स्मृति चिन्ह के समक्ष पुष्प अर्पित करते संस्थान के निदेशक डॉ आर.के चौहान
जिले के चेहरी स्थित शिक्षण संस्थान आईटीएम इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन, में ब्रेल दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी को सबोधित करते हुए विशेष शिक्षा संकाय विभाग के प्राचार्य श्री अवनीश कुमार मिश्र ने दृष्टिबाधित छात्रों के लिये लुइस ब्रेल के योगदान तथा ब्रेल लिपि पर विस्तार से चर्चा की, उन्होंने बताया कि किस प्रकार ब्रेल लिपि के माध्यम से दृष्टिबाधितों को सामान्य लोगों के ही तरह लिखने पढ़ने में निपुड़ बनाया जा सकता है। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए संस्थान के चेयरमैन श्री विनय श्रीवास्तव ने बताया कि दिव्यांगता के क्षेत्र में संस्थान द्वारा कुछ ऐसे महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि जो असहाय गरीब और आर्थिक रूप से अक्षम दिव्यांग छात्र छात्राएं हैं जिनकी शिक्षा आर्थिक रूप से पूर्ण नहीं हो पाती है उनके लिए जल्दी निशुल्क शिक्षा और साथ ही 20 छात्रों की रहने की आवासीय शिक्षा व्यवस्था शुरू करेगा श्री श्रीवास्तव ने कहा कि हम सभी को दृष्टिबाधित छात्रों को शिक्षा के अवसर प्रदान करने चाहिए वे भी सामान्य जीवन जीने में अग्रसर हो सकें।
गोष्ठी में हिंदी साहित्य के लोकप्रिय कवि गोपालदास नीरज के जन्म दिवस के अवसर पर उनके योगदान तथा रचनाओं पर भी चर्चा की गई , लोगों की सेवा के लिये तत्परता को नीरज की पंक्तियों के इस रूप अब व्यक्त किया गया - रूखी रोटी भी सदा बांट कर जिसने खाई, वो भिखारी तो शहंशाहों से बढ़कर निकला।
इस अवसर पर निदेशक डॉ आर के चौहान, कार्यकारी निदेशक श्री संतोष श्रीवास्तव श्री डी.के सिंह, डा मोनिका सिंह, श्री अमित मिश्र, नूरदीन खां , श्री आर.बी सिंह, रघुनाथ कंदू विशेष रूप से उपस्थित रहे।
उमेश चन्द्र तिवारी
हिंदी संवाद न्यूज
उत्तर प्रदेश
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know