पौधरोपण कर भूलें संरक्षण का संकल्प, सूख गए पौधे
गिरजा शंकर गुप्ता ब्यूरों
अंबेडकरनगर । जिले में 25 लाख पौधे रोपे जाने का इस बार लक्ष्य रखा गया था। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पांच जुलाई को वृहद स्तर पर पौधरोपण अभियान चलाया गया। लेकिन फिर किसी ने भी इन पौधों की तरफ ध्यान तक नहीं दिया।अब इन पौधों को न तो वक्त पर पानी दिया गया और न ही मवेशियों से बचाने के इंतजाम किए गए। कागजों पर ये भले ही जिम्मेदारों को हरे भरे दिख रहे हों। पड़ताल में यह सूखे, मुरझाए और दम तोड़ चुकने वाले हालत में मिले। इलाके को हरा-भरा रखने की कवायद औंधे मुंह है। पौधरोपण के दौरान इन्हें बचाने, देखरेख करने का संकल्प भी दिलाया गया था।अभियान चलाकर खूब वाहवाही लूटी गई, लेकिन बाद में इनकी ओर पलट कर किसी ने नहीं देखा। अब जिम्मेदार एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कहा गया पौधो में नियमित पानी डाला जा रहा था। लेकिन पौधे सूखे नजर आ रहे थे। इससे यह पता चलता है कि देखभाल ना होने के कारण पौधे सूख गए। जो पौधे खराब हो जायेंगे उन्हें बदल दिया जाऐगा ऐसा कहा गया था। सभी को रोपे गए पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी दी गई थी।जिले के कई अधिकारियों ने भागीदारी दिखाई और कर्मचारियों के साथ ही स्थानीय लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधों को सुरक्षित रखने का संकल्प दिलाया। हकीकत यह है कि यहां पर लगे अधिकांश पेड़ धरातल पर नजर नहीं आए, कुछ को मवेशी चर गए।
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