उतरौला(बलरामपुर) क्षेत्र में इस बार देर समय तक बरसात एंव बाढ़ का प्रभाव रहने व धान के खेतों में अधिक समय तक जलभराव होने से धान की फसल चौपट हो गई जिससे किसानों के जीविकोपार्जन की समस्या बढ़ गई है।खेतों में अधिक नमी के चलते धान की कटाई प्रभावित हुई है वहीं गेंहू की बुआई भी पिछड़ती जा रही है।
खेतों में जलभराव नमी होने से जहां धान की कटाई के समय किसानों को बड़ी मशक्कतें झेलनी पड़ी है। वहीं गेंहू की बुआई भी प्रभावित हुई है।विगत दिनों आई भीषण बाढ़ के चलते खेतों में काफी समय तक जलभराव होने से किसानों का काफी नुकसान हुआ है।जिससे गन्ना व धान की फसल जलभराव के जद में आकर चौपट हो गई ।आलम यह है कि जलभराव व नमी के कारण किसान लाही ,चना,सरसो की बुआई नहीं कर सके हैं तो वहीं नमीं के कारण क्षेत्र के 40 फीसद लोगों का धान की फसल अब भी खेतों में खड़ा है।कारण ज्यादा नमी होने के चलते कंबाइन मशीन से कटाई नहीं हो पा रही है।
जो छोटे किसान हैं वह किसी तरह से हाथ से धान की कटाई कर दवाईं कर रहे हैं और जो बड़े खेतिहर के लोग हैं वह नमी सूखने का इंतजार कर रहे हैं।नमी के चलते अभी तक गेंहू की बुआई शुरू नही हो सकी है जिसकी चिंता किसानों को सताने लगी है।
असगर अली
उतरौला
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