रायबरेली , 28 दिसम्बर 2022
बाल स्वास्थ्य पोषण माह का शुभारंभ बुधवार को जिला पुरुष चिकित्सालय स्थित प्रसवोत्तर देखभाल केंद्र (पीपीसी) में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ महेंद्र मौर्य ने बच्चे को विटामिन ए की खुराक पिलाकर किया |मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि आज से शुरू होकर 26 जनवरी 2023 तक चलेगा | उन्होंने बताया कि नौ माह से पाँच साल तक की आयु के बच्चों के लिए आवश्यक विटामिन ए की खुराक साल में दो बार जून एवं दिसंबर माह में बाल एवं पोषण माह(बीएसपीएम) का आयोजन कर बच्चों को पिलाई जाती है |
उन्होंने बताया कि विटामिन ए की कमी से बच्चों में अंधापन हो जाता है जिसे रोका जा सकता है | इसके साथ ही विटामिन ए की कमी से गंभीर रोग तथा मृत्यु भी हो सकती है | गर्भवती में विटामिन ए की कमी से रतौंधी (नाईट ब्लाइंडनेस) हो जाता है |
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अरुण कुमार वर्मा ने बताया – इस बार बीएसपीएम के दौरान लगभग 3.29 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है, जिसमें नौ माह से 12 माह के 37,584 बच्चे, 1 -2 साल के 70,815 बच्चे तथा 2-5 साल के 2,21,113 बच्चे हैं |
छाया ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) और शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस के माध्यम से विटामिन - ए की खुराक बच्चों को एक सुनिश्चित योजना के अनुसार दी जायेगी |
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डा. डी.एस.अस्थाना ने बताया - विटामिन “ए” वसा में घुलनशील है | नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की नौ खुराक दिये जाने का प्रावधान है | नौ से 12 माह के बच्चों को एक मिली (एक लाख अंतर्राष्ट्रीय यूनिट) मीजल्स एवं रूबेला के पहले टीकाकरण के दौरान , 16 से 24 माह के बच्चों को दो मिली (दो लाख अंतर्राष्ट्रीय यूनिट) मीजल्स एवं रूबेला के दूसरे टीके के साथ नियमित टीकाकरण सत्र के दौरान, दो साल से पाँच साल के बच्चों को दो मिली (दो लाख अंतर्राष्ट्रीय यूनिट) 6-6 माह के अन्तराल पर बाल स्वास्थ्य पोषण माह के दौरान दी जाती है |
इस कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी डी एस अस्थाना, अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर विनय पांडे, एच ई ओ अनिल पांडे ,अंजली सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन से सीनियर मेडिकल सर्विलांस अधिकारी डॉ. छोटे लाल, अमरेश त्रिपाठी व यूनिसेफ से वंदना त्रिपाठी व शहाना जमीर उपस्थित रहे।
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