पोलियो के संभावित खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी में फंक्शनल इनएक्टिवेटेड पोलियो वायरस (एफआईपीवी) वैक्सीन को जोड़ा गया है | नौ जनवरी से शुरू होने वाले विशेष टीकाकरण अभियान में छह सप्ताह (डेढ़ माह)की आयु पूरी कर रहे बच्चों को यह टीका देना शुरू किया जाएगा | यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह नेदी | उन्होंने बताया कि वैसे तो देश पोलियो से मुक्त घोषित हो चुका है लेकिन अभी भी पड़ोसी देशों में इसके रोगी हैं इसलिए बच्चों को संक्रमण से बचाने के लिए इसका टीका लगाया जाता है |
जनपद के शून्य से पाँच साल तक के बच्चों के टीकाकरण के लिए जनवरी, फरवरी और मार्च में विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा |
दो जनवरी से छहसप्ताह(डेढ़ माह) की आयु पूरी कर चुके बच्चों को न्यूमोकॉकल कोन्जुगेट वैक्सीन(पीसीवी),पेंटावेलेंट(काली खांसी, गलघोंटू, खसरा, टिटेनस और हिपेटाइटिस बी)रोटावायरस एवं पोलियो की ओरल खुराक के साथ एफआईपीवी वैक्सीन की बूस्टर डोज बच्चों को दी जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि संशोधित राष्ट्रीय टीकाकरण तालिका में एफआईपीवी वैक्सीन को शामिल किया गया | इसके लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है । जनपद में पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध है एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता, महिला स्टाफ नर्स को प्रशिक्षित किया जा चुका है। यह वैक्सीन नियमित टीकाकरण अभियान में शामिल होने जा रही है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ अरुण कुमार वर्मा ने बताया कि जनपद में एफआइपीवी टीकाकरण के लिए सभी जनपद वासियों से अपील की जाती है कि वह जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण अवश्य कराएं | टीकाकरण पूरी तरह से सुरक्षित है| यह घर के समीप ही सत्र आयोजित कर लगाए जाएंगे | इसमें एक भी पैसा नहीं खर्च होगा | हर बच्चे को नई सिरिन्ज से टीका लगाया जाएगा ताकि किसी भी तरह का संक्रमण न हो |
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