*अयोध्या : बिना रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले से चल रहे है अवैध/रेस्टोरेंट/ढाबे, गरीबों को झोपड़पट्टीयो पर चल रहे है शासन के बुलडोजर*
*भ्रष्ट नौकरशाहों की शह पर फल- फूल रहा है गोरख धंधा, टैक्स चोरी और ग्राहकों के स्वास्थ्य से खिलवाड़*
*सिस्टम का मोतियाबिंद*
मामला जनपद के अवैध और बिना पंजीकरण के चल रहे रेस्टोरेन्ट/ढाबो का है भ्रष्ट नौकरशाहों की मदद से बिना पंजीकरण और अग्निशमन की व्यवस्था के जनपद मे कई रेस्टोरेंट संचालित हो रहे है लेकिन पूरे प्रशासन की नज़र इन पर पड़ती है ऐसा क्या कारण है कि ऐसे लोगों पर कार्यवाही नही की जाती है, समाजसेवी/आरटीआई कार्यकर्ता व अधिवक्ता समय समय पर जन सूचनाओ के आधार पर ऐसी जन विरोधी समस्याओं पर आवाज उठाते रहे है अवध की दुनिया अयोध्या के संवाद व्युरो से बात करते हुए उन्होंने बताया कि मन्नत दरबार ढाबा / रेस्टोरेन्ट स्थित जुबेरगंज बाजार सोहावल तहसील सोहावल, थाना-रौनाही, जनपद अयोध्या से सम्बन्धित के रजिस्ट्रेशन व अन्य से सम्बन्धित सात बिन्दुओं पर सूचना प्राप्ति हेतु एक प्रार्थना-पत्र आपके कार्यालय में दिनांक 17 दिसंबर 2022 को प्रेषित किया था, जिसके परिप्रेक्ष्य में सूचना प्राप्त हुई कि मन्नत दरबार ढाबा / रेस्टोरेन्ट अभी कार्यालय में पंजीकृत नहीं है, तथा खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा दिये गये सूचना से प्रतीत होता है कि अधिवक्ता/आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा दिये गये सूचना प्रार्थना-पत्र के पश्चात् ही सम्बन्धित रेस्टोरेन्ट के प्रोपराइटर / मालिक द्वारा पंजीकरण हेतु आवेदन किया है, जबकि वह रेस्टोरेन्ट / ढाबा लगभग अक्टूबर माह से बिना रजि० कराये तथा अग्निशमन विभाग से एन०ओ०सी० लिये बिना चलाया जा रहा है ,प्रशासन द्वारा छोटे-मोटे दुकानदारों के खिलाफ त्वरित कार्यवाही की जाती है, किन्तु ऐसे अवैध और बिना पंजीकृत ढाबे / रेस्टोरेन्ट जैसे बड़ी संस्थाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं किया जाता है, जो चिन्ता का विषय है। उक्त ढाबे में प्रतिदिन लगभग तीन से चार सौ लोग नाश्ता-खानाआदि ग्रहण करते हैं। इस प्रकार प्रतिदिन तीन चार सौ लोगों के स्वास्थ्य के साथ उक्त ढाबा / रेस्टोरेन्ट के मालिक द्वारा खिलवाड़ विगत छः माह से किया जा रहा है लेकिन प्रशासन व उनके विभाग ऐसे कृत्य को मौन होकर तमाशा देख रहे है। इस विषय में मैं देश व समाज का जागरूक नागरिक होने के नाते प्रशासन व उनसे संबंधित विभागों से विशेष आग्रह करना चाहता हूँ, कि जब तक आपके कार्यालय से मानक के अनुरूप रजि० न हो जाय तब तक उसे तत्काल प्रभाव से बन्द कराया जाना आवश्यक है साथ ही यह भी आवश्यकता प्रतीत होती है कि ऐसे बिना पंजीकृत रेस्टोरेंट के कागजातों की जांच कर शीघ्र ढाबो को बन्द करते हुए उसके मालिक /प्रोपराइटर के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने व जुर्माना लगाना भी जरूरी है, क्योंकि जनपद मे ग़रीब रेडी -पटरी वालों के भी चालान काटे जाते है तो ऐसे लोगों कार्यवाही अति आवश्यक है
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know