मथुरा।।
विश्व शांतिसेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष भागवताचार्य देवकीनंदन महाराज,ट्रस्ट के सचिव उनके सगे छोटे भाई विजय शर्मा, सहयोगी कमल शर्मा के द्वारा भारतीय किसान यूनियन भानू शैक्षिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर यशवीर सिंह राघव से करीब पांच माह पूर्व जैंत में 21 एकड़ जमीन बिक्री किए जाने के नाम पर चालीस लाख की ठगी किए जाने का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। सोमवार की प्रातः भारतीय किसान यूनियन भानु के राष्ट्रीय प्रवक्ता हरेश ठेनुआ, जिलाध्यक्ष देवेंद्र पहलवान, पीड़ित ठाकुर यशवीर सिंह राघव के साथ यूनियन के करीब एक सैकड़ा कार्यकताओं के संग सर्व प्रथम जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने डी एम पुलिकित खरे को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि भागवताचार्य उनके भाई विजय शर्मा, सहयोगी कमल शर्मा के खिलाफ अतिशीघ्र रिपोर्ट दर्जकर गिरफ्तारी की जाय। यदि ऐसा नहीं किया गया तो यूनियन के पदाधिकारी,कार्यकर्ता वृंदावन रोड छटीकरा पर 10 दिन के बाद धरना -प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। इस दौरान किसी भी पदाधिकारी या कार्यकर्ता को कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी शासन,जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की होगी। जिलाधिकारी पुलकित खरे ने ज्ञापन का तत्काल संज्ञान लेकर प्रभारी निरीक्षक थाना जैंत को सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके बाद यूनियन का पूरा अमला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा एसएसपी को ज्ञापन सौंपकर तत्काल रिपोर्ट दर्ज करवाने का आग्रह किया। और चेतावनी भी दी कि यदि 10 दिन के अंदर पीड़ित की रिपोर्ट दर्जकर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो वृंदावन रोड छटीकरा पर पुलिस के खिलाफ धरना -प्रदर्शन किया जायेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पाण्डे ने ज्ञापन पर गंभीरता से अमलकर दूरभाष पर सीओ सदर प्रवीण मलिक को सख्त निर्देश दिए कि मामले को प्राथमिकता पर निपटाएं। नहीं तो भागवताचार्य पर मुकदमा दर्जकर कड़ी कार्यवाही करें। भाकियू भानु के राष्ट्रीय प्रवक्ता हरेश ठेनुआ ने कहा कि भागवताचार्य देवकीनंदन महाराज वैसे तो प्रवचन के जरिए लोगों को भारी उपदेश देते हैं और खुद बेईमानी करने पर तुले हुए हैं। ऐसा कृत्य इन्होंने औरों के साथ भी किया होगा। जिलाध्यक्ष देवेंद्र पहलवान ने कहा कि भागवताचार्य देवकीनंदन महाराज के इस कृत्य को अन्य धर्माचार्यों व भागवताचार्यों तक पहुंचाया जायेगा जिससे इनका बहिष्कार हो सके। ऐसे कृत्यधारी की वजह से अन्य भागवताचार्य व धर्माचार्यों की छवि पर भी बुरा असर पड़ता है। अगर उनका बस चले तो ऐसे क्रत्यकारी को हिंदुस्तान से ही बाहर कर डालें। पीड़ित ठाकुर यशवीर सिंह राघव ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि भागवताचार्य देवकीनंदन महाराज उनके साथ इस तरह का सलूक करेंगे। वह तो इनको अच्छे इंसान मानते थे मगर असलियत सामने जब आई तब उनके साथ ऐसा वाकया गुजरा। उनको खूब डरा धमकाकर चुप बैठने की नसीहत दी जा रही है मगर वह भागवताचार्य को हर -हाल में सबक सिखाकर ही रहेंगे। जिससे कोई और भी ईनका शिकार न बन सके।

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