मुख्यमंत्री ने भारतीय टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन
के 37वें वार्षिक सम्मेलन को सम्बोधित किया
मार्केेटिंग इनोवेशन कम्पटीशन अवॉर्ड प्रदान किये, बेस्ट बूथ का अवॉर्ड उ0प्र0 को
टूर ऑपरेटर्स लोगों को देश व उ0प्र0 की विरासत से अवगत करायें, देश व विदेश के पर्यटकों को उ0प्र0 में आमंत्रित करके देश व प्रदेश की जी0डी0पी0 बढ़ाने में योगदान दें
प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन तथा प्रदेश सरकार
के प्रयासों से उ0प्र0 देश मंे डोमेस्टिक टूरिज्म में नम्बर-01 राज्य
पहले काशी मंे वर्ष भर में 01 करोड़ पर्यटक/श्रद्धालु आते थे, लेकिन
इस वर्ष केवल सावन के महीने में ही 01 करोड़ पर्यटक/श्रद्धालु वाराणसी आए
अयोध्या व आस-पास के क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट, श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए प्रदेश सरकार द्वारा लगभग 30 हजार करोड़ रु0 के विकास कार्य कराए जा रहे
ब्रज क्षेत्र के सभी तीर्थ स्थलों के विकास हेतु केन्द्र व प्रदेश
सरकार द्वारा लगभग 30 हजार करोड़ रु0 व्यय किये जा रहे
बुन्देलखण्ड के किलों को पर्यटन से जोड़ने के लिए बुन्देलखण्ड सर्किट
की कार्यवाही की जा रही, इसके लिए प्रदेश सरकार शीघ्र पॉलिसी लाएगी
राज्य में टूरिज्म की अपार सम्भावनाओं के दृष्टिगत सर्विस सेक्टर
महत्वपूर्ण क्षेत्र, जिसमें निवेश व रोजगार के माध्यम से
लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाया जा सकता
राज्य सरकार ने बेहतरीन टूरिज्म पॉलिसी बनायी
उ0प्र0 की सुरक्षा और कानून व्यवस्था देश मंे एक नजीर,
राज्य की कनेक्टिविटी सबसे बेहतरीन, प्रदेश में निवेश की अनेक सम्भावनाएं
मुख्यमंत्री ने बुन्देलखण्ड कॉफी टेबलबुक व आई0ए0टी0ओ0 मैनुअल का विमोचन किया
लखनऊ: 18 दिसम्बर, 2022
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां भारतीय टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन (आई0ए0टी0ओ0) के 37वें वार्षिक सम्मेलन को सम्बोधित किया। उन्होंने मार्केेटिंग इनोवेशन कम्पटीशन अवॉर्ड प्रदान किये, जिसमें बेस्ट बूथ का अवॉर्ड उत्तर प्रदेश को मिला। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा बुन्देलखण्ड पर्यटन पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
मुख्यमंत्री जी ने भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विख्यात देश के हृदय स्थल उत्तर प्रदेश में सभी टूर ऑपरेटर्स का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश में पर्यटन एवं निवेश की अपार सम्भावनाएं विद्यमान है। राज्य सरकार यू0पी0 टूरिज्म के साथ मिलकर सार्थक प्रयास व कार्य करने वाले टूर ऑपरेटर्स का भरपूर सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि टूर ऑपरेटर्स लोगों को देश व उत्तर प्रदेश की विरासत से अवगत करायंे। देश व विदेश के पर्यटकों को उत्तर प्रदेश में आमंत्रित करके देश व प्रदेश की जी0डी0पी0 को बढ़ाने में अपना योगदान दें। टूर ऑपरेटर्स व अन्य संस्थाएं प्रदेश में विकसित हो रहे टूरिज्म सर्किटों को हेली सेवा से जोड़ने का कार्य करें, प्रदेश सरकार हर प्रकार का सहयोग प्रदान करेगी। प्रदेश में प्रत्येक सेक्टर में अनन्त सम्भावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन मंे तथा प्रदेश सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश देश मंे डोमेस्टिक टूरिज्म में नम्बर-01 राज्य बना है। राज्य में स्प्रिचुअल टूरिज्म की अनन्त सम्भावनाएं हैं। दुनिया की सबसे प्राचीनतम नगरी काशी उत्तर प्रदेश में है। काशी मंे आने वाले पर्यटक व श्रद्धालु ‘हर-हर महादेव’ की ऊर्जा के साथ अपने आपको जोड़कर आनन्द की अनुभूति करते हैं। 13 दिसम्बर, 2021 को प्रधानमंत्री जी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया था। पहले काशी मंे वर्ष भर में 01 करोड़ पर्यटक/श्रद्धालु आते थे, लेकिन इस वर्ष केवल सावन के महीने में ही 01 करोड़ पर्यटक/श्रद्धालु वाराणसी में आये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भगवान श्रीराम की पावन जन्मभूमि अयोध्या के दर्शन करने की अभिलाषा हर भारतीय की रहती है। आज अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मन्दिर के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। अयोध्या के दीपोत्सव की धूम पूरी दुनिया में रही है। अयोध्या व आस-पास के क्षेत्र में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट, श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए प्रदेश सरकार द्वारा लगभग 30 हजार करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इन कार्याें के पूर्ण होने पर अयोध्या विश्व की सुन्दरतम नगरी के रूप में आप सबके सामने होगी और वर्ष 2024 के बाद से अयोध्या में आने वाले पर्यटकों की संख्या 10 गुनी होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मथुरा और वृन्दावन आने वाले देश और विदेश के सभी पर्यटक व श्रद्धालु अपने आपको ‘राधे-राधे’ से जोड़ते हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, रंगोत्सव के आयोजन से सभी लोग जुड़ते हुए दिखायी देते हैं। विगत 05 वर्षाें में मथुरा, वृन्दावन बरसाना, गोकुल, बलदेव व नन्दगांव में व्यापक परिवर्तन हुए हैं। ब्रज क्षेत्र के सभी तीर्थ स्थलों में आध्यात्मिक विकास के साथ-साथ भौतिक विकास व बुनियादी सुविधाओं में वृद्धि हुई हैं। इन क्षेत्रों के विकास हेतु केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा लगभग 30 हजार करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं। माँ गंगा व यमुना के संगम प्रयागराज मंे दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन होता है। प्रयागराज कुम्भ-2019 सुरक्षा, सुव्यवस्था व स्वच्छता के लिए जाना जाता है। इस आयोजन में 24 करोड़ श्रद्धालु आये थे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश, प्रधानमंत्री जी के विजन को धरातल पर व्यावहारिक रूप से क्रियान्वित करने की भूमि है। प्रदेश मंे 12 पर्यटन परिपथ चिन्हित कर पर्यटक स्थलों के विकास, नवीनीकरण और सौन्दर्यीकरण पर बल दिया जा रहा है। भगवान बुद्ध से जुड़े 06 स्थल-सारनाथ, कुशीनगर, कपिलवस्तु, श्रावस्ती, कौशाम्बी व संकिसा उत्तर प्रदेश में हैं। कुशीनगर में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रारम्भ हो चुका है। श्रावस्ती में एयर पोर्ट बनाया जा रहा है। भारत की वैदिक संस्कृति को लिपिबद्ध करने की धरती नैमिषारण्य, भगवान श्रीराम के सर्वाधिक वनवास काल की भूमि चित्रकूट, माँ विन्ध्यवासिनी धाम व पर्यटक स्थली आगरा उत्तर प्रदेश में हैं। प्रदेश की तराई बेल्ट में ईको टूरिज्म की अपार सम्भावनाएं हैं। प्रदेश के पर्यटन स्थलों के समग्र विकास के लिए केन्द्र व राज्य सरकार मिलकर कार्य कर रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य में टूरिज्म की अपार सम्भावनाओं के दृष्टिगत सर्विस सेक्टर एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जिसमें निवेश व रोजगार के माध्यम से लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाया जा सकता है। प्रदेश मंे इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट के विभिन्न कार्य किये जा रहे हैं। राज्य में 06 एक्सप्रेस-वे फंक्शनल हैं। 07 एक्सप्रेस-वे पर कार्य गतिमान है। प्रदेश की इण्टर स्टेट कनेक्टिविटी 54 स्थलों पर थी, यह सभी फोरलेन से जुड़ी हुई हैं। देश का सबसे अच्छा रेल नेटवर्क उत्तर प्रदेश के पास है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की एयर कनेक्टिविटी बेहतर है। प्रदेश में 09 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं, जिनमें 03 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट हैं। अयोध्या और जेवर में इण्टरनेशनल एयरपोर्ट निर्माणाधीन हैं, जिन्हें शीघ्र ही फंक्शनल किया जाएगा। साथ ही, चित्रकूट, सोनभद्र, आजमगढ़, अलीगढ़, मुरादाबाद में भी एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। इस प्रकार प्रदेश में 10 नये एयरपोर्ट बन रहे हैं, जिनमें 05 एयरपोर्ट के एम0ओ0यू0 एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इण्डिया से हो चुके हैं। शेष 05 एयरपोर्ट पर कार्य प्रगति पर है। देश का पहला वॉटर-वे हल्दिया से वाराणसी को जोड़ चुका है। इसे प्रयागराज और अयोध्या तक विस्तारित करने की कार्यवाही गतिमान है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किलों को पर्यटन से जोड़ने के लिए बुन्देलखण्ड सर्किट की कार्यवाही की जा रही है। इसके लिए शीघ्र ही प्रदेश सरकार पॉलिसी लाएगी। तराई जनपद ईको टूरिज्म के बहुत अच्छे केन्द्र हैं तथा विन्ध्य क्षेत्र अपने आप में विशेष है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि टूर ऑपरेटर्स के लिए सुरक्षा सबसे पहली आवश्यकता होती है। आज उत्तर प्रदेश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था देश मंे एक नजीर है। राज्य की कनेक्टिविटी सबसे बेहतरीन है। प्रदेश में निवेश की अनेक सम्भावनाएं हैं। प्रदेश सरकार पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के लिए होटल, रेस्टोरेन्ट, मार्केट, मल्टीलेवल पार्किंग व अन्य सुविधाओं को उपलब्ध कराने के दृष्टिगत कार्य कर रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने बेहतरीन टूरिज्म पॉलिसी बनायी है। इस पॉलिसी के अन्तर्गत किसी भी सेक्टर मंे निवेश किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश निवेश की दृष्टि से अपार सम्भावनाओं का प्रदेश है। हर निवेशक की सुरक्षा की गारण्टी प्रदेश में है। निवेश की पूरी प्रक्रिया मानवीय हस्तक्षेप रहित है। निवेश कार्य के लिए निवेश मित्र पोर्टल तैयार है। निवेश मित्र पोर्टल में आवेदन करने पर 350 से अधिक औपचारिकताएं जो विभिन्न कार्यालयों में होती हैं, वह बिना किसी कार्यालय में जाए ऑटो मोड में सम्पन्न हो जाएंगी। कहीं किसी को भटकने की जरूरत नहीं। इस कार्य की मॉनीटरिंग व कार्य को व्यावहारिक धरातल पर उतारने का कार्य मुख्यमंत्री कार्यालय करता है। निवेशक के साथ एम0ओ0यू0 हो जाने तथा निवेश की प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के पश्चात शासन से मिलने वाला इनसेंटिव ऑनलाइन मोड निवेशक के खाते में जाता हुआ दिखायी देगा।
मुख्यमंत्री जी ने भारतीय टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन (आई0ए0टी0ओ0) को प्रदेश में वार्षिक सम्मेलन आयोजित करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि 26 वर्ष बाद यह सम्मेलन प्रदेश में आयोजित किया जा रहा है। इस अवधि में उत्तर प्रदेश में सकारात्मक बदलाव आया है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने बुन्देलखण्ड कॉफी टेबलबुक व आई0ए0टी0ओ0 मैनुअल का विमोचन किया।
इस अवसर पर परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर सिंह, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अरुण कुमार सक्सेना, आई0ए0टी0ओ0 के अध्यक्ष श्री राजीव मेहरा, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति श्री मुकेश कुमार मेश्राम सहित पर्यटन से जुड़े अन्य राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी तथा टूर ऑपरेटर्स उपस्थित थे।
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