औरैया // सहकारी समितियों पर यूरिया के साथ जबर्जस्ती जिंक के पैकेट थमाए जाने का विरोध जताकर किसानों ने किया हंगामा किसानों ने मामले की जानकारी सहकारिता व कृषि विभाग के अधिकारियों को दीअधिकारियों ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है ऐरवाटीकुर समिति पर शुक्रवार सुबह किसानों को यूरिया खाद बांटी जा रही थी यहां पर क्षेत्र के सैकड़ों किसान मौजूद थे खाद वितरण शुरू होते ही किसानों को खाद वितरित कर रहे कर्मचारियों ने प्रति बोरी एक किलो का एक निजी कंपनी की जिंक देने लगे जिसका किसानो ने विरोध शुरू कर दिया इसके बाद इस सम्बंध में सहायक निबंधक सहकारिता कमलाकांत मिश्रा, ने बताया किसी भी समिति पर यूरिया व डीएपी खाद के साथ कोई भी जिंक या अन्य उत्पाद देने के निर्देश नहीं है यदि समितियों पर किसानों को कोई भी प्रोडक्ट जबर्जस्ती लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है तो इसकी जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी वहीं कई समितियों पर डीएपी न मिलने से भी किसान परेशान है समितियों पर डीएपी खाद उपलब्ध न होने से प्राइवेट खाद विक्रेताओं की चांदी है किसानों को मनमर्जी के दाम बताकर लगातार लूट रहे है किसानों को समितियों पर डीएपी न मिलने पर 1600 से 1700 रुपये तक में प्राइवेट दुकानों से खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है खाद न मिलने से परेशान किसानो का कहना है कि समितियों पर खाद 1350 रुपये में मिलती है किसान कई दिनों से समितियों की चक्कर काट रहे हैं लेकिन डीएपी खाद गेहूं की बुआई के लिए नहीं मिल रही है ऐसे में किसानों के सामने फसल बुआई को देखते हुए महंगे दामों में खरीदना पड़ रहा है जिला कृषि अधिकारी शैलेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि समितियों पर खाद उपलब्ध है कुछ समिति के सचिव जानबूझकर कर किसानों को परेशान कर रहे हैं ऐसे समितियों के सचिवों की जानकारी कर कार्यवाही की जाएगी निजी दुकानदार भी डीएपी की बोरियों को गोदामों में छिपाकर रखते है और धीरे धीरे कला बाजारी कर किसानो को मंहगे दामों पर बेच कर ठगते है ऐसे दुकानदारों पर भी जल्द टीम गठित कर छापेमारी अभियान चलाया जाएगा जो भी पकड़ा गया उसकी खैर नहीं। 

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने