सुहापारा में आयोजित हुआ विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर 


  
बहराइच 13 दिसम्बर। उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बहराइच के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश उत्कर्ष चतुर्वेदी मार्गदर्शन में शिवांशु सुशील महाविद्यालय, सुहापारा बहराइच में आयोजित विधिक जागरुकता एवं साक्षरता शिविर का मुख्य अतिथि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव मनोज कुमार मिश्रा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर स्थायी लोक अदालत बहराइच के प्रभारी अध्यक्ष अनिल कुमार त्रिपाठी, सदस्य श्रीमती महनाज फात्मा, प्रबंधक आनन्द मोहन प्रधान, कार्यवाहक प्रधानाचार्य मनीष श्रीवास्तव, शिक्षण स्टाफ व छात्र-छात्राएं व ग्रामीण मौजूद रहे। 
प्राधिकरण के सचिव श्री मिश्रा ने शिविर में मौजूद छात्र-छात्राओं व ग्रामीणों को बताया कि सबको समान न्याय सुनिश्चित करना न्यायपालिका की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के अंतर्गत भारत में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन किया गया है। इसी के अंतर्गत प्रत्येक जिलों में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यरत है, जो समाज के कमजोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सेवाएं प्रदान करती है। आर्थिक रुप से कमजोर व्यक्ति, जो न्यायालय अथवा तहसील में अपने मुकदमे की पैरवी करने में असमर्थ है, वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से निःशुल्क अधिवक्ता का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। 
प्रभारी अध्यक्ष, स्थायी लोक अदालत श्री त्रिपाठी द्वारा शिविर में उपस्थित व्यक्तियों को सुझाव दिया कि उ.प्र. पीड़ित क्षतिपूर्ति योजना, 2014 के अन्तर्गत एसिड अटैक, दुर्घटना व बलात्कार जैसे अपराधों के पीड़ित व्यक्तियों का मुफ्त चिकित्सा एवं क्षतिपूर्ति के लिए पीड़ित व्यक्ति अथवा उसके आश्रित सम्बन्धित न्यायालय अथवा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच के कार्यालय में प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। उन्होंने लोगों को सुझाव दिया कि 11 फरवरी 2022 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत का भरपूर लाभ उठाएं। 
प्रभारी अध्यक्ष ने लोगों को यह भी सलाह दी कि स्थायी लोक अदालत में उपयोगी सेवाओं यथा वायु, सड़क, जल, डाक, टेलीफोन सेवाओं, विद्युत, प्रकाश व जल, चिकित्सीय बीमा, बैंक, आवास से संबंधित सेवाओं के बावत समस्या के निदान हेतु प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किये जा सकते हैं। शिविर के दौरान मौजूद लोगों को नालसा द्वारा संचालित यौन शोषण पीड़ितों, नशा पीड़ितों एवं नशा उन्मूलन, दिव्यांग व्यक्तियों को विधिक सहायता हेतु संचालित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। शिविर का संचालन कार्यवाहक प्रधानाचार्य मनीष श्रीवास्तव द्वारा किया गया जबकि कार्यक्रम के अन्त में प्रबंधक आनन्द मोहन प्रधान ने मुख्य अतिथि सहित अन्य उपस्थित लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। 
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