मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बैंकों व वित्तीय संस्थाओं से प्रदेश के विकास में सहभागी बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जितनी बड़ी आबादी निवास करती है, इसके अनुरूप उत्तर प्रदेश का योगदान देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में होना चाहिए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मादी जी ने देश को 05 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 01 ट्रिलियन डॉलर का आकार देने का निर्णय लिया है। इस सम्बन्ध में अलग-अलग सेक्टर चिन्हित करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा सभी सेक्टरों में कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी आज यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सम्बन्ध में मुम्बई में विभिन्न बैंकों एवं वित्तीय संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारियों से भेंट के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में बैंकर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए वे विशेष रूप से बैंकों के वरिष्ठ पदाधिकारियों को आमंत्रित करने के लिए आये हैं। उन्होंने बैंकों तथा वित्तीय संस्थाओं के अधिकारियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि आप सभी इस अवसर को अपने साथ जोड़ें। अपने व्यवसाय को आगे बढ़ायें। साथ ही, प्रदेश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें। मुख्यमंत्री जी ने बैंक अधिकारियों को आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार न केवल आपके पूरे सिस्टम और पूंजी की सुरक्षा की गारण्टी लेगी, बल्कि हर प्रकार का सुरक्षित वातावरण भी प्रदेश में उपलब्ध कराने में अपना योगदान देगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में देश की आबादी का लगभग 5वां हिस्सा निवास करता है। प्रदेश में सबसे अधिक युवा निवास करते हैं। देश में सबसे ज्यादा उपजाऊ भूमि, सबसे अच्छा जल संसाधन एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदेश में मौजूद है। विगत 06 वर्षाें के दौरान प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन एवं प्रेरणा से सभी बैंकर्स और वित्तीय संस्थानों की मदद से प्रदेश में परिवर्तन लाने में सफलता प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का पर्सेप्शन बदला है। प्रदेश का राजस्व बढ़ा है। आज उत्तर प्रदेश राजस्व सरप्लस स्टेट है। इस सदी की सबसे बड़ी महामारी का सामना और वित्तीय अनुशासन का पालन करते हुए उत्तर प्रदेश ने सबका ध्यान आकर्षित किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज देश व दुनिया के उद्यमी और निवेशक प्रदेश में निवेश करना चाहते हैं। ऐसा पहली बार हुआ कि राज्य में निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रदेश सरकार की टीम देश से बाहर विश्व के अन्य देशों में गयी। प्रदेश के 08 अलग-अलग समूहों ने लगभग 16 देशों में जाकर 21 शहरों का भ्रमण किया। इस टीम को लगभग साढ़े सात लाख करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए। कल ही 01 बिलियन डॉलर का जापान से भी निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुआ है, जो प्रदेश में अपनी रुचि रख रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न बैंकों के अधिकारियों से कहा कि जो भी निवेशक प्रदेश में आ रहे हैं, या आने को इच्छुक हैं, स्वाभाविक रूप से उनको अपनी यूनिट को स्थापित करने के लिए बैंकर्स के सहयोग की आवश्यकता होगी। इन निवेशकों को किफायती दर पर आसान किस्तों में लोन उपलब्ध करवाने में आपकी महती भूमिका होगी। 96 लाख से अधिक एम0एस0एम0ई0 यूनिटों के साथ उत्तर प्रदेश में देश का सबसे बड़ा एम0एस0एम0ई0 आधार मौजूद है। एम0एस0एम0ई0 सेक्टर को प्रमोट करने की ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ वर्ष 2018 से संचालित है। यह देश की एक लोकप्रिय योजना है। प्रदेश की एम0एस0एम0ई0 इकाइयों को आगे बढ़ाने मंे भी बैंकर्स का योगदान हो सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट के अनेक कार्य हो चुके हैं। कई कार्य प्रारम्भ हो रहे हैं, जिसमें बैंकर्स का बड़ा योगदान हो सकता है। विगत 06 वर्षाें में प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने में बैंकर्स ने बहुमूल्य सहयोग दिया है। इसका परिणाम है कि आज प्रदेश में 06 एक्सप्रेस-वेज हैं। आज देश में, प्रदेश को ‘एक्सप्रेस स्टेट’ के रूप में जाना जाता है। विगत 06 वर्षाें में जितना इन्फ्रास्ट्रक्चर का कार्य उत्तर प्रदेश में हुआ है, उतना देश के किसी अन्य राज्यों में नहीं हुआ। नेपाल, बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखण्ड, दिल्ली इन सभी को 4-लेन कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। पूर्वांचल व बुन्देलखण्ड क्षेत्र आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्र माने जाते थे। आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे बुन्देलखण्ड क्षेत्र को जोड़ रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे प्रदेश के पश्चिम से पूर्व को जोड़ने का कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में 09 एयरपोर्ट आज पूरी तरह से फंक्शनल हैं। विगत 05 वर्षाें में प्रदेश सरकार द्वारा इसको तैयार किया गया है। प्रदेश में 05 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट हैं, जिनमें 03 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। 02 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट अगले साल तक क्रियाशील हो जाएंगे। 10 एयरपोर्ट पर वर्तमान सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है। 05 एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गये हैं। इन एयरपोर्ट हेतु एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया के साथ एम0ओ0यू0 किया जा चुका है। अन्य 05 हवाई अड्डों को भी शीघ्र पूरा करने की कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक लैण्डलॉक्ड स्टेट है। प्रदेश में राष्ट्रीय जलमार्ग-1 प्रारम्भ होने से पूर्वी बन्दरगाह तक पहुंच बहुत आसान हो गयी है। प्रदेश के 05 शहरों का मेट्रो की सुविधा से जोड़ा गया है। आगरा में मेट्रो का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। देश की पहली रैपिड रेल का ट्रायल हो चुका है। शीघ्र ही प्रधानमंत्री जी द्वारा इसे राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। देश में सबसे अच्छे और सबसे ज्यादा स्मार्ट सिटी का विकास प्रदेश में हो रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा 17 स्मार्ट सिटी का विकास किया जा रहा है। 10 सिटी भारत सरकार के सहयोग से 07 सिटी स्टेट स्मार्ट मिशन के माध्यम से राज्य सरकार विकसित कर रही है। औद्योगिक विकास के लिए मेडिकल डिवाइस पार्क, अपैरल पार्क, फार्मा पार्क सहित अन्य योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा की गारण्टी सुशासन की आधारभूत आवश्यकता होती है। विगत 06 वर्षाें में प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ है। एण्टी भू-माफिया टास्क फोर्स ने भू-माफियाओं से 64 हजार एकड़ भूमि मुक्त करायी है। भू-माफियाओं से मुक्त करायी गयी भूमि पर प्रदेश सरकार द्वारा डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर में बनाया जा रहा है। प्रदेश में भूमि अधिग्रहण के सम्बन्ध में किसी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है। आम नागरिक एवं किसानों का राज्य एवं व्यवस्था के प्रति विश्वास देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में युवाओं के कौशल विकास कार्यक्रम भी प्रारम्भ हुए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के 02 करोड़ युवाओं को स्मार्ट फोन एवं टैबलेट उपलब्ध कराया जा रहा है। युवाओं के प्रशिक्षण के विशेष कार्यक्रम भी संचालित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी बैंकर्स उत्तर प्रदेश में रुचि ले रहे हैं। इसलिए इस कार्य को और भी अच्छे ढंग से आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकते हैं। माइक्रो फाइनेंस, कृषि के साथ ही अन्य सेक्टरों को भी आगे बढ़ाने में आपकी बड़ी भूमिका है।
मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश के सी0डी0 रेशियो को और बेहतर किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश का सी0डी0 रेशियो 46 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 53 प्रतिशत हो गया है। स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी की बैठक में भी उन्होंने सी0डी0 रेशियो को पहले चरण में 60 प्रतिशत तक पहुंचाने पर जोर दिया था। इस लक्ष्य की पूर्ति अगले दो वर्ष के अन्दर सम्भव है। प्रदेश के उद्यमियों, एम0एस0एम0ई0 इकाइयों, स्टार्टअप स्थापित करने के इच्छुक युवाओं तथा कृषकों को आगे बढ़ाकर सी0डी0 रेशियो को 60 प्रतिशत से अधिक करने में बैंकर्स का बड़ा योगदान हो सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्प्रिचुअल टूरिज्म की अपार सम्भावनाएं हैं। प्रधानमंत्री जी ने 13 दिसम्बर, 2021 को श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया। लोकार्पण से पूर्व, एक वर्ष में 90 लाख से 01 करोड़ श्रद्धालु दर्शन के लिए आते थे। श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद केवल सावन माह में ही 01 करोड़ श्रद्धालु दर्शन हेतु आये। जिस प्रकार काशी में फुटफॉल बढ़ा है, उसी प्रकार यह अयोध्या में भी बढ़ने वाला है। अयोध्या में विभिन्न प्रदेशों के गेस्ट हाउस के निर्माण के लिए भूमि चिन्हित कर विभिन्न राज्य सरकारों को उपलब्ध करायी जाएगी। साथ ही, धार्मिक संस्थाओं को भी भूमि उपलब्ध करायी जाएगी। वहां धर्मशालाओं तथा अच्छे होटलों की व्यवस्था भी की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक एकता को भावना से आगे बढ़ाने के लिए आदि शंकराचार्य जी ने देश के चार भागों में चार पीठों की स्थापना की थी। प्रधानमंत्री जी की ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना उस भाव को आगे बढ़ा रही है। इसी क्रम में काशी तमिल संगमम का आयोजन हुआ, जिसमें तमिलनाडु से आये समूहों ने काशी का भ्रमण किया। इसी दौरान यह समूह प्रयागराज और अयोध्या भी गये। प्रयागराज एवं अयोध्या में उन्हें इन समूह से मिलने का अवसर मिला। प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों में बड़ा उत्साह एवं प्रदेश के प्रति अच्छा भाव था। ऐसे अच्छे भाव एवं मैसेज देने में सफल होने पर ही ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने में मदद मिलेगी। प्रदेश सरकार इसमें पूर्ण सहयोग देने के लिए तत्पर है। राज्य सरकार नॉर्थ-ईस्ट को उत्तर प्रदेश से जोड़ने के कार्यक्रम को अतिशीघ्र आगे बढ़ाने जा रही है।
प्रदेश सरकार को प्रयागराज कुम्भ-2019 आयोजित करने का अवसर प्राप्त हुआ था। प्रयागराज कुम्भ-2019 ने स्वच्छता, सुरक्षा और सुव्यवस्था का एक मॉडल प्रस्तुत किया। वर्ष 2013 में महाकुम्भ के दौरान जहां 12 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया, वहीं वर्ष 2019 के कुम्भ के अवसर पर 24 करोड़ श्रद्धालुओं द्वारा स्नान किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना काल खण्ड के दौरान सावधानी बरतते हुए सामान्य गतिविधियों को भी आगे बढ़ाया गया। प्रदेश में किसी भी यूनिट को बन्द नहीं होने दिया गया था। बड़े उद्योग संचालित किये जा रहे थे। कोविड हेल्पडेस्क व कोविड केयर सेण्टर स्थापित कर औद्योगिक संस्थानों का संचालन जारी रहा। लॉकडाउन के दौरान भी प्रदेश में 119 चीनी मिलें संचालित हो रही थीं। कोरोना काल खण्ड में प्रदेश में आने वाले प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों का डाटा बेस तैयार किया गया, उनकी स्किल मैपिंग की गयी। तत्पश्चात उनके रोजगार के लिए विभिन्न सेक्टरों में व्यवस्था की गयी। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश ने कोविड काल खण्ड में सबसे अधिक टेस्ट करने के साथ ही, बेहतरीन मॉडल देकर कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया।
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