वृन्दावन।छीपी गली स्थित ठाकुर श्रीप्रियावल्लभ कुंज में श्रीहित परमानंद शोध संस्थान के तत्वावधान में चल रहे ठाकुर प्रियावल्लभ महाराज व ठाकुर विजयराधावल्लभ महाराज के 17 दिवसीय 209 वें पाटोत्सव के अंतर्गत ठाकुर विग्रहों का पंचामृत से अभिषेक कर दिव्य व भव्य श्रृंगार किया गया।साथ ही उन्हें 56 भोग निवेदित किए गए।प्रख्यात राधावल्लभीय समाज मुखिया डॉ. श्याम बिहारी खण्डेलवाल एवं डॉ. जयेश खण्डेलवाल की मुखियायी में मंगल बधाई समाज गायन किया गया।जिसमें प्रख्यात राधावल्लभीय रसिक संतों की वाणीयों का संगीत की मृदुल स्वर लहरियों के मध्य गायन किया गया।साथ ही रुपए, कपड़े, मेवा-मिष्ठान आदि लुटाए गए।
श्रीहितपरमानंद शोध संस्थान के अध्यक्ष आचार्य विष्णुमोहन नागार्च व समन्वयक डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि ठाकुर प्रियावल्लभ कुंज का पाटोत्सव हमारी प्रेरणा से श्रीधाम वृन्दावन के अलावा महारानी बख्त कुंवरि (प्रिया सखी) की जन्मभूमि कैरुआ (ग्वालियर) में भी पिछले 3 वर्षों से निरन्तर अत्यंत श्रद्धा व धूमधाम के साथ आयोजित किया जाता है।जिसका नेतृत्व श्रीहित रस रसिक मंडल, परासई (वैदौरा) के द्वारा किया जाता है। जिसके अंतर्गत प्रत्येक 1 जनवरी को ठाकुर श्रीराधावल्लभ लाल महाराज की प्रभात फेरी निकाली जाती है।साथ ही राधावल्लभीय संतों द्वारा रचित वाणीयों का गायन किया जाता है।जिसमें वैदौरा, गडरिया, दिनारा, डोमागौर, पिछोर आदि गांव के निवासी अत्यंत हर्षोल्लास के साथ भाग लेते हैं।
परम हितधर्मी डॉ. चंद्रप्रकाश शर्मा एवं भागवताचार्य ललित वल्लभ नागार्च ने कहा कि ठाकुर प्रियावल्लभ कुंज की परंपराएं अत्यंत पावन व समृद्ध हैं। यहां श्रीहित परमानंददास महाराज के परमाणु आज भी विद्यमान हैं।जो कि असंख्य व्यक्तियों का कल्याण कर रहे हैं।
महोत्सव में प्रमुख शिक्षाविद् डॉ. सुनीता अस्थाना,प्रमुख समाजसेवी जुगल किशोर शर्मा,रासबिहारी मिश्रा, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, पार्षद रसिकवल्लभ नागार्च, स्वामी अमीचंद, महंत मधुमंगल शरण शुक्ल,बाबा हितशरण, तरुण मिश्रा,भरत शर्मा,गणेश शर्मा,हरिराम शर्मा,गीता गुप्ता, रमा गुप्ता,बांकेलाल शर्मा, डॉ. राजेश शर्मा, देवकीनंदन दास,हितवल्लभ नागार्च,श्रीमती कमला नागार्च, प्रिया मिश्रा, चित्रा शर्मा, हितानंद, रसानंद आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया।
राजकुमार गुप्ता
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