्देश दिया।
सीएमओ ने सीएचसी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने उपस्थिति पंजिका देखी जिसमें सभी के हस्ताक्षर थे। इसलिए उन्होंने समस्त स्टाफ को बुलाकर उनकी उपस्थिति का सत्यापन किया। वाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में स्वास्थ्य संबंधी समस्या का निदान कराने आईं महिलाओं की काफी भीड़ देखकर उनसे मुलाकात की। उन्होंने महिलाओं से मिलकर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में जाना और वहां मिल रहीं सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। महिलाओं ने बताया कि डॉक्टर ने जांच कराने के लिए कहा था जिसकी वह जांच करा रहीं थीं। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद वह फिर से डॉक्टर को दिखाएंगी, तब दवा मिलेगी। महिलाएं स्वास्थ्य केंद्र पर मिलने वाली सुविधाओं से संतुष्ट थीं।
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