//बलरामपुर//क्षेत्र के लगभग सभी गांवों में सफाई कार्य के लिए कर्मचारी तैनात हैं। जिनकी निगरानी के लिए प्रधान का पहरा व पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में एडीओ पंचायत की तैनाती है। बावजूद इसके गांव में सफाई व्यवस्था दम तोड़ रही है। राजस्व ग्रामों में तैनात सफाई कर्मी कार्य स्थल तक नही पंहुच रहे हैं। नालियों को ग्रामीण स्वयं साफ करने को विवश है।
गैसड़ी ब्लाक के ग्राम पंचायत जैतापुर में कूड़े का ढेर लगा हुआ है। यहां सफाई न होने से नालियां चोक हो चुकी हैं। हैंडपंप के चारों तरफ घास उगी हुई है। गांव में पक्की नाली बनी है, लेकिन उसकी सफाई न होने से गंदगी से पटी पड़ी हैं। वहीं स्कूल के शौचालय में गंदगी की भरमार है। गांव के धर्म प्रकाश तिवारी ने बताया कि गांव में सफाई कर्मचारी कौन है इसकी जानकारी नहीं है। नालियों को स्वयं ही साफ करना पड़ता है। गांव की 70 वर्षीय वृद्धा आरती देवी कहती है कि तीन साल हो गये सफाईकर्मी को देखा तक नही है। गांव में सफाई नहीं होती है। अजय गौतम कहते है कि सफाईकर्मी की तैनाती होने या न होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। ब्लाक पर ही सब कागजो में सफाई कर रहे हैं। सफाईकर्मी की उपस्थित प्रधान के घर तक ही सीमित है। प्रधान प्रतिनिधि डाक्टर फतेबहादुर ने बताया कि सफाईकर्मी गांव में नहीं आता है। इस सम्बंध में खंड विकास अधिकारी अविनिन्द्र पान्डेय ने बताया कि सफाईकर्मी के गांव में न जाने की शिकायत मिली है। जांच करायी जा रही है।
उमेश चन्द्र तिवारी
हिंदी संवाद न्यूज
बलरामपुर
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