राम कुमार यादव
09 साल से जेल मे बंद है माँ, बेटे को जानकारी भी नही,
जानकारी मिलने पर हिमांचल प्रदेश से काम छोड़ कर बहराइच पहुँचा बेटा,
जेल मे माँ से मिला बेटा, जल्द जेल से रिहा कराने का किया वादा
बहराइच। नेपाल निवासी एक महिला एनडीपीएस एक्ट में नौ वर्ष से जेल में बंद है। उसे हाईकोर्ट से छह माह पूर्व जमानत भी मिल चुकी है। लेकिन जुर्माना राशि एक लाख रूपये जमा करने में गरीबी आंडे आ रही है। महिला का बेटा हिमाचल प्रदेश में काम कर रहा है। जब उसे मां के जेल में बंद होने की जानकारी तीन दिन पूर्व मिली तो वह मुलाकात करने शुक्रवार को जेल पहुंच गया। उसने जल्द ही मां को जेल से छुडाने का वादा किया है।
नेपाल राष्ट्र के जिला रूकुम थाना क्षेत्र मुर्किट के रूमाज गांव निवासी अनीता गजरात पत्नी हीरा सिंह इस समय बहराइच जिला कारागार में बंद हैं। जेलर आनंद कुमार शुक्ला ने बताया कि रूपईडीहा पुलिस ने 27 दिसंबर 2013 को एनडीपीएस एक्ट में गिरफतार कर जेल भेजा था। तब से महिला जेल में बंद है। जेलर ने बताया कि जेल में महिला से कोई मिलने नहीं आ रहा था। लेकिन पति महिला को छुडाने के लिए पैरवीकरता रहा। जेल में रहते हुए महिला को 28 फरवरी 2019 को सजा सुना दी गई।
जेल में महिला ने अपनी पूरी सजा काट दी। रिश्तेदारों की मेहनत से हाईकोर्ट से तीन जून 2022 को जमानत मिल गई, लेकिन इसकी जानकारी महिला के बेटे और बेटी को नहीं हुई। क्योंकि जिस समय महिला जेल में बंद हुई थी। उस समय बेटी छह साल की थी। वह नेपाली संस्था द्वारा शिक्षा ग्रहण कर रही है।
जबकि बेटा नवीन सात साल का था, लेकिन पिता ने उसे मां के बारे में कुछ नही बताया। तीन दिन पूर्व बेटे नवीन को मां के बहराइच जेल में बंद होने की सूचना मिली तो वह हिमाचल प्रदेश से काम छोड बहराइच पहुंचा। शनिवार को उसने मां से जेल में मुलाकात की तो महिला बंदियों के साथ बेटे की आंख भर आई। उसने मां को जल्द ही जेल से छुडाने का वादा किया।
ऐसे हुआ मां और बेटे का मिलन
जेलर आनंद शुक्ला ने बताया कि जिला कारागार में नेपाली मूल की महिला मनीषा बंद थी। वह इसी माह के शुरू में जेल से छूटकर अपने गांव पहुंची। इसकी जानकारी जेल में बंद अनीता के बेटे को हुई। इसकी सूचना हिमाचल में रह रहे बेटे को तीन दिन पूर्व मिली। इस पर आठ साल 11 माह से बिछडा बेटा अपनी मां से मिलने के लिए बहराइच पहुंच गया।
एक लाख रूपये जमा करने के बाद ही छूटेगी महिला
जेलर आनंद कुमार ने बताया कि जेल में बंद महिला बंदी को हाईकोर्ट द्वारा जमानत मिल गई है। लेकिन कोर्ट ने एक लाख रूपये का जुर्माना लगाया गया है। ऐसे में एक लाख रूपये जुर्माना जमा करने के बाद ही जमानत मिलेगी। वहीं बेटे नवीन ने हर हाल में रूपये का इंतजाम कर जमानत मां को बाहर निकलवाने की बात कही है।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know