मुंगराबादशाहपुर। पृथ्वी को कंस के अत्याचार और आतंक से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था - सुशीला नंदन महाराज
मुंगराबादशाहपुर,जौनपुर। नगर के जंघई रोड स्थित श्री नागाबाबा कुटी पर सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन सुशीला नंदन महाराज ने भक्तों को श्रीमद्भागवत कथा में श्रीकृष्ण लीला का वर्णन किया। जिसको सुन श्रोता अतमुग्ध हो गए।
उन्होंने श्रीकृष्ण लीला का वर्णन करते हुए कहा कि कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास में कृष्ण पक्ष में अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र के दिन रात्री के १२ बजे हुआ था । कृष्ण का जन्मदिन जन्माष्टमी के नाम से भारत, नेपाल, अमेरिका सहित विश्वभर में मनाया जाता है। कृष्ण का जन्म मथुरा के कारागार में हुआ था। वे माता देवकी और पिता वासुदेव की ८वीं संतान थे। भाई कंस के अत्याचार को कारागार में रह सह रही बहन देवकी ने भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अपनी आठवीं संतान के रूप में श्रीकृष्ण को जन्म दिया था। भगवान विष्णु ने पृथ्वी को कंस के अत्याचार और आतंक से मुक्त कराने के लिए अवतार लिया था। श्रीकृष्ण लीला का आत्मीय वर्णन सुन आत्ममुग्ध हो गए,समूचा मोहल्ला राधे राधे के जयकारों से गूंज उठा।
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