आज कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार 8 नवम्बर को खग्रास चंद्र ग्रहण है। जो कि भारत में दृश्य होगा ।
ग्रहण दोपहर में ही प्रारम्भ हो जाएगा जबकि उस समय भारत में चंद्रमा उदित नहीं हुआ होगा किंतु हमारे ब्रह्मांड में एक ही पृथ्वी,एक चंद्र और एक सूर्य है तो चाहे वो उस समय दिखे या ना दिखे — ग्रहण का असर तो इस पृथ्वी पर होगा ही !
*ग्रहण का प्रारम्भ — दोपहर 2.39 PM पर हो जाएगा ।*
*खग्रास स्पर्श — 3.47 PM *
*खग्रास समाप्ति — 5.12 PM *
और
*ग्रहण का मोक्ष शाम 6.19 PM* पर होगा ।
अर्थात्
*ग्रहण की सम्पूर्ण अवधि दोपहर 2.39 बजे से लेकर शाम 6.19 बजे तक होगी ।*
{चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण से 9 घंटे पूर्व प्रातः 5.39 बजे शुरू हो जाएगा ।
जो तो सूतक मानते हैं या पालन करते हैं उन्हें प्रातः 5.39 बजे से ही सब नियम पालन करने होंगे । — यह बहुत अधिक समय अवधि हो जाती है इसलिए सामान्यता घरेलू लोग केवल ग्रहण काल से ही नियमों को पालन करते हैं}
अतः सभी ग्रहस्तों को कल दोपहर दो बजे से पूर्व सब खाना पीना ख़त्म करके, रसोई में कोई भी पके हुए खाद्य पदार्थ नहीं रखें। बाक़ी पदार्थों में *तुलसी या कुश* डाल कर रखें — जैसे बिना कटे फल, पानी, दूध, आदि । घर के मंदिर के पट बंद कर दें।
ग्रहण की पूरी अवधि में — From 2.39 PM to 6.19 PM *ग्रहण के दौरान केवल हरे कृष्ण महामंत्र का जप करें, कीर्तन करें, अथवा गीता, भागवत आदि पढ़ें । *
6.19 के बाद स्नान करें, घर में गंगा जल छिड़कें, मंदिर की साफ़ सफ़ाई करके, स्वच्छ अवस्था में ताज़ा भोजन (भोग) बनाएँ और फिर ठाकुर जी को अर्पित करके, प्रसाद पाएँ !
[ग्रहण को देखना अशुभ माना जाता है, इसलिए इसे प्रत्यक्ष या T.V पर भी ना देखें और इस अवधि को एक सुअवसर जान कर मंत्र उच्चारण आदि करके अपनी भक्ति में वृद्धि करने का लाभ उठाएँ
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