वाराणसी के रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को बड़ा हादसा टल गया। प्लेटफार्म नंबर पांच पर लगी लिफ्ट में तीन छात्राएं फंस गईं। छात्राओं ने लिफ्ट के अंदर लगे बटन को दबाने की कोशिश की लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद रेलवे के हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर सूचना दी। छात्राओं के लिफ्ट में फंसे होने की जानकारी कंट्रोल रूम को मिली तो खलबली मच गई। तत्काल रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद लिफ्ट खोलकर छात्राओं को बाहर निकाला गया। इसके बाद सभी ने राहत की सांस ली।
पीडीडीयू नगर की नेहा महात्मा गांधी विद्यापीठ की स्नातक की छात्रा है। गुरुवार सुबह 11.10 बजे वह दून एक्सप्रेस से कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर 5 पर उतरीं थी। वह ओवरब्रिज पर जाने के लिए प्लेटफार्म पर लगी लिफ्ट में गई। इस दौरान दो अन्य छात्राएं भी आ गईं।इन्होंने भीतर लगे बटन को दबाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं दबा। लिफ्ट ऊपर नहीं बढ़ी तो छात्राओं की सांसें अटक गईं। छात्राओं ने रेलवे हेल्पलाइन नम्बर पर फोन मिलाया। संयोग से फोन मिल गया। छात्राओं से सूचना मिलते ही खलबली मच गई।
तत्काल सूचना को प्रसारित कराया गया तो प्लेटफार्म पर मौजूद रेल सुरक्षा बल के जवान हरकत में आ गए। कुछ ही देर में रेलवे का इलेक्ट्रिक स्टाफ भी लिफ्ट के पास पहुंच गया। कर्मचारियों ने लिफ्ट खोलकर छात्राओं को निकाला। स्टेशन डायरेक्टर गौरव दीक्षित ने बताया कि लिफ्ट में कोई तकनीकी खराबी नहीं मिली। संभावना है कि छात्राओं ने बटन नहीं दबाया होगा। क्योंकि बाद में जांच की गई तो लिफ्ट सही चल रही थी।
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