औरैया // जनपपद में गरीबों का हक डकारने वाले घोटालेबाज अफसरों पर जिम्मेदार मेहरबान हैं तभी तो समाज कल्याण विभाग में वृद्धावस्था पेंशन व अनुसूचित जाति अत्याचारण में हुए घोटाले में दोषी पाए गए अफसरों व लिपिकों पर डेढ़ साल बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है जबकि डिप्टी सीएम तक ने जांच के आदेश देकर तत्काल कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे समाज कल्याण विभाग में 558 लाभार्थियों के खाते बदल कर 65 लाख की वृद्धावस्था पेंशन में घोटाला हुआ था इसके बाद अनुसूचित जाति अत्याचारण मद में कई लाभार्थियों के खातों में हेरफेर कर करीब 25 लाख डकारे गए थे वृद्धा पेंशन में हेरफेर करने में तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी शंकर लाल और भगवान सिंह को दोषी मानते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए जा चुके हैं इसके साथ ही अन्य अधिकारी व कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई के साथ रिकवरी के आदेश दिए गए थे, लेकिन आज तक न तो कार्रवाई हुई और न ही रिकवरी हो सकी इतना ही नहीं कई पात्र आज भी अपने हक को पाने के लिए विभाग के चक्कर काट रहे हैं। शासन के निर्देश के बाद भी पिछले एक साल से कार्रवाई के नाम पर कागजी घोड़े दौड़ाए जा रहे हैं पेंशन घोटाले की बात सामने आने पर तत्कालीन जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने 30 सितंबर 2021 को सीडीओ अनिल कुमार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय टीम गठित की जांच में वर्ष 2017-18, 2018-19 व 2020-21 में जिले के सातों ब्लॉक के 558 लाभार्थियों के खाते में हेराफेरी कर 65 लाख 82 हजार 700 रुपये का गबन पाया गया। जांच टीम ने इस प्रकरण में तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी शंकर लाल, विनीत, भगवान सिंह व आवेश कुमार के साथ ही पटल सहायक व लिपिक को दोषी माना था इसी जांच के बीच अनुसूचित जाति अत्याचारण मद का घोटाला भी सामने आया था वहीं मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि पूरे प्रकरण में अभी भी कई बिंदुओं पर जांच चल रही है समाज कल्याण अधिकारी को भी रिपोर्ट तैयार कर निदेशालय भेजने के निर्देश दिए जा चुके हैं योजनाओं में गड़बड़ी करने वालों से रिकवरी करा कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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