निराश्रित गोवंश संरक्षण कार्यों को निर्धारित अवधि के भीतर पूर्ण किया जाए
गोसंरक्षण कार्यों में लापरवाही बरतने पर अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही होगी
गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु बेहतर प्रयास किए जाए
वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का शत-प्रतिशत सदुपयोग सुनिश्चित होना चाहिए
-श्री धर्मपाल सिंह
लखनऊः 30 जनवरी, 2023
उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास कैबिनेट मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने आज यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में विगत 20 जनवरी से 10 दिनों की अवधि में निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए किए गए कार्यों के प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि पिछले 10 दिनों में लगभग 30 हजार निराश्रित गोवंश को गोआश्रय स्थलों पर संरक्षित किया गया है। गोसंरक्षण कार्यों को निर्धारित अवधि के भीतर ही पूर्ण किया जाये। गो संरक्षण कार्यों में लापरवाही या उदासीनता बरतने पर संबंधित के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गोवंश संरक्षण कार्यों की नियमित रूप से समीक्षा की जाये और वरिष्ठ अधिकारी समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण भी करें।
पशुधन मंत्री ने कहा कि गोवंश का संरक्षण एवं संवर्धन राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है और अब हमारा उद्देश्य निराश्रित गोवंश को मात्र गोआश्रय स्थलों पर संरक्षित करना ही नहीं बल्कि गोवंश के माध्यम से गोशालाओं को भी आत्मनिर्भर बनाना है, और इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु पशुधन और दुग्ध विकास विभाग दोनों को मिलकर कार्य करना होगा, ताकि गोवंश के माध्यम से दुग्ध उत्पादांे को भी प्रोत्साहन मिले और स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के भी अवसर सृजित हो सकें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गोसंरक्षण कार्यों के लिए आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाये और वहां पर चारा, भूसा, प्रकाश, ठंड से बचाव, चिकित्सा, सुरक्षा एवं औषधियों आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
पशुधन मंत्री ने बैठक में विभागीय बजट की समीक्षा की और कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पूर्व विभाग द्वारा वर्तमान बजट में प्राविधानित धनराशि का शत-प्रतिशत सदुपयोग सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में और तेजी लाने के भी निर्देश दिये। अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि विभाग द्वारा वर्तमान एवं भावी योजनाओं के अनुरूप बजट के लिए प्रस्ताव प्रेषित किया जाये और जितनी आवश्यकता हो उतनी ही मांग प्रेषित की जाये तथा शत-प्रतिशत उपयोगिता प्रमाण पत्र शासन को उपलब्ध कराना भी सुनिश्चित किया जाये।
बैठक में पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव डा0 रजनीश दुबे ने मंत्री जी को निराश्रित गोवंश के संरक्षण की अद्तन प्रगति, विभागीय बजट की अद्तन स्थिति तथा संचालित योजनाओं की प्रगति से अवगत कराया तथा आश्वस्त किया कि निर्धारित अवधि के भीतर गोवंश का संरक्षण एवं संवर्धन विभागीय अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित किया जायेगा।
समीक्षा बैठक मंे पशुधन विभाग के विशेष सचिव श्री देवेन्द्र पाण्डेय, दुग्ध आयुक्त श्री शशिभूषण लाल सुशील, पीसीडीएफ के प्रबंध निदेशक श्री कुणाल सिल्कू, पशुधन विभाग के निदेशक प्रशासन एवं विकास डा0 इन्द्रमणि, निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र डा0 पी0के0 सिंह तथा शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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