जौनपुर। कृषि ऋण प्रवाह में वृद्धि के लिए किया प्रेरित
जौनपुर। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जनपद को ऋण की कमी वाला जिला के रूप में चिन्हित किया गया है। जिसमे प्रति व्यक्ति प्राथमिकता प्राप्त ऋण की सीमा रू 6000 से कम है। जनपद में ऋण-जमा अनुपात तथा कृषि ऋण एवं अनुषंगी कृषि ऋण की गतिविधियों के लिए ऋण प्रवाह में अपेक्षित वृद्धि हेतु नाबार्ड के दिशानिर्देशन व मार्गदर्शन में बड़ौदा यू.पी. बैंक द्वारा स्थानीय होटल रिवर व्यू में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बड़ौदा यू.पी. बैंक के अध्यक्ष दविंदर पाल ग्रोवर थे। कार्यशाला में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक राघवेन्द्र मौर्या, बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक शैलेन्द्र सिंह, शाखा प्रबंधकगण, क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी तथा जिला कृषि एवं उद्यान विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे। कार्यशाला में नाबार्ड एवं बैंक के उच्चाधिकारियों ने शाखा प्रबंधकों एवं अधिकारियों को जनपद में ऋण-जमा अनुपात बढ़ाने तथा कृषि ऋण एवं अनुषंगी कृषि ऋण की गतिविधियों के लिए ऋण प्रवाह में वृद्धि के लिए अधिकाधिक ऋण वितरित के लिए प्रेरित किया जिससे जौनपुर जिला ऋण की कमी वाले जिले की श्रेणी से जल्द से जल्द बाहर हो जाए।कार्यशाला के पश्चात बैंक अध्यक्ष श्री दविंदर पाल ग्रोवर ने शाखा प्रबंधकों की समीक्षा बैठक में उत्कृष्ट ग्राहक सेवा प्रदान करने, ऋण आवेदनों के त्वरित निस्तारण एवं अधिकतम एनपीए वसूली करने हेतु निर्देशित किया।
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