यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का समापन समारोह

राष्ट्रपति जी मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुईं

समावेशी विकास की सोच के साथ आयोजित यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के सार्थक परिणाम आएंगे, उ0प्र0 को विश्वव्यापी ख्याति मिलेगी: राष्ट्रपति

प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप उ0प्र0 नए भारत का ग्रोथ इंजन बनने में सक्षम और तैयार

उ0प्र0 में कृषि आधारित उद्यमिता विकास की अनेक सम्भावनाएं, प्रदेश सरकार फूड प्रोसेसिंग पॉलिसी से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को प्रोत्साहित कर रही

उ0प्र0 में निवेश के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जिस प्रकार प्रक्रियाओं को सरल बनाने के प्रयास किए गए वह सराहनीय

परम्परागत उद्यम को बढ़ावा देने वाली उ0प्र0 की ओ0डी0ओ0पी0 सफल

उ0प्र0 ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर भी विकसित कर रहा, देश में 65 प्रतिशत मोबाइल उपकरण अकेले उ0प्र0 में बनते हैं

यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में महिला उद्यमियों व शिल्पकारों को खासी भागीदारी

विगत 06 वर्षाें में उ0प्र0 ने देश व दुनिया के सामने एक नयी पहचान स्थापित की, अब नये भारत का नया उ0प्र0 आकार ले रहा: राज्यपाल

नयी वैल्यू एवं सप्लाई चेन विकसित करने के लिए उ0प्र0 नया चैम्पियन बनकर उभर रहा

यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उ0प्र0 को नये भारत का एक विकसित राज्य बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही: मुख्यमंत्री

इस निवेश महाकुम्भ से प्रदेशवासियों को औद्योगिक निवेश, विकास और युवाओं के लिए रोजगार की प्राप्ति होगी

इस निवेश महाकुम्भ में उ0प्र0 को 33 लाख 50 हजार करोड़ रु0 के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, यह प्रस्ताव सभी सेक्टर्स को मिले, इन निवेश प्रस्तावों को व्यवस्थित रूप से लागू किया जाएगा

प्रदेश सरकार राज्य में 93 लाख से अधिक नौजवानों को नौकरी और रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराने में सफल होगी

उ0प्र0 निवेशकों के लिए देश का सबसे सुरक्षित गंतव्य स्थल, उ0प्र0 के साथ-साथ निवेशकगण के लिए निवेश अत्यन्त फलदायी सिद्ध होगा

उ0प्र0 में पहली बार हो रहा है कि निवेश राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तक ही सीमित नहीं, बल्कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निवेश हो रहा

पूर्वांचल क्षेत्र में 09 लाख 54 हजार 492 करोड़ रु0 तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए 04 लाख 27 हजार 873 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए

विगत 06 वर्षाें में उ0प्र0 अपने पुरुषार्थ और परिश्रम से बीमारू राज्य के दंश से मुक्त

यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में 40 देशों की सहभागिता, 30 सत्र आयोजित, 25,000 से अधिक लोगों ने अपनी सहभागिता की, विशाल ट्रेड-शो आयोजित किया गया

03 दिवसीय यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में वरिष्ठ मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों की अध्यक्षता में 500 से अधिक बी-2-जी बैठकें तथा 1,100 से अधिक बी-2-बी बैठकें आयोजित
लखनऊ: 12 फरवरी, 2023
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी ने कहा कि समावेशी विकास की सोच के साथ आयोजित यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के सार्थक परिणाम आएंगे। उत्तर प्रदेश को विश्वव्यापी ख्याति मिलेगी। दूरदर्शितापूर्ण नीतियों को लागू कर तथा उसके कार्यान्वयन से उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप नए भारत का ग्रोथ इंजन बनने में सक्षम भी है और इसके लिए तैयार भी है। उत्तर प्रदेश समृद्ध होगा तो भारत भी समृद्ध होगा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश को उत्तम निवेश प्रदेश बनाने में सहायक सिद्ध होगा। मुख्य अतिथि राष्ट्रपति जी आज यहां यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के समापन समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रही थीं।
राष्ट्रपति जी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर बनाने के लक्ष्य में उत्तर प्रदेश ने एक ट्रिलियन डॉलर का योगदान देने का संकल्प लिया है। देश की कुल अर्थव्यवस्था का पांचवा हिस्सा उत्तर प्रदेश से पूरा होगा। इस संकल्प के सिद्ध होने से प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर अभियान को भी काफी बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुम्भ-2019 के शानदार आयोजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जिस प्रकार पूरे विश्व में प्रशंसा हुई थी, उनकी कामना है यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 को भी विश्वव्यापी ख्याति मिले।
उत्तर प्रदेश न केवल आबादी के लिहाज से देश का सबसे बड़ा प्रदेश है बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है। देश की कई योजनाओं में प्रदेश पहले स्थान पर है। उत्तर प्रदेश की धरती अन्नदाता की धरती है। खाद्यान्न, गन्ना, आलू आदि व दूध के उत्पादन में यह देश में अग्रणी है। उत्तर प्रदेश में कृषि आधारित उद्यमिता विकास की अनेक सम्भावनाएं हैं। प्रदेश सरकार फूड प्रोसेसिंग पॉलिसी से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को प्रोत्साहित कर रही है। प्रधानमंत्री के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र संघ की तरफ से वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है और इस दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मिलेट्स की डिमांड और सप्लाई चेन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
औद्योगिक विकास के लिए राजनीतिक स्थिरता व निरंतरता सहायक सिद्ध होती है। उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए प्रदेश सरकार द्वारा जिस प्रकार प्रक्रियाओं को सरल बनाने के प्रयास किए गए हैं वह सराहनीय है। उत्तर प्रदेश में 95 लाख एम0एस0एम0ई0 हैं, जो देश में सर्वाधिक हैं। एम0एस0एम0ई0, कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार का अवसर प्रदान करने वाला क्षेत्र है। आर्थिक विकास में एम0एस0एम0ई0 की प्रमुख भूमिका है।
उत्तर प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर काफी कम हुआ है। सड़क यातायात, हाइवे व एक्सप्रेस में निवेश से आर्थिक विकास में काफी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता है कि देश में 65 प्रतिशत मोबाइल उपकरण अकेले उत्तर प्रदेश में बनते हैं। यही नहीं परम्परागत उद्यम को बढ़ावा देने वाली उत्तर प्रदेश की एक जिला एक उत्पाद योजना (ओ0डी0ओ0पी0) भी काफी सफल है। परम्परागत उद्योगों को बढ़ावा देने से स्थानीय स्तर पर आर्थिक उन्नयन तो होता ही है, निवेशकों को भी काफी अवसर मिलता है।
उत्तर प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर का भी निर्माण हो रहा है। यह डिफेंस कॉरिडोर देश की रक्षा आत्मनिर्भरता को सफलता प्रदान करने के साथ ही उद्यम, रोजगार और विकास को भी बढ़ावा देगा। उन्होंने प्रदेश सरकार की इस बात के लिए भी प्रशंसा की कि यहां विकास के साथ पर्यावरण संतुलन के भी अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। इस सिलसिले में उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ग्रीन एनर्जी कॉरिडोर भी विकसित कर रहा है। उत्तर प्रदेश के यह प्रयास देश के ग्रीन एनर्जी लक्ष्य को प्राप्त करने में काफी सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि जब निवेश का माहौल बनता है तो स्वरोजगार को भी बल मिलता है। इस दिशा में स्टार्टअप को लेकर उत्तर प्रदेश में काफी महत्वाकांक्षी प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि देश के सबसे युवा राज्य उत्तर प्रदेश का स्वरोजगार में भी अग्रणी स्थान होगा।
राष्ट्रपति ने प्रदेश सरकार की इस बात के लिए भी सराहना की की उत्तर प्रदेश में विकास के सामाजिक आयामों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यहां आर्थिक विकास के साथ ही सामाजिक व आध्यात्मिक, सांस्कृतिक विकास के प्रयास भी किए जा रहे हैं। ऐसा विकास ही सुनियोजित विकास होता है। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में महिला उद्यमियों व शिल्पकारों को खासी भागीदारी दी गई। आधी आबादी का विकास किए बिना देश का विकास संभव नहीं है।
राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का लक्ष्य भारत को सुपर पावर बनाना है। विरासत से युवाओं को जोड़कर 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार करना है। प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा को आगे बढ़ाने के साथ शिक्षा में निवेश को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। शिक्षा व निवेश के संगम से काफी परिवर्तन आएगा।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल जी ने कहा कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 का उद्देश्य राज्य सरकार के नीतिगत सुधारों एवं औद्योगिक नीतियों को निवेशकों के समक्ष रखकर उन्हें निवेश के लिए आमंत्रित करना है। यह ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश को उत्कृष्ट प्रदेश बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगी। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में राष्ट्रपति जी एवं प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन इस बात को दर्शाता है कि देश का शीर्ष नेतृत्व उत्तर प्रदेश के विकास के लिए कितना गम्भीर है।
राज्यपाल जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का महत्वपूर्ण और सबसे बड़ी आबादी वाला राज्य है। उत्तर प्रदेश भौगोलिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी विशिष्ट है। विगत 06 वर्षाें में उत्तर प्रदेश ने देश व दुनिया के सामने एक नयी पहचान स्थापित की है। अब नये भारत का नया उत्तर प्रदेश आकार ले रहा है। प्रदेश आज शिक्षा, निवेश व निवेश युक्त वातावरण के लिए जाना जा रहा है। दुनिया के बड़े-बड़े देशों से ज्यादा सामथ्र्य अकेले उत्तर प्रदेश में है। नयी वैल्यू एवं सप्लाई चेन विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश आज एक नया चैम्पियन बनकर उभर रहा है।
राज्यपाल जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन से राज्य के औद्योगिक परिवेश में एक सकारात्मक परिवर्तन आया है और यह परिवर्तन धरातल पर दिखायी दे रहा है। उत्तर प्रदेश में विश्वस्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के कार्य देश-दुनिया के सामने हैं। प्रदेश सरकार ने अपने सफल प्रयासों से राज्य के निर्यात को दोगुना करने में सफलता प्राप्त की है। राज्य सरकार प्रदेश में तकनीकी आधारित निवेश गतिविधियों को सफलतापूर्वक संचालित कर रही है। विभिन्न सूचकांकों में उत्तर प्रदेश शीर्ष स्थान वाला राज्य बनकर उभरा है। देश को 05 ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री जी के सपने को साकार करने में उत्तर प्रदेश अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी का देश के हृदय स्थल उत्तर प्रदेश के निवेश महाकुम्भ में स्वागत करते हुए कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में विगत 10 फरवरी, 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की उपस्थिति ने एक नयी ऊँचाई प्रदान की है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विगत 09 वर्षाें में पूरी दुनिया में देश का जो सम्मान बढ़ा है, उसका लाभ हमें यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के भव्य आयोजन में दिखायी दिया है। इस समिट में वैश्विक व्यापारी समुदाय निवेश के सबसे अच्छे गंतव्य के रूप में उत्तर प्रदेश की तरफ आकर्षित होता दिखायी दिया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश असीम सम्भावनाओं वाला प्रदेश है। औद्योगिक निवेश की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री जी की अनुकम्पा से यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 को सफलतापूर्वक सम्पादित किया गया है। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट उत्तर प्रदेश को नये भारत का एक विकसित राज्य बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रही है। आने वाले कुछ वर्षाें में उत्तर प्रदेश अपने 01 ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को पूरा कर देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का प्रदेश बनने में सफल होगा। इस निवेश महाकुम्भ से प्रदेशवासियों को औद्योगिक निवेश, विकास और युवाओं के लिए रोजगार की प्राप्ति होगी। उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए देश का सबसे सुरक्षित गंतव्य है। उत्तर प्रदेश के साथ-साथ निवेशकगण के लिए भी यह निवेश अत्यन्त फलदायी सिद्ध होगा।
इस निवेश महाकुम्भ के अवसर पर उत्तर प्रदेश को 33 लाख 50 हजार करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। यह प्रस्ताव सभी सेक्टर्स को मिले हैं। यह उत्तर प्रदेश में पहली बार हो रहा है कि निवेश राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है, बल्कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में निवेश हो रहा है। अकेले पूर्वांचल क्षेत्र में 09 लाख 54 हजार 492 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं तथा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लिए 04 लाख 27 हजार 873 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन निवेश प्रस्तावों को व्यवस्थित रूप से लागू किया जाएगा। इसके लिए मंत्रिगण, अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव स्तर के शासन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपनी सभी सहयोगी टीम के माध्यम से निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का कार्य किया जाएगा। इससे प्रदेश सरकार राज्य में 93 लाख से अधिक नौजवानों को नौकरी और रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराने में सफल होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री जी के परफाॅर्म, रिफाॅर्म, ट्रांसफाॅर्म के मूलमंत्र को अंगीकार करते हुए विभिन्न सेक्टर्स की पारदर्शी नीतियों के साथ तकनीक का इस्तेमाल करते हुए व्यापारी समुदाय के सामने निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार ने निवेशकों की सुविधा के लिए 04 पिलर्स तय किये हैं। इनमें, इन्वेस्टर्स रिलेशनशिप मैनेजमेन्ट पोर्टल ‘निवेश सारथी’ के माध्यम से निवेशकों की जिज्ञासाओं का समाधान, समस्या निवारण और निवेश परियोजनाओं का अनुश्रवण किया जा रहा है। एम0ओ0यू0 होने के पश्चात आॅनलाइन सिंगल विण्डो पोर्टल ‘निवेश मित्र’ की सुविधा निवेशक को प्रदान की गयी है, जिसके माध्यम से निवेशकों को 33 विभागों की 406 सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। प्रत्येक निवेशक के साथ एक पेशेवर व्यक्ति मुख्यमंत्री उद्यमी मित्र की तैनाती की गयी है। जिन निवेशकों का निवेश उत्तर प्रदेश की धरती में सम्पन्न हो चुका है, उन निवेशकों को समय से इन्सेंटिव प्रदान करने के लिए एक आॅनलाइन इन्सेंटिव मैनेजमेन्ट सिस्टम प्रदेश सरकार ने राज्य में लागू किया है। आज इसी निष्पक्ष, पारदर्शी एवं भ्रष्टाचारमुक्त व्यवस्था और बेहतर कानून-व्यवस्था का परिणाम है कि देश व दुनिया का निवेश उत्तर प्रदेश में आकर्षित हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अपनी प्राचीन आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता रहा है। दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी में बाबा विश्वनाथ का धाम पूरी दुनिया को आज अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या, श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा-वृन्दावन, दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन प्रयागराज कुम्भ, भगवान बुद्ध की साधना स्थली एवं महापरिनिर्वाण स्थली के रूप में उत्तर प्रदेश देश-दुनिया में जाना जाता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अनेक आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विशेषताओं के साथ ही अपनी विशिष्ट पहचान परम्परागत उद्यम के लिए प्राचीन काल से ही जाना जाता रहा है। उत्तर प्रदेश ज्ञान की धरती के साथ ही अपने प्रत्येक जनपद के परम्परागत उत्पाद की विशिष्ट पहचान रखता है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार ने इस पहचान को ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ (ओ0डी0ओ0पी0) के रूप में वैश्विक स्तर पर पहुंचाने का कार्य किया है। उत्तर प्रदेश में दुनिया की सबसे उर्वरा भूमि है। देश में प्रदेश की सर्वाधिक आबादी अपने आपमें श्रम बाजार है तथा सबसे अधिक स्किल्ड और अनस्किल्ड युवा भी हमारे यहां हैं। हमारी श्रम शक्ति दुनिया को अपनी ओर आकर्षित करती है। विगत 06 वर्षाें में उत्तर प्रदेश अपने पुरुषार्थ और परिश्रम से बीमारू राज्य के दंश से मुक्त हो चुका है। बदली परिस्थितियों के कारण आज वैश्विक व्यापारिक समुदाय प्रदेश की 25 सेक्टोरल पाॅलिसी से आकर्षित होकर निवेश करने को तत्पर हुआ है।
यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 देशों के लोगों ने सहभागिता की है। इस निवेश महाकुम्भ में 10 देशों-नीदरलैण्ड्स, डेनमार्क, सिंगापुर, जापान, दक्षिण कोरिया, आॅस्ट्रेलिया, इटली, संयुक्त अरब अमीरात, यू0के0 और माॅरीशस ने पार्टनर कंट्री के रूप में अपना सहयोग प्रदान किया है। 03 दिवसीय यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 30 सत्र आयोजित किये गये। क्षेत्र-विशिष्ट और पार्टनर कंट्रीज के इन सत्रों में सरकार एवं उद्योगपतियों के बीच परस्पर उपयोगी बिन्दुओं और निवेश सहयोग पर सार्थक चर्चा हुई है। इन सत्रों को लगभग 280 उद्योग एवं विभिन्न सेक्टर्स के विशेषज्ञों ने संबोधित किया। केन्द्रीय मंत्रियों में श्री राजनाथ सिंह जी, श्री अमित शाह जी, श्री नितिन गडकरी जी, श्री पीयूष गोयल, श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी, श्री अश्विनी वैष्णव, श्री राजीव चंद्रशेखर, श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ डेनमार्क, यू0ए0ई0 और यू0के0 के मंत्रियों ने विभिन्न सत्रों में सहभागिता की। 09 देशों के उच्चायुक्तों/राजदूतों और देश के प्रसिद्ध उद्योगपतियों ने इस निवेश महाकुम्भ में सहभागिता सुनिश्चित कर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया है। इन सभी महानुभावों द्वारा समिट में भाग लेने से कार्यक्रम का महत्व तो बढ़ा ही, साथ ही उनके अनुभव एवं दिशा निर्देशन का लाभ भी प्राप्त हुआ है।
समिट के दौरान आयोजित विशाल ट्रेड-शो में, 170 से अधिक निजी कंपनियों और सार्वजनिक उपक्रमों, 40 से अधिक राज्य सरकार के विभागों और प्राधिकरणों, 50 से अधिक एम0एस0एम0ई0 और 100 स्टार्टअप्स ने अपने उत्पादों एवं व्यावसायिक सेवाओं का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इसमें 12 विदेशों और 17 विदेशी कम्पनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले अन्तर्राष्ट्रीय उद्योग संघों की भी भागीदारी शामिल रही है। इस 03 दिवसीय यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में वरिष्ठ मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों की अध्यक्षता में 500 से अधिक बी-2-जी बैठकें तथा 1,100 से अधिक बी-2-बी बैठकें आयोजित की गईं हैं। समिट में अभूतपूर्व रूप से 25,000 से अधिक लोगों ने अपनी सहभागिता की है।
प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट प्रधानमंत्री जी की अपेक्षाओं को साकार करने में मील का पत्थर साबित हुई है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश आज तरक्की के रास्ते पर है। पहले के यू0पी0 और आज के यू0पी0 में जो फर्क है, वह साफ है। उत्तर प्रदेश नये भारत के ग्रोथ इंजन के रूप में कार्य कर रहा है। राज्य अपने आपमें एक बड़ा बाजार है। प्रदेश में वल्र्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर निवेश की राह को आकर्षित कर रहा है।
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