*मानव जीवन सफल बनाने हेतु करें शास्त्र अनुकूल साधना*_ *संत रामपाल जी महाराज*
रविवार को भोगीपुरवा लखीमपुर मे जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का वेद, भागवत गीता, पुराण, बाइबल, गरुण पुराण,शिव पुराण,गुरु ग्रंथ साहिब, आदि पवित्र पुस्तक से प्रमाणित सत्संग प्रवचन का आयोजन हुआ जिसमें जगत गुरु तत्व दर्शी संत रामपाल जी ने बताया कि गीता जी अध्याय 15 श्लोक 16 मे लिखा गया है कि इस संसार में 2 प्रकार के भगवान है नाशवान और अविनाशी और ये सम्पूर्ण भूत प्राणियों के शरीर तो नाशवान और जीवात्मा अविनाशी कहा जाता है गीता अध्याय 15 स्लोक 17 मे लिखा है कि उत्तम भगवान तो अन्य ही है जो तीनों लोकों में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करता है एवं अविनाशी परमेश्वर परमात्मा इस प्रकार कहा गया है वर्तमान समय में अधिक तर मानव समाज शास्त्र विरुद्ध साधना करके मानव जीवन व्यर्थ कर रहा है संत रामपाल जी ने सत्संग प्रवचन में बताया कि सदभक्ती कर अपना मानव जीवन सफल बानकर सतलोक चलना चाहिए
लखीमपुर ज़िला कार्डिनेटर रवि कुमार वर्मा ने बताया कि संत रामपाल जी के अनुयाई लखीमपुर ही नहीं भारत के सभी राज्यों में,अमेरिका , कनाडा, बेल्जियम, इंगलैंड, पाकिस्तान, नेपाल आदि देशों में संत रामपाल जी द्वारा बताई शास्त्र अनुकूल साधना कर दहेज लेनदेन, व्यभिचार, चोरी, घूसखोरी, डकैती ,भ्रष्टाचार पूर्ण रूप से खत्म कर एक स्वच्छ समाज तैयार कर रहे हैं रवि कुमार वर्मा ने बताया कि जिला लखीमपुर मे हजारों परिवार संत रामपाल जी से नाम दीक्षा लेकर सुखमय जीवन यापन कर रहे हैं और सभी तरह की कुप्रथाओं को त्याग चुके हैं नशा जैसी कुरीति जो समाज को निगलती जा रही है संत रामपाल जी से नाम दीक्षा लेकर भक्ति करने के बाद नशा आपरूप ही समाप्त हो जाता है संत रामपाल जी द्वारा लिखित पुस्तक जीने की राह, ज्ञान गंगा को लखों लोग आनलाईन प्राप्त कर जीवन सफल कर रहे हैं ज्ञान गंगा, जीने की राह को निशुल्क प्राप्त करने के लिए 7496801823 पर अपना नाम पता भेजें
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